जयपुर. खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के मकसद से मंगलवार को राजस्थान के 3 विश्वविद्यालयों और (MoU between 3 universities and IMT Ghaziabad ) आईएमटी गाजियाबाद के बीच एमओयू साइन किए गए. इस एमओयू में राजस्थान के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, महाराणा प्रताप कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय और गोविन्द गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय शामिल हैं.
राज्यपाल कलराज मिश्र की उपस्थिति में राजभवन में हुए इस करार के अंतर्गत स्थानीय और पारम्परिक खेलों को पुनर्जीवित करने के साथ ही उच्च शिक्षण संस्थाओं में खेल संस्कृति को बढ़ावा दिए जाने पर कार्य होगा. राज्यपाल कलराज मिश्र ने इस अवसर पर उम्मीद जताई कि एमओयू से आईएमटी गाजियाबाद के स्पोर्ट्स रिसर्च सेन्टर की मदद से हमारे विश्वविद्यालयों की ओर से स्थानीय और पारम्परिक खेलों को पुनर्जीवित करने और खेलों के विकास का बेहतर वातावरण बन सकेगा. उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों का खेलों से जुड़ाव जन जागरुकता के माध्यम से ही हो सकता है. आईएमटी गाजियाबाद और हमारे विश्वविद्यालयों का इस सबंध में संयुक्त प्रयास लोगों में खेल के प्रति जागरुकता पैदा कर उन्हें पारम्परिक खेलों के साथ आधुनिक खेलों से जोड़कर राजस्थान को खेलों में अग्रणी कर सकेगा.
पढ़ेंः छात्रों को अब स्नातक डिग्री के साथ स्किल डेवलपमेंट की भी मिलेगी डिग्री, MoU साइन
इस मौके पर आईएमटी गाजियाबाद के स्पोर्ट्स रिसर्च सेन्टर के हैड डॉ. कनिष्क पाण्डेय ने बताया कि एमओयू के तहत प्रदेश के उदयपुर, भीलवाड़ा, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़, राजसमन्द, सिरोही, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिलों में पारम्परिक खेलों के विकास पर काम होगा. साथ ही यहां पर खेलों से जुड़ी अन्य संभावनाओं पर काम करते हुए खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने का कार्य किया जा सकेगा. एमओयू के दौरान राज्यपाल के प्रमुख सविच सुबीर कुमार, प्रमुख विशेषाधिकारी गोविन्द राम जायसवाल, गोविन्द गुरू जनजातीय और मोहन लाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आईवी. त्रिवेदी, आईएमटी. गाजियाबाद के डायरेक्टर डॉ. विशाल तलवार आदि मौजूद थे.