जयपुर. राजधानी में भू-माफियाओं के हौसले बुलंद नजर आ रहे हैं. भूमाफिया लगातार सरकारी जमीनों पर कब्जा कर कॉलोनियां काट रहे हैं. जेडीए के प्रवर्तन दस्ते ने शुक्रवार को जयपुर के जयसिंहपुरा खोर में 3 बीघा सरकारी जमीन पर बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण ध्वस्त किया.
जयसिंहपुरा खोर में 3 बीघा सरकारी जमीन पर भूमाफिया कॉलोनी बसाने का प्रयास कर रहे थे. लेकिन, जेडीए दस्ते ने भू-माफियाओं के मंसूबों पर पानी फेर दिया. जेडीए की बड़ी कार्रवाई को देखकर भू-माफियाओं में हड़कंप मच गया.
जानकारी के मुताबिक पहले भी कई बार जेडीए जयसिंहपुरा खोर में सरकारी जमीनों पर अतिक्रमणो को ध्वस्त कर चुका है. लेकिन, फिर से भू-माफिया अपने धनबल के चलते निर्माण कार्य शुरू कर देते हैं. कई जगहों पर तो भू-माफियाओं ने कॉलोनिया भी बसा दी. जेडीए बार-बार कार्रवाई के नाम पर अपनी खानापूर्ति करके वापस लौट जाता है. भू माफिया सरकारी जमीनों को बेचकर चांदी कूट रहे हैं. जिसका खामियाजा गरीब लोगों को भुगतना पड़ता है.
वहीं, मकान खरीदने का सपने देखने वाले गरीब लोग सस्ती दरों के लालच में आकर ऐसी जगह पर अपना पैसा लगा देते हैं. लेकिन, बाद में जेडीए की कार्रवाई होने पर नुकसान की मार भी गरीब को ही झेलनी पड़ती है. कानोता में भी सरकारी भूमि और गायत्री नगर डी ब्लॉक में जीरो सेटबैक पर बायलॉज में किए गए अवैध निर्माण को भी जेडीए दस्ते ने ध्वस्त किया. जेडीए एसपी मामन सिंह के मुताबिक जोन 10 जयसिंहपुरा खोर में खसरा नंबर 20 और 29 में जेडीए स्वामित्व की करीब 3 बीघा जमीन और आम रास्ते पर बाउंड्रीवाल और तारबंदी कर अवैध निर्माण कर लिया गया था. जिसे जेसीबी की सहायता से ध्वस्त कर सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया.
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केशव विद्यापीठ के आगे अतिक्रमण करने की शिकायत मिली थी. जिस पर जेडीए दस्ते ने सुमेल गांव में सरकारी भूमि के खसरा नंबर 199 में किए गए अवैध निर्माण को भी ध्वस्त किया. कार्रवाई से पहले जेडीए ने शिकायत की गई भूमि की चिन्हित रिपोर्ट और पीटी सर्वे किया इसके बाद पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया गया.
वहीं जोन 13 में खसरा नंबर 394/921 हिंगोनिया गौशाला के पास कानोता गांव में सरकारी भूमि पर दो कमरे और बाउंड्रीवॉल बनाकर अवैध निर्माण किया गया था. जिसे भी जेसीबी की सहायता से ध्वस्त किया गया. जोन 5 में गायत्री नगर डी ब्लॉक प्लॉट नंबर डी-180 के में जीरो सेटबेक पर बायलॉज का अवैध निर्माण किया गया था, जिसे भी मौके पर ध्वस्त किया गया.