जयपुर. ऑल राजस्थान पेरेंट्स फोरम के प्रतिनिधि बुधवार को शिक्षा राज्य मंत्री मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के घर पहुंचे. जहां उन्होंने अपनी समस्याओं से डोटासरा को अवगत कराया. प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा राज्य मंत्री को बताया कि कोरोना काल में आर्थिक तंगी की वजह से अभिभावक स्कूलों को फीस नहीं दे पा रहे हैं, लेकिन निजी स्कूल संचालक अभिभावकों पर दबाव बनाकर फीस वसूलने में लगे हुए हैं और अलग-अलग तरह से उन्हें धमकियां भी दी जा रही है.
प्रतिनिधि मंडल से वार्ता के बाद मीडिया से बात करते हुए डोटासरा ने कहा यदि कोई भी निजी स्कूल फीस मामले को लेकर राज्य सरकार के आदेश का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बुधवार शाम को ऑल राजस्थान पेरेंट्स फोरम के प्रतिनिधियों की बैठक शिक्षा सचिव के साथ होगी. जिसमें अभिभावक अपनी समस्याओं को उनके सामने रखेंगे.
डोटासरा ने कहा कि जो भी लिखित में शिकायत अभिभावक देंगे, उनकी जांच कराकर संबंधित के खिलाफ कानून के दायरे में कार्रवाई की जाएगी. एक सवाल के जवाब में डोटासरा ने कहा कि कोरोना ने सबको परेशान किया हुआ है, यह वही लोग हैं जो सरकार बनाने में मेहनत करते थे और आज सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं.
अभिभावकों के धरने को लेकर डोटासरा ने कहा कि यदि कोई किसी की नहीं सुनता है तो धरना प्रदर्शन करना चाहिए, लेकिन हम लगातार अभिभावकों की बात सुन रहे हैं. मेरे पास जो भी आता है, उससे मैं हमेशा किसी भी समय मिलने के लिए तैयार रहता हूं. अभिभावकों और निजी स्कूल संचालको के गतिरोध को लेकर कहा कि अभिभावक चाहते हैं कि बच्चा ऑनलाइन क्लासेज में पढ़ें और निजी स्कूल वाले चाहते हैं कि यदि बच्चा ऑनलाइन पढ़ता है, तो उसकी फीस जमा कराई जाए.
गतिरोध इस बात पर बना हुआ है कि अभिभावक बच्चों की फीस कम करने की मांग कर रहे है, जबकि निजी स्कूल संचालक चाहते हैं कि पूरी फीस ली जाए. स्कूलों का कहना है कि कोरोना काल में स्कूल खुली रही, ऑनलाइन क्लासेज भी चल रही है, स्टाफ भी पूरा आ रहा है, ईएमआई भी आ रही है इसलिए अभिभावकों से पूरी फीस ली जाए. डोटासरा ने कहा कि फिलहाल मामला हाईकोर्ट में चल रहा है. राज्य सरकार का जो आदेश है, उससे अभिभावक पूरी तरह से संतुष्ट हैं. यदि इस आदेश का कोई निजी स्कूल संचालक उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.