जयपुर. राजधानी में इन दिनों तापमान 40 डिग्री से पार हो चुका है. लू की चपेट में आने के कारण बड़ी संख्या में (Rising temperature in Rajasthan) मरीज अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं. खासकर बच्चों की बात करें तो, स्कूलों में छुट्टियां नहीं होने के कारण बच्चे लू की चपेट में आ रहे हैं. जयपुर के जेके लोन अस्पताल में आमतौर पर पहले 400 से 500 बच्चे इलाज के लिए पहुंचते थे, लेकिन प्रदेश में बढ़ती गर्मी के बाद इस संख्या में बढ़ोतरी हुई है. अब हर दिन लगभग 1200 से 1300 बच्चे अस्पताल की आई पी डी में पहुंच रहे हैं. इनमें से तकरीबन हर दिन 100 से 200 बच्चों को भर्ती भी किया जा रहा है.
जेके लोन अस्पताल के पूर्व अधीक्षक और शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अशोक गुप्ता का कहना है कि बढ़ते तापमान के कारण ज्यादातर बच्चे लू की चपेट में आ रहे हैं. डॉ गुप्ता का कहना है कि गर्मी के कारण बच्चों में तीन बड़ी समस्याएं सामने आ रही है. इनमें सबसे पहले बच्चों में हिट फैटीग के मामले सामने आ रहे हैं. यानी गर्मी के कारण बच्चों की एकाग्रता खत्म हो रही है. वहीं लू के कारण बच्चों में एकाएक शरीर के तापमान का बढ़ना, पेट दर्द और उल्टी दस्त के मामले सामने आ रहे हैं.
बच्चों को लेकर विशेष सतर्कता: डॉ गुप्ता का कहना है कि बढ़ते तापमान के बाद खासतौर पर बच्चों का ख्याल रखने की सबसे अधिक जरूरत होती है. गर्मी हो या सर्दी बच्चे सबसे जल्दी वायरल की चपेट में आते हैं. ऐसे में बच्चों को समय-समय पर तरल पदार्थ पीने को देना चाहिए, गर्मी के समय बच्चों को बाहर नहीं निकलने देना चाहिए. बच्चे जिस कमरे में रहते हैं उसका तापमान मेंटेन रखना चाहिए, ताकि बच्चे लू की चपेट में नहीं आए. इसके अलावा यदि बच्चों में तेज बुखार, उल्टी, दस्त के लक्षण दिखाई दें तो उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती करवाना जरूरी है.