जयपुर: गांधी जयंती का राज्यस्तरीय समारोह की शुरुआत हो चुकी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं. पहली बार प्रशासन गांवों के संग अभियान को भी आज से ही शुरू किया जा रहा है. इस मौके पर यूडीएच मंत्री (UDH Minister) शांति धारीवाल, मुख्य सचेतक महेश जोशी (Mahesh Joshi), मंत्री बी डी कल्ला, प्रताप सिंह खाचरियावास (Pratap Singh Khachariayawas), रघु शर्मा, लालचंद कटारिया, सालेह मोहम्मद, परसादी लाल मीणा मौजूद रहे.
इसी साल सीएम (CM Ashok Gehlot) ने सेन्ट्रल पार्क (Central Park) में स्थित राजकीय भूमि पर महात्मा गांधी दर्शन म्यूजियम बनाने की घोषणा की थी. इस म्यूजियम का कार्य पूर्ण होने पर ना सिर्फ परियोजना साईट की बल्कि नजदीकी क्षेत्र के ईको वैल्यू (Eco Value) यानि पर्यावरण मूल्य में इजाफा होगा.
मुख्य रूप से गांधी जी की विरासत (Gandhi) और स्वतंत्रता संग्राम के मुख्य आंदोलनों को इस म्यूजियम (Museum) में वर्चुअली पुनर्जीवित किया जाएगा. सोच ये है कि दर्शक विशेषकर देश की युवा पीढ़ी स्वतंत्रता संग्राम की मुख्य घटनाओं, गांधी के जीवन, दर्शन और मूल्यों का अनुभव कर उन्हें आत्मसात कर सकें.
विरासत वाले भाग को Ground Floor पर बनाया जाएगा जबकि ऐतिहासिक आंदोलनों, घटना आदि को भूमिगत तल पर रखा गया है. आज देश जिस मुकाम पर है उस तक पहुंचने में गांधी जी और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष से युवाओं में जुड़ाव पैदा करना भी इस प्रोजेक्ट का एक मुख्य उददेश्य है.
हरा भरा होगा वातावरण
इसका निर्माण लगभग 16000 वर्गगज क्षेत्र में 30 प्रतिशत से भी कम क्षेत्र में किया जाएगा. और पूरे क्षेत्र में 1000 से अधिक पेड़ पौधे लगाकर इस क्षेत्र को एक घने वृक्षों के झुरमुट, प्राकृतिक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा. गांधी दर्शन म्यूजियम में गांधीजी की विरासत से संबंधित वस्तुओं का प्रत्यक्ष प्रदर्शन किया जाएगा. गांधी जी के जीवन से जुड़े मुख्य आंदोलन दक्षिणी अफ्रीका में सत्याग्रह प्रयोग, चपांरन आंदोलन, खिलाफत आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन सहित अन्य आंदोलनों को नई तकनीक के जरिए दर्शाया जाएगा. जिससे दर्शक एवं विशेष तौर पर युवा इन आंदोलनों एवं घटनाओं को अनुभव कर सके.
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महात्मा गांधी इन्सटीट्यूट ऑफ गवर्नेन्स एण्ड सोशियल साइंसेज
महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ गवनेंस एण्ड सोशियल सांईसेंस (Mahatma Gandhi Institute Of Governance And Social Sciences) के लिए सेन्ट्रल पार्क परिसर स्थित कनक भवन को आवश्यकतानुसार पुर्नउपयोग के लिये तैयार कर लिया गया है. इस भवन में इन्सटीट्यूट के प्रशासन संबंधी कार्यों के लिए डायरेक्टर कक्ष, रजिस्ट्रार कक्ष, ऑफिस, रिसेप्शन हॉल की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा सेमिनार हॉल, लाइब्रेरी, शोधार्थियों के लिए अलग से कक्ष निर्धारित किये गये हैं. इन्सटीट्यूट परिसर में लगभग 80 प्रतिशत क्षेत्र में सुन्दर पौधे लगाकर उद्यान विकसित किया गया है.
विपक्ष पर कसा तंज
प्रशासन शहरों के संग अभियान और प्रशासन गांवों के संग अभियान की शुरुआत करते हुए सीएम अशोक गहलोत प्रदेश की राजनीति पर खुलकर बोलते दिखे. यहां मंच से उन्होंने कहा कि विपक्ष कहता है कि वो घर में बंद हैं, लेकिन अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान की कृपा से पहले 34 दिन रिसोर्ट में रहे. प्रदेश के ब्यूरोक्रेट्स इस बात से चिंतित रहते हैं कि सरकार रहेगी या नहीं, लेकिन अब उन्हें कुछ नहीं होने वाला. किसी को दुखी होना है तो हो. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार 5 साल तक रहेगी और दोबारा सत्ता में भी लौटेगी.
