जयपुर. राजस्थान के कुछ विधायक दिल्ली गए हुए हैं. पहली बार किसी कांग्रेस विधायक ने यह बात स्वीकार की है. पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस विधायक जितेंद्र सिंह गुर्जर ने कहा कि करीब 10 विधायक दिल्ली गए हैं. लेकिन वह किसी बाड़ेबंदी में नहीं हैं, बल्कि वह अपनी बात हाई कमान को रखने गए होंगे.
पूर्व मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि राजस्थान की परंपरा नहीं रही है कि कोई खरीद-फरोख्त जैसी बात यहां हो. सभी कांग्रेस विधायक एकजुट हैं और किसी की कोई नाराजगी होगी तो वह भी हाईकमान के सामने रख सकता है. लेकिन बाड़ेबंदी जैसी कोई बात नहीं हुई है. इसी के साथ उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मंत्री विधायकों ने मुख्यमंत्री को अपना समर्थन पत्र सौंपा है. इन पत्र में साफ तौर पर लिखा है कि वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत में आस्था जताते हैं और इसी बात का पत्र उन्होंने सौंपा हैं.
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गौरतलब है कि राजस्थान में लगातार राजनीतिक उठापटक चल रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकार गिराने के षड्यंत्र के आरोप शनिवार दिन में लगाए, तो वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री 3 बजे से लगातार विधायकों और मंत्रियों से मिले. इसी बीच रात साढे नौ बजे अचानक मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को सीएम आवास पर बुलाया. हालांकि यह मंत्रियों की बैठक कहलाई जाएगी ना कि मंत्रिपरिषद की.
बता दें कि इससे पहले निर्दलीय विधायकों ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की. मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के बाद बाहर आए निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा और रामकेश मीणा ने कहा कि जिन 3 निर्दलीय विधायकों ने धोखा किया है, उनके साथ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. रामकेश मीणा ने कहा कि तीनों विधायक सरकार से काम करवा रहे थे और सरकार से ही धोखा कर रहे थे. उन्होंने कहा कि यह आस्तीन के सांप निकले. तीनों निर्दलीय विधायक खुशवीर जोजावर, सुरेश टांक और ओम प्रकाश हुड़ला पर मीणा ने सख्त नाराजगी जताई है.