जयपुर. राजगढ़ थाना अधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई की आत्महत्या के मामले में अब राजस्थान में जमकर राजनीति हो रही है. जहां भाजपा के उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और अन्य नेता नाम लेकर विधायक कृष्णा पूनिया पर आरोप लगा रहे हैं. वहीं, दूसरी और कांग्रेस के नेता भी अपनी विधायक के पक्ष में खड़े होते हुए उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ पर नकारात्मक राजनीति करने के साथ ही उनको चूरू में उनकी आज तक की राजनीति याद दिला रहे हैं. जिसमें दारिया एनकाउंटर से जुड़े सवाल भी शामिल है.
बता दें, कि राजस्थान विधानसभा के सरकारी उप मुख्य सचेतक महेन्द्र चौधरी ने बयान जारी कर कहा, कि कोरोना काल में भाजपा प्रदेश में नकारात्मक राजनीति कर रही है जो कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा की चूरू जिले के राजगढ़ थाना के इंचार्ज विष्णुदत्त विश्नोई की आत्महत्या दुखद है और इस हादसे की न्यायिक जांच की मांग भी राज्य सरकार ने तत्काल मान ली है, लेकिन भाजपा इस मामले में नकारात्मक और दुष्प्रेरणा की राजनीति कर रही है.
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महेन्द्र चौधरी ने इस मामले में प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ को आड़े हाथों लेते हुए कहा है, कि राठौड़ जिस तरह राजगढ़-सादुलपुर की कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया को बदनाम करने के हथकंडें अपना रहे हैं, वह घटिया राजनीति की पराकाष्ठा है. राठौड़ को मालूम होना चाहिए कि कृष्णा पूनिया एक किसान की ऐसी बेटी है, जिसने पूरी दुनिया में खेलों में भारत का मान बढ़ाया है और चूरू जिले में विधायक बनकर वहां पॉजिटिव पॉलिटिक्स को आगे बढ़ाया है.
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महेन्द्र चौधरी ने कहा की राठौड़ चूरू जिले में अपनी नेगेटिव पॉलिटिक्स को अब विफल होता देख बौखलाहट की राजनीति कर रहे हैं. चूरू जिले में राठौड़ ने हमेशा जाति-विभाजन और हर तरह की नकारात्मक राजनीति की है. उनकी पॉलिटिकल हिस्ट्री किसी से छिपी नहीं है. दारिया एनकाउंटर और आनंदपाल प्रकरण से जुड़े कई सवाल आज भी लोगों की जुबां पर हैं. जनता को मालूम है, कि वसुंधरा सरकार में प्रदेश में कानून व्यवस्था किस तरह चरमरा गई थी और अपराध और राजनीति के शीर्ष गठजोड़ से पूरा प्रदेश त्रस्त था, लेकिन कांग्रेस सरकार में अपराधियों के हौसले पस्त हुए हैं.