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मूंग और मूंगफली उत्पादन 130 केंद्रों पर पंजीयन सीमा को बढ़ाया, शुक्रवार से पंजीयन शुरू

सहकारिता विभाग ने प्रदेश के किसानों को राहत देते हुए मूंगफली और मूंग के अधिक उत्पादन की स्थिति में 130 केंद्रों पर पंजीयन की सीमा को 10% और बढ़ाया गया है. वहीं 3 जनवरी शुक्रवार से इन जिलों में पंजीयन फिर से शुरू हो जाएगा.

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पंजीयन सीमा को बढ़ाया
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Published : Jan 2, 2020, 1:05 PM IST

जयपुर. सहकारिता विभाग ने प्रदेश के किसानों को राहत दी है. विभाग ने ऐसे स्थानों पर पंजीयन की सीमा को बढ़ा दिया है, जहां मुंह और मूंगफली का अधिक उत्पादन हुआ है. अजमेर, भीलवाड़ा, बीकानेर, चूरू, दोसा, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जयपुर, जालौर, जोधपुर, नागौर, पाली, सीकर, टोंक, झुंझुनू और जैसलमेर जिले में क्रय केंद्रों की क्षमता के अनुसार कुछ केंद्रों पर पंजीयन पूरा हो चुका है.

130 केंद्रों पर पंजीयन सीमा को बढ़ाया

मूंगफली और मूंग के अधिक उत्पादन की स्थिति में 130 केंद्रों पर पंजीयन की सीमा को 10% और बढ़ाया गया है. 3 जनवरी शुक्रवार से इन जिलों में पंजीयन फिर से शुरू हो जाएगा. साथ ही इन 16 जिलों में जालौर और दौसा केंद्रों पर केवल मूंगफली का पंजीयन और शेष 14 जिलों में किसान मूंग और मूंगफली दोनों का पंजीयन करा सकते हैं.

पढ़ेंः मायावती ने साधा निशाना, कहा- UP की तरह कोटा की मांओं से भी मिलें प्रियंका

सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार नीरज के. पवन ने बताया कि 2 लाख 55 हजार किसानों ने समर्थन मूल्य पर मूंग, उड़द, सोयाबीन, मूंगफली के लिए पंजीयन करा लिया है. इसके लिए 328 खरीद केंद्र स्थापित किए गए हैं. मूंग के लिए 1 लाख 32 हजार 260 किसानों ने पंजीयन कराया है. साथ ही बताया कि इस निर्णय से मूंग और मूंगफली के 130 केंद्रों पर 17 हजार 787 किसानों को फायदा मिलेगा. इसमें मूंग के 88 केंद्रों पर 11 हजार 708 और मूंगफली के 42 केंद्रों पर 6 हजार 79 किसानों का पंजीयन होगा.

1137.52 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है...

रजिस्ट्रार नीरज के. पवन ने बताया कि राज्य में मूंग और मूंगफली की 228 केंद्रों पर 31 दिसंबर तक 1 लाख 13 हजार 897 किसानों से 2 लाख रुपये 24 हजार 577 मीट्रिक टन की मूंग और मूंगफली की खरीद हो चुकी है. इसकी राशि 1376.0 8 करोड़ रुपए है. साथ ही बताया कि 94 हजार 014 किसानों को 1137.52 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है. वहीं किसानों को जल्द भुगतान हो इसके लिए वेयर हाउस ई रिसीव सेवा शुरू की गई है.

भुगतान सीधा खाते में हो रहा है...

रजिस्ट्रार ने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि राज्य में जब किसान द्वारा उपज बेचने पर 4 दिन के भीतर ही भुगतान सीधा उसके खाते में हो रहा है. उन्होंने बताया कि मूंग के लिए एक लाख 6 हजार 919 और मूंगफली के लिए 69 हजार 426 किसानों को दिनांक भी आवंटित हो चुकी है.

राजफैड की प्रबंध निदेशक सुषमा अरोड़ा ने बताया कि 31 दिसंबर तक 67 हजार 758 किसानों से 838.02 करोड रुपए मूल्य का 1 लाख 18 हजार 868 मीट्रिक मूंग और 33 हजार 994 किसानों से 538. 0 6 करोड रुपए मूल्य की 1 लाख 5 हजार 709 मीट्रिक टन मूंगफली की खरीद की जा चुकी है.

