जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस की राजनीति में एक बार फिर से चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. जहां पायलट गुट की वापसी के बाद भी आपस में नेताओं का मेलजोल नहीं हो रहा था तो लग रहा था कि अभी कांग्रेस पार्टी में मतभेद ना सही, लेकिन मनभेद जरूर है. लेकिन बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा का पहले सचिन पायलट के आवास पर जाना और फिर उसके बाद उन्हीं की गाड़ी में बैठकर अजमेर जाना और उन्हीं के साथ वापस लौटना, राजस्थान में नई संभावनाओं और चर्चाओं को जन्म दे रहा है.
ऐसे में एक चर्चा यह भी होने लगी है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली में भी कांग्रेस को संभाल सकते हैं, लेकिन गुरुवार को इस बात पर प्रदेश के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि इस तरीके की चर्चाएं केवल मीडिया की ओर से होती है उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. वहीं, पहले गोविंद सिंह डोटासरा के पायलट के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात करना और अब स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा का पायलट के साथ अजमेर का दौरा करने पर मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि सचिन पायलट से गोविंद डोटासरा क्यों ना मिले? रघु शर्मा क्यों ना मिले? सब कांग्रेस के लोग हैं.
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महेश जोशी ने कहा कि सभी कांग्रेस के नेता हैं और आपस में मिलते हैं, यही कांग्रेस की एकजुटता का परिचय है. इसमें किसी तरीके की कोई गलत बात नहीं है. यह अच्छी बात है कि हम आपस में मिलेंगे तो हमारे संवाद कायम रहेंगे और एकजुटता के साथ जनता की सेवा करेंगे.
मुख्यमंत्री के दिल्ली जाकर कांग्रेस पार्टी को संभालने की बात पर उन्होंने कहा कि ऐसी बात केवल मीडिया में चल रही है, हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. लेकिन कांग्रेस का हर कार्यकर्ता विशेषकर राजस्थान का कार्यकर्ता कांग्रेस आलाकमान के आदेश की पालना करता है. वहीं, सरकार गिराने की भाजपा की कोशिश को लेकर महेश जोशी ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री ने कहा है सरकार गिराने की कोशिश हो रही है तो उस बात के कोई ना कोई मायने जरूर हैं.
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महेश जोशी ने कहा कि भाजपा को इसका जवाब देना चाहिए कि महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में जैसा हुआ, वह केवल डर नहीं था जो संभावना थी वही हुआ. भाजपा के नेता नए सिरे से फिर कोशिश कर रहे हैं. पहले वह कर चुके हैं, लेकिन पहले की तरह आगे भी भाजपा का यह प्रयास सफल नहीं होगा क्योंकि कांग्रेस के लोगों ने इस बात का सबक लिया कि हमारी एकजुटता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है. हम सब एकजुट होकर पर्दाफाश करेंगे.