जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रिमंडल विस्तार से पहले तबादलों के जरिए नौकरशाहों को इधर-उधर करना शुरू कर दिया है. हाल ही में 283 आरएएस अधिकारियों की तबादला सूची आने के बाद राज्य सरकार ने शुक्रवार रात 5 वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की तबादला सूची जारी कर दी. तबादला सूची को लेकर कार्मिक विभाग ने आदेश जारी किए हैं. जिन वरिष्ठ 5 आईएएस अधिकारियों का तबादला किया गया है, उनमें पवन कुमार गोयल, राजेश्वर सिंह, डॉ. आर वेंकटेश्वरन, अर्पणा अरोड़ा और संदीप वर्मा शामिल हैं.
राज्य सरकार ने इंदिरा गांधी नहर बोर्ड के अध्यक्ष पवन कुमार गोयल को स्कूल शिक्षा और पंचायती राज विभाग में एसीएस लगाया है. राजस्थान रोडवेज के सीएमडी राजेश्वर सिंह को राजस्व मंडल अजमेर के अध्यक्ष पद पर तैनात किया है. राजस्व मंडल अजमेर के अध्यक्ष डॉ. आर वेंकटेश्वन को महानिदेशक एचसीएम रिपा एसीएस प्रशिक्षण के तौर पर तैनात किया है. इसके अलावा स्कूल शिक्षा की प्रमुख शासन सचिव अर्पणा अरोड़ा को ग्रामीण विकास पंचायती राज विभाग में प्रमुख शासन सचिव के पद पर तैनात किया है.
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वहीं, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संदीप वर्मा को राजस्थान रोडवेज में सीएमडी के पद पर लगाया गया है. बता दें, रोडवेज के प्रबंध निदेशक रहते हुए राजेश्वर सिंह और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह के बीच सब कुछ सामान्य नहीं चल रहा था. बसें खरीद का मामला हो या फिर अन्य मामलों में राजेश्वर सिंह और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह के बीच तारतम्य में नहीं बैठ रहा था.
इतना ही नहीं 1 दिन पहले यानी गुरुवार को जन घोषणा पत्र की क्रियान्विति की समीक्षा बैठक के बाद परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इलेक्ट्रिक बसों की खरीद में हो रही देरी को लेकर बयान भी दिया था कि जिन अफसरों की वजह से इलेक्ट्रिक बस से लाने में देरी हो रही है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बस खरीद को लेकर परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने राजेश्वर की शिकायत मुख्यमंत्री से की थी.