जयपुर. चोंप गांव में विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टेडियम बनने जा रहा है. जिसकी शुरुआत गुरुवार को विश्वकर्मा पूजन के साथ हुई. इस स्टेडियम को लेकर राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (Rajasthan Cricket Association) के अध्यक्ष वैभव गहलोत का सपना है कि इसे गुजरात में स्थित नरेंद्र मोदी स्टेडियम यानी मोटेरा से भी हाईटेक बनाया जाए. जिससे विश्व भर में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का यह स्टेडियम अलग पहचान रख सके.
मामले को लेकर आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत ने कहा कि उन्होंने मोटेरा स्टेडियम का दौरा किया था. इस दौरान देखा कि किस तरह से स्टेडियम को तैयार किया गया है और किस तरह की सुविधाएं मोटेरा स्टेडियम में मौजूद है. ऐसे में हमारा सपना है कि जिस तरह की सुविधाएं मोटेरा स्टेडियम में मौजूद है, उससे कहीं ज्यादा हाईटेक जयपुर का यह स्टेडियम बनाया जाए. जहां हर तरह की सुविधा खिलाड़ियों के लिए मौजूद हो. वैभव गहलोत ने कहा कि मोटेरा स्टेडियम देखकर हमें अनुमान लग गया है कि किस तरह बेहतर स्टेडियम तैयार किया जा सकता है और अन्य स्टेडियम से ज्यादा सुविधाएं खिलाड़ियों को किस तरह मिल सकती है.
दिल्ली रोड स्थित चोंप गांव में विश्वकर्मा पूजन के साथ ही स्टेडियम के निर्माण से जुड़ी गतिविधि शुरू की गई. इस दौरान राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत समेत तमाम पदाधिकारी और वैभव गहलोत की बेटी काश्विनी भी मौजूद रही. इस मौके पर अध्यक्ष वैभव गहलोत ने बताया कि 400 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस स्टेडियम को दो चरणों में पूरा किया जाएगा. इस स्टेडियम की करीब 75 हजार दर्शक क्षमता रहेगी और पहले चरण में 45000 दर्शकों की क्षमता का कंस्ट्रक्शन किया जाएगा.
भूमि पूजन पर सौरव गांगुली, जय शाह को बुलाया जाएगा
पहले चरण में करीब 280 करोड़ रुपए की लागत इस स्टेडियम को तैयार करने में आएगी. 100 एकड़ जमीन से बनने वाले इस स्टेडियम के लिए बीसीसीआई की ओर से करीब 100 करोड़ रुपए का अनुदान दिया जाएगा. इसके अलावा 90 करोड़ रुपए की राशि राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन विभिन्न माध्यमों से अर्जित करेगा. गुरुवार को पूजन के साथ ही कंस्ट्रक्शन कंपनी को जमीन भी आरसीए की ओर से सौंप दी गई है. गहलोत ने यह भी बताया कि स्टेडियम का भूमि पूजन किया जाएगा, तब प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली, बीसीसीआई सचिव जय शाह समेत अन्य लोगों को आमंत्रित किया जाएगा.
सोलर पावर से होगा लैस
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से बनने वाला नया स्टेडियम खुद अपनी बिजली बनाएगा यानी स्टेडियम को सोलर पावर एनर्जी मिल सकेगी. इसके अलावा जहां मोटेरा स्टेडियम सिर्फ 63 एकड़ में फैला हुआ है. वहीं राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का यह स्टेडियम 100 एकड़ में तैयार किया जा रहा है.
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बारिश से मैच नहीं होगा बाधित
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से बनाए जाने वाले इस स्टेडियम में खासियत होगी कि बारिश होने पर मैच बाधित नहीं होगा. वाटर हार्वेस्टिंग तकनीकी के माध्यम से मैदान में भरे पानी को तुरंत खाली किया जा सकेगा. इसके बाद तुरंत मैच शुरू हो सकेगा. यह सुविधा मोटेरा स्टेडियम में भी है लेकिन आरसीए के इस स्टेडियम को वॉटर हार्वेस्टिंग के लिहाज से और बेहतर तैयार किया जाएगा. वाटर रिसाइकिल प्रोसेस प्लांट भी स्टेडियम में लगाया जाएगा. जिससे पानी की बर्बादी रोकी जा सके.
दो प्रैक्टिस ग्राउंड
इसके अलावा राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन मुख्य स्टेडियम के साथ-साथ दो प्रैक्टिस मैदान भी तैयार करेगा. जहां राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से एकेडमी भी संचालित की जाएगी. इससे पहले राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की कोई क्रिकेट एकेडमी नहीं थी लेकिन इस नए स्टेडियम में इसकी शुरुआत की जा रही है.
पिच पर ज्यादा ध्यान
मोटेरा पर तैयार किया गया पिच धीमा है. ऐसे में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का खास ध्यान पिच पर भी रहेगा क्योंकि सवाई मानसिंह स्टेडियम का मैदान और पिच कई बार आईपीएल के बेस्ट पिच में शामिल हो चुका है. ऐसे में जयपुर में बनने वाले इस नए स्टेडियम का पिच बेहतर तरीके से तैयार करने के निर्देश भी दिए गए हैं.