पढ़ेंः गणतंत्र दिवस में राजस्थान NCC का INS रणविजय रहेगा आकर्षण का केंद्र

सुषमा अरोड़ा ने कहा कि किसानों की समस्या के समाधान के लिए राजफैड स्तर पर टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1800 180 6001 पर सुबह 9:00 बजे से 7:00 बजे तक किसान अपनी समस्या हेल्पलाइन नंबर पर दर्ज करा सकते हैं. साथ ही लिखित में शिकायत राजफैड मुख्यालय में स्थापित कॉल सेंटर पर rajfedkisan samadhan@gmail.com पर मेल कर सकते हैं.

जयपुर. सहकारिता विभाग ने प्रदेश के किसानों को राहत दी है. विभाग ने ऐसे स्थानों पर पंजीयन की सीमा को बढ़ा दिया है, जहां मुंह और मूंगफली का अधिक उत्पादन हुआ है. अजमेर, भीलवाड़ा, बीकानेर, चूरू, दोसा, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जयपुर, जालौर, जोधपुर, नागौर, पाली, सीकर, टोंक, झुंझुनू और जैसलमेर जिले में क्रय केंद्रों की क्षमता के अनुसार कुछ केंद्रों पर पंजीयन पूरा हो चुका है.

130 केंद्रों पर पंजीयन सीमा को बढ़ाया

मूंगफली और मूंग के अधिक उत्पादन की स्थिति में 130 केंद्रों पर पंजीयन की सीमा को 10% और बढ़ाया गया है. 3 जनवरी शुक्रवार से इन जिलों में पंजीयन फिर से शुरू हो जाएगा. साथ ही इन 16 जिलों में जालौर और दौसा केंद्रों पर केवल मूंगफली का पंजीयन और शेष 14 जिलों में किसान मूंग और मूंगफली दोनों का पंजीयन करा सकते हैं.

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सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार नीरज के. पवन ने बताया कि 2 लाख 55 हजार किसानों ने समर्थन मूल्य पर मूंग, उड़द, सोयाबीन, मूंगफली के लिए पंजीयन करा लिया है. इसके लिए 328 खरीद केंद्र स्थापित किए गए हैं. मूंग के लिए 1 लाख 32 हजार 260 किसानों ने पंजीयन कराया है. साथ ही बताया कि इस निर्णय से मूंग और मूंगफली के 130 केंद्रों पर 17 हजार 787 किसानों को फायदा मिलेगा. इसमें मूंग के 88 केंद्रों पर 11 हजार 708 और मूंगफली के 42 केंद्रों पर 6 हजार 79 किसानों का पंजीयन होगा.

1137.52 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है...

रजिस्ट्रार नीरज के. पवन ने बताया कि राज्य में मूंग और मूंगफली की 228 केंद्रों पर 31 दिसंबर तक 1 लाख 13 हजार 897 किसानों से 2 लाख रुपये 24 हजार 577 मीट्रिक टन की मूंग और मूंगफली की खरीद हो चुकी है. इसकी राशि 1376.0 8 करोड़ रुपए है. साथ ही बताया कि 94 हजार 014 किसानों को 1137.52 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है. वहीं किसानों को जल्द भुगतान हो इसके लिए वेयर हाउस ई रिसीव सेवा शुरू की गई है.

भुगतान सीधा खाते में हो रहा है...

रजिस्ट्रार ने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि राज्य में जब किसान द्वारा उपज बेचने पर 4 दिन के भीतर ही भुगतान सीधा उसके खाते में हो रहा है. उन्होंने बताया कि मूंग के लिए एक लाख 6 हजार 919 और मूंगफली के लिए 69 हजार 426 किसानों को दिनांक भी आवंटित हो चुकी है.

राजफैड की प्रबंध निदेशक सुषमा अरोड़ा ने बताया कि 31 दिसंबर तक 67 हजार 758 किसानों से 838.02 करोड रुपए मूल्य का 1 लाख 18 हजार 868 मीट्रिक मूंग और 33 हजार 994 किसानों से 538. 0 6 करोड रुपए मूल्य की 1 लाख 5 हजार 709 मीट्रिक टन मूंगफली की खरीद की जा चुकी है.

