जयपुर. अलवर जिले में शुक्रवार सुबह हुई हेड कांस्टेबल की हत्या की वारदात को सुलझाने के लिए जयपुर रेंज आईजी की ओर से प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच करने के आदेश दिए गए हैं. डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम के साथ आईजी रेंज की स्पेशल टीम और अलवर और भिवाड़ी जिले के श्रेष्ठ अफसरों को प्रकरण को सुलझाने के लिए लगाया गया है.
इसके साथ ही हत्या की दूसरी वारदात जिसमें एक युवक की सिर कटी लाश बरामद की गई, उसकी जांच भी स्पेशल टीम को सौंपी गई है. हेड कांस्टेबल हत्या प्रकरण में की जा रही जांच की मॉनिटरिंग जयपुर रेंज आईजी की ओर से की जा रही है.
आईजी जयपुर रेंज एस सेंगाथिर ने बताया कि अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ थाने में तैनात हेड कांस्टेबल राजपाल सिंह 6 दिसंबर से छुट्टी पर चल रहा था और उसे 9 तारीख को थाने में आमद करना था, लेकिन वो 9 तारीख को थाने नहीं पहुंचा और तब से ही गैर हाजिर चल रहा था. 7 दिसंबर से ही हेड कांस्टेबल राजपाल सिंह का मोबाइल फोन स्विच ऑफ आ रहा था.
वहीं शुक्रवार की सुबह हेड कांस्टेबल राजपाल सिंह का शव वैशाली नगर इलाके में बरामद हुई. हत्या की वारदात के पीछे क्या कारण है फिलहाल इसका अभी खुलासा नहीं हो सका है. प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच के लिए जयपुर रेंज की स्पेशल टीम के साथ डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम और अलवर और भिवाड़ी जिले के श्रेष्ठ अधिकारियों को लगाया गया है.
वहीं, सूर्य नगर में सिर कटी लाश मिलने के प्रकरण में भी स्पेशल टीम को जांच के लिए लगाया गया है. मृतक मेव जाती का बताया जा रहा है जिसकी शिनाख्त फिरोज के रूप में हुई है. हत्या के पीछे अवैध संबंध की आशंका जताई जा रही है. प्रकरण में कुछ संदिग्ध लोगों की जानकारी भी पुलिस के हाथ लगी है जिस पर पुलिस द्वारा अनुसंधान किया जा रहा है.
जयपुर में इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम की सेवा शुरू
राजस्थान सरकार ने प्रदेशवासियों के लिए 18 दिसंबर से इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम की सेवा शुरू करते हुए डायल 112 को शुरू करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. डायल 112 के शुरू होने से प्रदेशवासी अब किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति होने पर मदद मांग सकेंगे. यानी कि अब पुलिस, दमकल या एंबुलेंस की सेवा डायल 112 के माध्यम से प्रदेश वासियों को उपलब्ध हो सकेगी. प्रदेश में इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम की सेवा अलग-अलग चरणों में शुरू की जाएगी. पहले चरण में यह सेवा संभागीय मुख्यालयों पर शुरू की जाएगी.
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सरकार की ओर से पूर्व में भी इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम के तहत अलवर, भिवाड़ी और भरतपुर जिलों में ये सेवा शुरू करने का प्रयास किया था, लेकिन उस वक्त यह पायलट प्रोजेक्ट धरातल पर नहीं उतर सका था. वहीं अब एक बार फिर से एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम की सेवा को अलग-अलग चरणों में प्रदेश में शुरू करने का फैसला लिया गया है. इसके लिए बकायदा मुख्य सचिव निरंजन आर्य की अध्यक्षता में गृह विभाग और स्टेट अपेक्स कमेटी की बैठक आयोजित की जा चुकी है. जिसमें आगामी 18 दिसंबर से डायल 112 की सेवा को प्रदेश वासियों के लिए शुरू करने का निर्णय लिया गया है.