जयपुर. REET पेपर आउट (REET Paper Leak Case 2021) को लेकर तेजी से बदल रहे घटनाक्रमों के बीच अब तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग पर गंभीर आरोप लग रहे हैं. विपक्ष के साथ ही बेरोजगार भी डॉ. गर्ग की भूमिका की जांच की मांग कर रहे हैं. गर्ग ने खुद पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया है. उनका कहना है कि राजनीतिक विरोधी उनकी छवि खराब करने का प्रयास कर रहे हैं.
सोमवार को मीडिया से बातचीत में तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि जब मंत्रिमंडल विस्तार हुआ था तब भी खबरें चली थी कि उन्हें मंत्रिमंडल से हटाया जा सकता है. अब REET पेपर आउट के बहाने छवि खराब करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दोस्त भी हो सकते हैं कुछ राजनीतिक दुश्मन भी हो सकते हैं. वे पहली बार विधायक और मंत्री बने हैं. ऐसे में कुछ लोग जो ईर्ष्या रखते हैं. वह इस समय सक्रिय होकर काम कर रहे हैं. उनका कहना है कि बोर्ड और विश्वविद्यालयों में नियुक्ति सर्च कमेटी की सिफारिश के आधार पर होती है.
उनका कहना है कि कोई भी गलती करें चाहे वह सुभाष गर्ग हो हो या कोई और उसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. कानून अपना काम करेगा और कानून से ऊपर कोई नहीं है. लेकिन जांच एजेंसियों को स्वतंत्र रूप से काम करने दिया जाए. उनके ऊपर अनावश्यक रूप से दबाव नहीं बनाया जाए. उन्होंने आरोप लगाया कि इस पूरे मामले को लेकर मीडिया ट्रायल के माध्यम से एक माहौल बनाया जा रहा है. जबकि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद किरोड़ीलाल मीना इस मामले में बार-बार बयान दे रहे हैं कि उनके पास कई सबूत हैं. उन सबूतों को भी एसओजी को अपनी जांच में शामिल किया जाना चाहिए.
पेपर आउट करने वाली गैंग्स में चल रहा गैंगवार: उन्होंने कहा कि पेपर आउट को लेकर जितनी भी गैंग है उनके संबंधों को लेकर भी एसओजी को खुलासा करना चाहिए. रामकृपाल मीणा के सूत्र कहां तक जुड़े हुए हैं और उसे कैसे इस पूरे मामले में प्लांट किया गया, इसका भी खुलासा होना चाहिए. उन्होंने माफिया का उदाहरण देते हुए बताया कि जिस तरह गैंगस्टर एक दूसरे की गैंग को खत्म करना चाहते हैं. वैसे ही लग रहा है कि पेपर आउट (REET Paper Leak Case 2021) करवाने वाली गैंग्स एक दूसरे को खत्म करके अपना वर्चस्व स्थापित करना चाह रही है.
सुभाष गर्ग ने कहा कि हमारी सरकार की साफ मंशा है कि इस तरह की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए कि भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा नहीं हो. ताकि हमारे युवा बेरोजगारों के साथ अन्याय नहीं हो. एसओजी पूरे मामले की तह तक पहुंचने में लगी है और उनकी जांच पूरी होने तक हम सभी को इंतजार करना चाहिए.