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सुषमा अरोड़ा ने कहा कि किसानों की समस्या के समाधान के लिए राजफैड स्तर पर टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1800 180 6001 पर सुबह 9:00 बजे से 7:00 बजे तक किसान अपनी समस्या हेल्पलाइन नंबर पर दर्ज करा सकते हैं. साथ ही लिखित में शिकायत राजफैड मुख्यालय में स्थापित कॉल सेंटर पर rajfedkisan samadhan@gmail.com पर मेल कर सकते हैं.

Intro:जयपुर। सहकारिता विभाग ने प्रदेश के किसानों को राहत दी है विभाग ने ऐसे स्थानों पर पंजीयन की सीमा को बढ़ा दिया है या मुंह और मूंगफली का अधिक उत्पादन हुआ है।


Body:अजमेर, भीलवाड़ा, बीकानेर, चूरू, दोसा, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जयपुर, जालौर, जोधपुर, नागौर, पाली, सीकर, टोंक झुंझुनू और जैसलमेर जिले में क्रय केंद्रों की क्षमता के अनुसार कुछ केंद्रों पर पंजीयन पूरा हो चुका है। मूंगफली और मूंग के अधिक उत्पादन की स्थिति में 130 केंद्रों पर पंजीयन की सीमा को 10% और बढ़ाया गया है। 3 जनवरी शुक्रवार से इन जिलों में पंजीयन फिर से शुरू हो जाएगा। इन 16 जिलों में जालौर और दौसा केंद्रों पर केवल मूंगफली का पंजीयन तथा शेष 14 जिलों में किसान मूंग और मूंगफली दोनों का पंजीयन करा सकते हैं।
सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार नीरज के. पवन ने बताया कि 2 लाख 55 हजार किसानों ने समर्थन मूल्य पर मूंग, उड़द, सोयाबीन, मूंगफली के लिए पंजीयन करा लिया है। इसके लिए 328 खरीद केंद्र स्थापित किए गए हैं। मूंग के लिए 1 लाख 32 हजार 260 किसानों ने पंजीयन कराया है। उन्होंने बताया कि इस निर्णय से मूंग और मूंगफली के 130 केंद्रों पर 17 हजार 787 किसानों को फायदा मिलेगा। इसमें मूंग के 88 केंद्रों पर 11 हजार 708 तथा मूंगफली के 42 केंद्रों पर 6 हजार 79 किसानों का पंजीयन होगा।
राजस्थान सहकारिता नीरज के पवन ने बताया कि राज्य में मूंग और मूंगफली की 228 केंद्रों पर 31 दिसंबर तक 1 लाख 13 हजार 897 किसानों से 2 लाख रुपये 24 हजार 577 मीट्रिक टन की मूंग और मूंगफली की खरीद हो चुकी है। इसकी राशि 1376.0 8 करोड़ रुपए है। उन्होंने बताया कि 94 हजार 014 किसानों को 1137.52 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है।
किसानों को जल्द भुगतान हो इसके लिए वेयर हाउस ई रिसीव सेवा शुरू की गई है। यह पहली बार हुआ है कि राज्य में जब किसान द्वारा उपज बेचने पर 4 दिन के भीतर ही भुगतान सीधा उसके खाते में हो रहा है। उन्होंने बताया कि मूंग के लिए एक लाख 6 हजार 919 व मूंगफली के लिए 69 हजार 426 किसानों को दिनांक भी आवंटित हो चुकी है



Conclusion:राजफैड की प्रबंध निदेशक सुषमा अरोड़ा ने बताया कि 31 दिसंबर तक 67 हजार 758 किसानों से 838.02 करोड रुपए मूल्य का 1 लाख 18 हजार 868 मीट्रिक मूंग और 33 हजार 994 किसानों से 538. 0 6 करोड रुपए मूल्य की 1 लाख 5 हजार 709 मीट्रिक टन मूंगफली की खरीद की जा चुकी है।
सुषमा अरोड़ा ने बताया कि किसानों की समस्या के समाधान के लिए राजफैड स्तर पर टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1800 180 6001 पर सुबह 9:00 बजे से 7:00 बजे तक किसान अपनी समस्या हेल्पलाइन नंबर पर दर्ज करा सकते हैं या फिर लिखित में शिकायत राजफैड मुख्यालय में स्थापित कॉल सेंटर पर rajfedkisan samadhan@gmail.com पर मेल कर सकते हैं।
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