जयपुर. केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय यात्रियों, स्मारकों, गाइड्स होटल्स एवं रेस्टोरेंट टूर ऑपरेटर और अन्य स्टेकहोल्डर्स के लिए उचित दिशा-निर्देश तैयार के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है. अधिकारिक दस्तावेज इस महीने के मध्य तक तैयार हो जाएंगे और मंत्रालय द्वारा इसका समर्थन और निर्णय किया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देश और टूरिज्म इंडस्ट्री जाने वाले विभिन्न विचारों के अनुरूप होगा. ये जानकारी भारत सरकार पर्यटन मंत्रालय के अतिरिक्त महानिदेशक डॉ.रुपिंदर बरार ने दी.
दरअसल, इंडियन हेरिटेज होटल एसोसिएशन द्वारा वेबीनार का आयोजन हुआ. जिसमें 'इंडियन हेरिटेज होटल्स एंड इंपैक्ट ऑफ़ कोविड-19' मुख्य विषय था. सत्र का संचालन प्रबंधन निदेशक सीता, टीसीआई डिस्टेंस और गो वेकेशन्स दीपक देवा द्वारा किया गया.राजस्थान सरकार की प्रमुख शासन सचिव पर्यटन, कला और संस्कृति श्रेया गुहा ने कहा कि राजस्थान सरकार रिवाइवल पैकेज तैयार करने पर हेरिटेज होटल एसोसिएशन के साथ मिलकर काम कर रही है. आर्थिक रिवाइवल के लिए सरकार द्वारा एक विशेष कार्यबल का गठन किया गया है.
गुहा ने बताया कि विभिन्न सिफारिशों को तैयार करने के लिए होटल और पर्यटन क्षेत्र के साथ चर्चा की गई है. जिनमें से कुछ राज्य के वित्त विभाग को भेजे गए हैं. इसके अलावा वेतन सहायता, बिजली शुल्क माफ करना, राज्य पर प्रतिपूर्ति, बार शुल्क में कमी सहित अन्य पर भी ध्यान दिया जा रहा है. स्मारकों के लिए पहले से ही दिशा-निर्देश बनाए गए हैं. उन्होंने कहा कि निर्धारित समय अनिवार्य रूप से ऑनलाइन बुकिंग और हाइजीन प्रोटोकॉल के पालन के साथ-साथ गैलरीज और संग्रहालय में सीमित प्रवेश पर भी जोर दिया जाएगा.
इससे पहले अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में आईएचएचए के अध्यक्ष और जोधपुर के महाराजा गजसिंह ने कहा कि विदेशी पर्यटन के आसार धूमिल है. इसलिए घरेलू पर्यटन पर ध्यान केंद्रित करने और प्रत्येक राज्य की विशिष्टताओं और विशेषताओं पर जोर देने के साथ राज्यवाद विपणन ध्यान देने की आवश्यकता है.
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होटल में अधिकतम हाइजिन और सेनिटेशन स्टैंडडर्स बनाए रखते हुए एक स्वच्छ छवि का निर्माण करना चाहिए. वेबिनार के दौरान मानद महासचिव आईएचएचए विक्रम सिंह, उपाध्यक्ष जोस डोमिनिक, पीपी खन्ना, अभय मंगलदास ने भी विषय पर अपने विचार और सुझाव पेश किए.