जयपुर. मोदी सरकार-2 के कार्यकाल के 100 दिन पूरे हो चुके हैं. नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली पहली सरकार के कार्यकाल में भाजपा सांसदों ने अपने क्षेत्र के कुछ गांव को आदर्श गांव बनाने के लिए गोद लिया था. मकसद था इन गांव में रहने वाले लोगों को वो तमाम मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना जो अमूमन ग्रामीण क्षेत्रों से दूर ही रहती है. आज की हमारी इस खबर में हम जयपुर ग्रामीण संसदीय क्षेत्र में आने वाले धानक्या गांव की बात करेंगे. जिसे पिछली मोदी सरकार के कार्यकाल में पूर्व केंद्रीय मंत्री और मौजूदा भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने गोद लिया था.
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राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने गोद लिया धानक्या गांव
जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में शुमार पंडित दीनदयाल उपाध्याय का बचपन इसी धानक्या रेलवे स्टेशन के पास बने क्वार्टर में गुजरा. लिहाजा बीजेपी सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत सबसे पहले इसी गांव को गोद लिया. गांव का नाम जब पंडित दीनदयाल से जुड़ा तो उम्मीद की गई कि अब गांव के दिन फिरेंगे और हुआ भी वैसा ही. गांव को योजना के तहत गोद लेने के बाद सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने सड़क बिजली और पानी सहित कई मूलभूत विकास कार्य यहां करवाएं.
जानिए गांव में अबतक क्या-क्या विकास के कार्य हुए
- 9 करोड़ 9 लाख की लागत से इस गांव में सड़कों का जाल बिछाया गया.
- 3.50 करोड़ की लागत से नलकूप, पेयजल लाइन, उच्च जलाशय टैंक आदि का निर्माण भी कराया गया.
- विद्युत क्षेत्र में इस गांव में योजना के तहत ही लोगों के घर रोशन किए गए.
- शिक्षा के क्षेत्र में सरकारी स्कूल के भवनों में मरम्मत और शौचालय निर्माण का काम भी करवाया गया
- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत इस गांव में 8 लाभार्थी हैं.
- वहीं उज्जवला योजना के 50 लाभार्थी इस गांव में है.
- सांसद के ही प्रयासों से यहां पशु केंद्र को क्रमोन्नत भी किया गया.
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गांव को अभी और विकास की दरकार
यह तो वह काम है जो सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत स्थानीय सांसद के प्रयासों से कराए गए. लेकिन कुछ और काम ऐसे हैं जिसकी दरकार यहां के लोगों को थी. खासतौर पर बालिका शिक्षा के लिए यहां महाविद्यालय बनाने की मांग. क्योंकि बालिकाओं को 15 से 28 किलोमीटर दूर पढ़ने जाना पड़ता है. इसी तरह गांव में कोई चिकित्सालय नहीं है. एक उप केंद्र जरूर है लेकिन यहां चिकित्सक नहीं केवल कंपाउंडर और नर्स बैठते है. राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के इस आदर्श गांव में राजीव गांधी अटल सेवा केंद्र भी बना है. लेकिन महीने में 2 से 4 दिन ही यह केंद्र खुलता है. मतलब मॉनिटरिंग के अभाव में यहां के कर्मचारी भी मजे कर रहे हैं.
लोकसभा चुनाव के बाद नजर नहीं आए राज्यवर्धन सिंह राठौड़
धानक्या गांव में विकास तो हुआ और कुछ विकास की दरकार भी है. लेकिन इन सबके बीच लोगों का यह भी कहना है कि लोकसभा चुनाव के बाद सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ इस गांव में उन्हें नजर ही नहीं आए. अब राठौड़ यदि गांव आएंगे तब ही बचे हुए विकास कार्य के उन्हें याद दिलाई जाएगी. राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत यह गांव मोदी सरकार वन में गोद लिया और विकास कार्य भी उसी दौरान कराए गए. तब केंद्र में तो भाजपा सरकार थी ही साथ ही राज्य में भी बीजेपी की ही सरकार थी लेकिन अब स्थितियां चेंज हो गई है. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है केंद्र में मोदी सरकार 2 है. केंद्र से राज्य की कड़ी जोड़कर इस गांव में विकास कराना मौजूदा सांसद के लिए भी थोड़ा मुश्किलों भरा होगा. हालाकी राठौड़ विकास कार्यों में कोई कसर छोड़ने वालों में नहीं है.