अजमेर. अजमेर जिले के प्रभारी मंत्री बनने के बाद लालचंद कटारिया ने बुधवार को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट संभागार में पहली बैठक ली. कटारिया जिले के प्रभारी मंत्री बनने के बाद अजमेर आए थे. अजमेर में अभियान की समीक्षा बैठक के अलावा बिजली, पानी, फसल खराबी और फसल बीमा पर अधिकारियों के साथ चर्चा की.
जिले के प्रभारी मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि कोरोना महामारी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इसकी चपेट में हैं. इसलिए देश और प्रदेश में कोरोना की चेन नहीं टूटी तो आगामी दिनों में हमारे सामने भी बड़ा संकट खड़ा होगा. उन्होंने कहा कि WHO भी कह चुका है कि अक्टूबर और नवंबर महीने में महामारी का प्रकोप अधिक रहेगा. इसलिए राजस्थान सरकार ने जन आंदोलन की शुरुआत की है. कटारिया ने अपील की है कि प्रदेश का हर नागरिक इस जनांदोलन से जुड़े ताकि कोरोना की चेन को तोड़ा जा सके.
जन आंदोलन की मंशा...
कटारिया ने कहा कि राजस्थान सरकार ने कोविड-19 के बचाव के लिए जो प्रयास किए हैं, उसकी काफी सराहना की जा रही है. उन्होंने कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी को जन आंदोलन में भाग लेना चाहिए. जन आंदोलन के पीछे सिर्फ एक ही मंशा है कि कोरोना की चेन तोड़ी जा सके.
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अधिकारियों से इन सब मुद्दों पर हुई चर्चा
प्रभारी मंत्री लालचंद कटारिया ने बताया कि वह खुद कोरोना के मरीज रह चुके हैं और इस बीमारी को भुगत चुके हैं. उन्होंने कहा कि जो परिवार भुगत रहे हैं, उन्हें पता है कि किस तरह की यह महामारी है. उन्होंने बताया कि कोविड-19 को लेकर किए जा रहे कार्य और अभियान को लेकर समीक्षा की गई है. इसके अलावा जिले में पानी, बिजली, सड़क, खाद-बीज, फसल खराबे और फसल बीमा को लेकर भी अधिकारियों के साथ चर्चा हुई है.
इसलिए टाला जा रहा निकाय चुनाव
लालचंद कटारिया ने कहा कि अगली बैठक में सभी विभागों के कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की जाएगी. कटारिया ने बताया कि जिले में फसल खराबे के लिए गिरदावरी का काम पूरा हो चुका है और जल्द ही इसके आंकड़े सामने आएंगे. निकाय चुनाव टालने के सवाल पर कटारिया ने कहा कि डब्ल्यूएचओ भी कह रहा है कि अक्टूबर और नवंबर में महामारी का प्रकोप अधिक रहेगा. यही वजह है कि सरकार महामारी के प्रकोप को कम करने के उद्देश्य से जन आंदोलन कर रही है. इसलिए कोशिश की जा रही है कि निकाय चुनाव को फिलहाल टाला जाए.