जयपुर. एनटीटी भर्ती प्रक्रिया की एसओजी की ओर से जांच करवाने पर बड़ी संख्या में फर्जी डिग्री के आधार पर आवेदन करने के मामले सामने आए हैं. अब पुस्तकालयाध्यक्ष भर्ती के लिए दोबारा आवेदन मांगने पर आवेदनों की संख्या में हुई बढ़ोतरी की भी जांच की मांग जोर पकड़ने लगी है.
महिला एवं बाल विकास विभाग और अल्पसंख्यक मामलात की राज्यमंत्री व सिकराय विधायक ममता भूपेश ने प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर इस मामले की एसओजी या उच्च स्तरीय कमेटी से जांच करवाने की मांग रखी है. ममता भूपेश ने मुख्य सचिव को लिखे पत्र में बताया है कि उनकी जानकारी के अनुसार पुस्तकालयाध्यक्ष ग्रेड-3 भर्ती-2018 में ईडब्ल्यूएस को 10 फीसदी आरक्षण देने के कारण दोबारा आवेदन मांगे गए थे.
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इसके बाद आवेदनों की संख्या में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है. यह फर्जी डिग्री या प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए जाने की तरफ इशारा करता है. जिस प्रकार समेकित बाल विकास सेवाओं के अंतर्गत की गई एनटीटी की भर्ती में भी कई अभ्यर्थियों द्वारा बाहरी राज्यों से प्राप्त फर्जी डिग्रियों की एसओजी से जांच की गई थी. उसी प्रकार पुस्तकालयाध्यक्ष ग्रेड-3 की भर्ती में भी आवेदकों के पास फर्जी प्रमाण पत्र या डिग्री होने की शिकायतें प्राप्त हुई हैं.
ममता भूपेश ने पुस्तकालयाध्यक्ष ग्रेड-3 भर्ती मामले की उच्च स्तरीय कमेटी या एसओजी से जांच करवाने की मांग रखी है ताकि योग्य अभ्यर्थियों को न्याय मिल सके. बता दें कि इस मामले में बेरोजगार महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने भी बड़े स्तर पर धांधली का अंदेशा जताते हुए इस मामले की जांच करवाने की मांग की थी.