अभियान में दी गई छूट
आज से शुरू किए जा रहे प्रशासन शहरों के संग अभियान में पट्टा, भवन निर्माण स्वीकृति, उपविभाजन, पुनर्गठन जैसे कार्यों के साथ-साथ यूडी टैक्स और बकाया हाउस टैक्स के मामलों में भी भारी छूट प्रदान की गई है। इसे लेकर ग्रेटर नगर निगम ने आदेश भी जारी किए हैं. राज्य सरकार की ओऱ से एमनेस्टी योजना के तहत 31 मार्च 2022 तक सम्पूर्ण बकाया हाउस टैक्स राशि एकमुश्त जमा करवाने पर मूल हाउस टैक्स की राशि पर 50 प्रतिशत की छूट के साथ शास्ति पर 100 प्रतिशत छूट दी गई है. इससे बकाया हाउस टैक्स हमेशा के लिये शून्य हो जायेगा. इसके अलावा वर्ष 2021-22 तक एकमुश्त यूडी टैक्स जमा करवाने पर ब्याज और शास्ति पर शत प्रतिशत की छूट होगी.
गांधी दर्शन म्यूजियम का शिलान्यास किया, प्रेमचंद को पहला पट्टा दिया
गांधी जयंती के राज्यस्तरीय समारोह में सीएम अशोक गहलोत ने गांधी दर्शन म्यूजियम का शिलान्यास, महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ़ गवर्नेंस एंड सोशियल साइंस का लोकार्पण और आरएचबी आवास लांच किया. इस दौरान प्रशासन गांवों के संग अभियान का आगाज करते हुए शाकुन गांव के प्रेमचंद को पहला पट्टा दिया. वहीं जयपुर के इंजीनियर कॉलोनी में रहने वाली कौशल्या देवी को पट्टा देते हुए प्रशासन शहरों के संग अभियान की शुरुआत की.
राज्य सरकार प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत 10 लाख पट्टे वितरित करने का लक्ष्य रखा है. लेकिन राजधानी जयपुर की यदि बात की जाए तो पहले दिन जेडीए और नगर निगम की ओर से तय लक्ष्य के आधे पट्टे भी वितरित नहीं किए जा सके. हालांकि जिन लाभार्थियों को पट्टे मिले वो काफी खुश नजर आए. मुख्य कार्यक्रम में सीएम के हाथों पट्टा लेने वाली पृथ्वीराज नगर की कौशल्या देवी और मानसरोवर की पुष्पा देवी ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि लंबे समय से अपनी जमीन के पट्टे के लिए कोशिश कर रहे थे. अभियान के दौरान सरकार ने जब ब्याज में 100% की छूट दी, तो इसे सही मौका मानते हुए पट्टे के लिए अप्लाई किया और आज पट्टा मिल भी गया. उन्होंने बताया कि आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं होने की वजह से अब तक पट्टा नहीं ले पाए थे.
सीएम ने राजस्थान आवासन मंडल के मोबाइल एप RHB AWAS को भी लांच किया. प्रशासन शहरों के संग अभियान-2021 के अन्तर्गत विभिन्न श्रेणियों के आवासों की आवश्यकता जानने के लिए डिमांड सर्वे करवाया जाएगा. आवास की आवश्यकता का पता लगने पर मंडल नगर निकायों से जमीन खरीद कर या आवंटित कराकर वहां योजनाएं विकसित कर सकेगा. ये सर्वे मण्डल की ओर से मोबाइल एप RHB AWAS के माध्यम से करवाया जाएगा.
भीलवाड़ा में एक हजार पट्टे बांटे
भीलवाड़ा नगर विकास न्यास में आज प्रशासन शहरों के संग अभियान की शुरुआत हुई. अभियान की शुरुआत से पहले यूआईटी कार्यालय में स्थित महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर गांधी प्रतिमा पर भीलवाड़ा जिला प्रभारी सचिव और आबकारी आयुक्त डॉ. जोगाराम, पूर्व मंत्री व डेयरी चेयरमैन रामलाल जाट, जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने माल्यार्पण किया. इसके बाद अभियान के तहत 1 हजार व्यक्तियों को पट्टे वितरण किये गये. इस दौरान नगर परिषद पूर्व सभापति ओम नाराणीवाल , नगर विकास न्यास सचिव अजय कुमार आर्य,ओएसडी रजनी माधीवाल और अधीक्षण अभियंता संजय माथूर भी मौजूद रहे.
बाड़मेर में 8 साल बाद एक ही दिन में 101 पट्टे वितरित
करीब 8 साल बाद एक बार फिर से युद्ध स्तर पर पट्टा देने का अभियान शुरू हुआ है जिसके तहत पहले दिन ही बाड़मेर नगर परिषद ने 101 पट्टे वितरित किए. वहीं ग्रामीण इलाकों में 51 पट्टे वितरित किए गए. इससे पहले गहलोत सरकार के समय 2012-13 में भी इसी तरीके का अभियान चलाकर बड़े स्तर पर पट्टे दिए गए थे लेकिन उसके बाद लोगों को पट्टे बनाने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा.