जयपुर. राजधानी में विकास कार्यों पर ब्रेक लगा हुआ है. हेरिटेज निगम में तो कांग्रेस पार्षद अपने ही बोर्ड और विधायकों के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. इस बीच जयपुर के निगमों की बिगड़ी हुई आर्थिक स्थिति पर कैबिनेट मंत्री महेश जोशी (Mahesh Joshi statement on Jaipur developement work) ने कहा है कि जब से निगम बना है तब से निगम की आर्थिक स्थिति कभी सही नहीं रही. निगम संकटों में काम करता है. निगम की आर्थिक स्थिति कैसी भी हो लेकिन जयपुर के विकास कार्यों में निगम की तरफ से कोई कमी नहीं आई.
वहीं पार्षदों की नाराजगी और निगम की आर्थिक स्थिति पर महापौर मुनेश गुर्जर ने कहा कि वो और उपमहापौर सबको साथ लेकर काम कर रहे हैं. चाहते हैं कि पार्षद और स्थानीय विधायक सब मिलकर काम करें. चूंकि सब एक ही बैनर से हैं. निगम में सभी हितों को ध्यान में रखते हुए काम किया जा रहा है. जहां तक फाइनेंशियल क्राइसिस की बात है तो निगम की आर्थिक स्थिति कमजोर जरूर हो सकती है, लेकिन हौसले आज भी निगम को ऊपर पहुंचाने के हैं.
फाइनेंशियल प्रॉब्लम से जयपुर के विकास कार्यों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि निगम में आर्थिक तंगी का दौर चलता रहता है. जल्द ही ठेकेदारों को पेमेंट कर हड़ताल भी खत्म की जाएगी, और काम शुरू होगा. वहीं उपमहापौर असलम फारुकी ने कहा कि आर्थिक स्थिति जैसी भी हो, विकास कार्यों को कभी नहीं रोका गया. जनता का अधिकार उनको जरूर मिलेगा. ठेकेदारों के पेमेंट की व्यवस्था हो गई है, पेमेंट होने के साथ ही ठेकेदारों के हड़ताल भी खत्म हो जाएगी.
हेरिटेज निगम से जुड़े ठेकेदार करीब 50 करोड़ रुपए बकाया भुगतान की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं. वहीं 4 महीने से करीब 50 करोड़ के बिलों का निस्तारण नहीं हुआ है. सूत्रों की मानें तो ठेकेदारों का बकाया भुगतान करने के लिए कमिश्नर अवधेश मीणा ने चेक साइन कर दिया है. लेकिन ऐसे कई ठेकेदार हैं जिनके बिल ही तैयार नहीं हुए हैं. जिसके चलते मामला फिलहाल अधर में लटका हुआ है.