जयपुर. भाजपा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा प्रदेश की गहलोत सरकार और कांग्रेस के खिलाफ हमेशा से हमलावर रहे हैं, लेकिन गहलोत सरकार के ही मंत्री विश्वेंद्र सिंह से उनका याराना चर्चाओं में (Kirodi Meena and Vishvendra Singh photo) है. याराना ऐसा कि पिछले 2 महीने में किरोड़ी मीणा करीब छह बार विश्वेंद्र सिंह के सरकारी निवास पहुंचकर उनसे मुलाकात कर चुके हैं. हालांकि हर बार मुलाकात का अलग कारण होता है. लेकिन हर मुलाकात एक नई सियासी चर्चा छिड़ जाती है. आज भी किरोड़ी मीणा ने विश्वेंद्र सिंह से मुलाकात की. इस पर किरोड़ी का कहना है कि वे ईआरसीपी के मामले को लेकर मंत्री से मिलने गए थे, चूंकि बुधवार को गहलोत कैबिनेट की बैठक होनी है.
मंगलवार को किरोड़ी सिविल लाइंस स्थित विश्वेंद्र सिंह के निवास पहुंचे और यहां करीब 1 घंटे तक इन दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई. चर्चा दौसा जिले में पेयजल समस्या को लेकर भी थी और कुछ सियासी भी, लेकिन इस चर्चा का एक फोटो सोशल मीडिया के जरिए बाहर आ गया. फोटो में मीणा और विश्वेंद्र सिंह एक-दूसरे का हाथ पकड़े मुस्कुरा रहे हैं और फोटो का पोज भी दे रहे हैं. जो इन दोनों ही नेताओं के याराना को दर्शाता है. फिर बताया जा रहा है कि विश्वेंद्र सिंह दौसा जिले के प्रभारी मंत्री हैं. किरोड़ी का गृह जिला दौसा ही है. ऐसे में वहां चल रही पेयजल की समस्या सहित अन्य मुद्दों के समाधान के लिए वे विश्वेंद्र सिंह से मिलने आए क्योंकि विश्वेंद्र सिंह से उनकी पुरानी मित्रता है. ऐसे में विपक्ष में रहते हुए भी किरोड़ी दौसा से जुड़े अपने क्षेत्र की जनता से जुड़े काम विश्वेंद्र सिंह के समक्ष रखकर ही करवाते हैं.
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मुलाकात की सियासी चर्चा का एक कारण यह भी: मीणा विश्वेंद्र की मुलाकात इसलिए भी सियासी चर्चाओं में रहती है क्योंकि किरोड़ी लगातार गहलोत सरकार और मुख्यमंत्री पर जुबानी हमला बोलते हैं और मुख्यमंत्री को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ते. पिछले कुछ महीनों में किरोड़ी के धरने प्रदर्शन और आंदोलन उठाकर देखें तो उसमें मुख्य टारगेट पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की रहे हैं. इस स्थिति में भी अब जब गहलोत के मंत्री विश्वेंद्र सिंह से किरोड़ी की बार-बार मुलाकात होगी, तो वो फिर चर्चा का विषय भी बनना लाजमी है. विश्वेंद्र सिंह सचिन पायलट गुट के ही विधायक माने जाते हैं. अब पायलट और सीएम गहलोत के खटास भरे संबंध तो जगजाहिर हैं ही.
ईआरसीपी को लेकर दिए विश्वेंद्र को दिया सुझाव: वहीं मंगलवार को किरोड़ी और विश्वेंद्र सिंह के बीच हुई मुलाकात को लेकर जब मीणा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वे ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट को लेकर बात करने के लिए विश्वेंद्र सिंह के पास गए (Kirodi met Vishvendra Singh for ERCP project) थे. किरोड़ी के अनुसार ईआरसीपी की मौजूदा डीपीआर राजस्थान सरकार ने बनाई है, उसमें दौसा जिले के 12 बांधों को नहीं जोड़ा गया है. मीणा ने पर्यटन मंत्री से कहा कि वे बुधवार को होने वाली गहलोत कैबिनेट की बैठक में इस मामले को उठाएं और राजस्थान के हित में प्रोजेक्ट की संशोधित डीपीआर बनाकर केंद्र को भेजें. किरोड़ी ने यह भी कहा कि जल्द ही वे पूर्वी राजस्थान से जुड़े तमाम जनप्रतिनिधियों से इस संबंध में मिलकर आग्रह करेंगे और इस प्रोजेक्ट पर दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करने की बात कहेंगे.