जयपुर. राजधानी के विश्वकर्मा थाना इलाके में लाठी-डंडों से लैस 10 बदमाशों के बेखौफ वारदात (Miscreants attack businessman house in Jaipur) सामने आई. बदमाशों ने एक व्यापारी के घर का ताला तोड़ा तोड़फोड़ की फिर नकदी और जेवर चुरा कर चलते बने. ताज्जुब की बात ये है कि जिस वक्त बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया उस वक्त पीड़ित व्यापारी अपने परिवार सहित उत्तर प्रदेश गया हुआ था. जब वापस लौटकर उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करवानी चाही तो पुलिस ने मामला दर्ज करने से ही मना कर दिया. पीड़ित व्यापारी 1 महीने (Case Of Theft registered after a month In Jaipur) से पुलिस के आला अधिकारियों के सामने गुहार लगाता रहा लेकिन कहीं भी उसकी सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट की दखलंदाजी के बाद शनिवार शाम को विश्वकर्मा थाने में एफआईआर दर्ज की गई.
3 लाख के जेवर और 1.43 लाख रुपए ले गए बदमाश: पूरे घटनाक्रम को लेकर महाराजा फॉर्म निवासी हुकम सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है. प्रकरण की जांच कर रहे एसआई राजकुमार ने बताया कि दिल्ली बाईपास रोड पर एक कंपनी है जहां निकिल पॉलिश का काम किया जाता है. परिवादी 16 मार्च को अपने परिवार के साथ होली का त्यौहार मनाने उत्तर प्रदेश गया हुआ था. होली वाले दिन दोपहर में 10 बदमाश लाठी और डंडे लेकर उसके घर पहुंचे. बदमाशों ने घर के मुख्य गेट पर लगे हुए ताले को तोड़ा और फिर अंदर वाले गेट पर लगे ताले को तोड़कर मकान के अंदर घुस जमकर तोड़फोड़ की.
बदमाश घरेलू समान, अलमारी, खिड़की, दरवाजे, फ्रिज आदि सामान को क्षतिग्रस्त कर गए. बेखौफ बदमाशों ने आलमारी में तोड़फोड़ कर लॉकर में रखे हुए 3 लाख रुपए के जेवर और 1.43 लाख रुपए नकद चुरा कर लिए. उन्होंने काफी देर तक पीड़ित के मकान में जमकर उत्पात मचाई और फिर कॉलोनी वासियों को धमकी देकर मौके से फरार हो गए. बदमाशों के जाने के बाद कॉलोनी वासियों ने फोन कर पीड़ित को वारदात की सूचना दी. पीड़ित ने जब वापस जयपुर लौटकर पुलिस थाने पहुंच शिकायत दर्ज करानी चाहिए तो पुलिस ने उसकी शिकायत दर्ज नहीं की.
कोर्ट की दखलअंदाजी और 1 महीने बाद मामला दर्ज: इसके बाद पीड़ित ने पुलिस के अधिकारियों के पास जाकर भी शिकायत दर्ज करानी चाहिए लेकिन वहां भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई. इस प्रकार से पीड़ित तकरीबन 1 महीने तक पुलिस थाने व अधिकारियों के चक्कर ही काटता रहा और अंत में हताश होकर उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. कोर्ट की दखलंदाजी के बाद विश्वकर्मा थाने में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ आईपीसी की धारा 452, 384, 395, 427, 488 और 504 के तहत एफआईआर दर्ज की गई. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर बदमाशों की तलाश करना शुरू किया है.