जयपुर. टैक्स चोरी को लेकर सेंट्रल जीएसटी ने बड़ा खुलासा करते हुए 100 करोड़ रुपये के फर्जी बिलों से टैक्स चोरी करने के मामले में मास्टरमाइंड आरोपी को गिरफ्तार किया है. ये बात भी सामने आई है कि पड़ोसी राज्यों के कारोबारियों को भी फर्जी बिल उपलब्ध करवाए गए थे.
महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत अन्य कई राज्यों में आरोपियों ने दूसरों के नाम से फर्जी फर्में बनाकर सरकार को टैक्स का चूना लगाया है. मास्टरमाइंड प्रवीण जांगिड़ कई दिनों से फरार चल रहा था, जिसे सेंट्रल जीएसटी की टीम ने आज गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है.
बता दें कि बोगस फर्मों के जरिए सरकार को करोड़ों रुपये की चपत लगाने के मामले में सीजीएसटी की टीम ने तीन आरोपियों को पहले गिरफ्तार किया था. बोगस फर्मों के जरिए जीएसटी चोरी कर करीब 100 करोड़ रुपये की आईटीसी की चपत लगाने के मामले में आरोपी रामचंद्र बिश्नोई, हेमंत त्यागी और हिम्मत सिंह गिरफ्तार हो चुके हैं. आरोपियों ने 700 करोड़ रुपये से अधिक के फर्जी बिल जारी कर राजस्व को चूना लगाया है.
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विशेष लोक अभियोजक बनवारी लाल ताखर के मुताबिक आरोपियों ने देश के कई शहरों में 50 से अधिक बोगस फर्म खोल कर सरकार को 100 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया है. आरोपियों ने लोगों को कमीशन के बदले फर्जी बिलों से करोड़ों रुपये की आईटीसी की चपत लगाई है. आरोपियों ने अपना जाल राजस्थान के साथ पड़ोसी राज्यों में भी फैलाया हुआ था. आरोपी सीमेंट, लोहा उत्पाद, सरिया, सरसों, कपड़ा, मार्बल के फर्जी बिल जारी कर अवैध तरीके से आईटीसी क्लेम उठा रहे थे.
आरोपियों ने दूसरे लोगों को लालच देकर उनके नाम से फर्जी फर्म में बनाई थी. रुपयों का लालच देकर करोड़ों रुपये का टैक्स चोरी किया गया. सीजीएसटी की ओर से अपील की गई है कि लोग फर्जी बिलों के चक्कर में नहीं पड़ें. इस तरह फर्जीवाड़ा जेल पहुंचा सकता है.