जयपुर. शहर में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. आम आदमी से लेकर सरकारी कर्मचारी तक इस से डरा हुआ है और खुद को कोरोना से बचाने के लिए जुट गया है. कोरोना के फैलते संक्रमण के खौफ से अब पीएचईडी विभाग के मीटर रीडर भी डरे हुए हैं. उपभोक्ता और स्वयं को कोरोना बचाने के लिए मीटर रीडरों ने कर्मचारी नेता बाबूलाल शर्मा के नेतृत्व में अतिरिक्त मुख्य अभियंता को ज्ञापन भेजकर एवरेज से ही उपभोक्ताओं को बिल भेजने की मांग की है.
राजस्थान वाटर वर्क्स कर्मचारी संघ के प्रदेश प्रवक्ता और मीटर रीडर बाबूलाल शर्मा ने बताया कि जयपुर शहर में खतरनाक तरीके से फेल रहे कोरोना के चलते अतिरिक्त मुख्य अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग जयपुर क्षेत्र द्वितीय मनीष बेनीवाल को ज्ञापन भेजकर कर मीटर रीडर की ओर से अप्रैल माह की ली जाने वाली रीडिंग पर रोक लगवा कर एवरेज से बिल मंगवाने की मांग की है.
बाबूलाल शर्मा ने बताया कि अप्रैल माह में बढ़ते हुए कॉविड के बावजूद भी मीटर रीडरो ने अपनी जान जोखिम मे डालकर जैसे तैसे कर पानी के बिल तो वितरित कर दिए, लेकिन अब रीडिंग के दौरान उपभोक्ताओं से कहासुनी हो रही है. उपभोक्ताओं का कहना है कि आप तो स्वस्थ हो लेकिन रीडिंग के दौरान किसी भी घर में कोरोना पीड़ित हुआ तो उसका पता आप लोगों को नहीं है और मीटर रीडिंग के दौरान आपका संपर्क उससे हो गया और आप हर घर घर में जाकर रिडिंग लेते हो तो आप सभी के घरों में संक्रमण फैला सकते हो.
शर्मा ने बताया कि ऐसी परिस्थिति में उपभोक्ता मीटर रीडिंग लेने से मना कर रहा है. इससे हर उपभोक्ताओं को समझाना बड़ा मुश्किल हो जाता है. इस समस्या को देखते हुए कर्मचारियों ने अतिरिक्त मुख्य अभियंता से मांग की कि मीटर रीडर की ओर से ली जाने वाली अप्रैल माह की रीडिंग पर रोक लगाते हुए एवरेज से बिल से बिल भेजे जाए. जिससे मीटर रीडर के साथ ही आम उपभोक्ता भी सुरक्षित रह सके.