जयपुर. रीट पेपर लीक प्रकरण का मुद्दा लगातार बढ़ता जा रहा है. राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा (Kirodi Lal Big Statement on REET) नित नए खुलासे कर रहे हैं. किरोड़ी लाल मीणा ने रविवार को भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई खुलासे किए. उन्होंने कहा कि राजीव गांधी स्टडी सर्किल के तार एआईसीसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी तक जुड़े हुए हैं, यह जांच वहां तक पहुंचेगी. उन्होंने एसओजी पर भी पेपर लीक का आरोप लगाते हुए कहा कि एसओजी के अधिकारियों ने अपने रिश्तेदारों को रीट के पेपर पढ़ाए.
प्रेस वार्ता में किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि राजीव गांधी स्टडी सर्किल की पहली बैठक मार्च 2007 में एआईसीसी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के 10 जनपथ स्थित निवास पर हुई. रीट पेपर लीक प्रकरण के शामिल सभी अधिकारी उस मीटिंग में भी शामिल थे. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि रीट पेपर लीक प्रकरण में शामिल राजीव गांधी स्टडी सर्किल से जुड़े हुए सभी सदस्य जारोली, सुभाष गर्ग व अन्य लोग उस मीटिंग में सोनिया गांधी से मिल रहे हैं. मीणा ने उस वक्त की फोटो भी मीडिया कर्मियों को दिखाई.
सबूत दे रहा हूं ताकि सीएम की आंखें खुलें
मीणा ने कहा कि मैं सबूत इसलिए दे रहा हूं, ताकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की आंखें खुलें. दूसरी मीटिंग में भी यह सभी लोग विमोचन के दौरान सोनिया गांधी के साथ मौजूद थे. उन्होंने कहा कि वैसे तो कोई भी किसी के साथ भी फोटो खिंचवा सकता है, लेकिन जब 10 जनपथ की बात आती है तो पूरी जांच के बाद ही लोगों को अंदर जाने दिया जाता है. मीणा ने मुख्यमंत्री के घर पर सुभाष गर्ग की भी फोटो दिखाई, जिसमें वे प्रदीप पाराशर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिला रहे हैं.
एसओजी पर भी लगाए गंभीर आरोप
राज्यसभा सांसद मीणा ने रीट पेपर लीक प्रकरण की जांच कर रही एसओजी पर भी कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि जो अधिकारी इस पेपर लिक प्रकरण की जांच कर रहे हैं, उन्होंने ही अपने रिश्तेदारों को रीट का पेपर पढ़ाया है और अपने रिश्तेदारों को बढ़िया नंबर भी दिलवाए हैं.
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पेपर लीक प्रकरण में गिरफ्तार आरोपी महेंद्र गुर्जर ने अपने बयान में एसओजी के सीआई मोहन को अजय शर्मा और सुभाष शर्मा से पेपर देना बताया, लेकिन एसओजी ने आज तक अजय शर्मा और सुभाष शर्मा को गिरफ्तार नहीं किया. आरोपी भजनलाल ने सुभाष शर्मा अजय शर्मा को रीट का पेपर दिया और यह बयानों में भी दर्ज है. महेंद्र गुर्जर को एसओजी ने साधु राम की गाड़ी से गिरफ्तार किया था और यह साधु राम प्रतिनियुक्ति पर शिक्षा संकुल में व्याख्याता के पद पर कार्य कर रहा है. साधुराम से एसओजी ने भी अपने लोगों को पेपर दिलवाए हैं. एसओजी ने महेंद्र गुर्जर को तो गिरफ्तार कर लिया, लेकिन साधु राम को आज तक नहीं पकड़ा है.
आरोपियों को बचाया और निर्दोषों को फंसाया जा रहा
मीणा ने आरोप लगाया कि इस मामले में आरोपियों को बचाया गया और निर्दोषों को फंसाया गया है. महेंद्र गुर्जर की बहन द्रौपदी भी इस मामले में लिप्त है, लेकिन एसओजी ने उससे आज तक कोई पूछताछ नहीं की. द्रौपदी से भी एसओजी के अधिकारियों ने बड़ी राशि ली है.
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मीणा ने कहा कि इस मामले में एक आरोपी कमल यादव का भी नाम है. कमल यादव के पास पेपर महेंद्र गुर्जर के मार्फत आया है. कमल यादव ने पूनम यादव को मोबाइल के जरिए पेपर पढ़ाया और यह बात चालान में लिखी हुई है. कमल यादव ने यह भी कहा कि उसने एसओजी के एक अधिकारी के घर पर उनके लोगों को भी रीट का पेपर पढ़ाया, यह जानकारी एसओजी के पास भी है लेकिन एसओजी ने आज तक उन लोगों को गिरफ्तार नहीं किया. कमल यादव ने अन्य लोगों को भी पेपर पढ़ाया और इससे यह साबित हो जाएगा कि एसओजी ने ही पेपर लीक करवाया है. एसओजी के पास पूरी सीडीआर है जिसमें पेपर पढ़ाने वाले और पेपर पढ़ने वालों की पूरी जानकारी है.
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किरोड़ी लाल ने बताया कि जयपुर में दिनेश यादव नाम का एक शख्स है जो कंप्यूटर की कोचिंग चलाता है. दिनेश ने सीकर में लेवल वन और लेवल 2 के पेपर पहुंचाएं हैं. इसी ने ही शेयर इट ऐप बनाया, जिससे लोगों को पेपर पढ़वाया. मीणा ने एक बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदीप पाराशर का एक ड्राइवर है, जो उसके पास बरसों से काम कर रहा है और उसकी गाड़ी से रीट के पेपर सीकर पहुंचाए गए. एसओजी को उससे भी पूछताछ करनी चाहिए.
मंत्री शांति धारीवाल के विधानसभा में दिए गए बयान पर भी मीणा ने सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि शांति धारीवाल ने सदन में गलत जानकारी दी. शिक्षा संकुल में कलेक्टर के आदेश से चार लोगों को लगाया गया था, लेकिन कलेक्टर ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया. उन्होंने पाराशर और राम कृपाल मीणा के प्राइवेट लोगों की ओर से पेपर ले जाने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राजीव गांधी स्टडी सर्किल के सदस्यों का सूत्र संपर्क 10 जनपथ तक है.
इसलिए अब सीबीआई जांच की संभावना नहीं है, क्योंकि इसकी आंच अब 10 जनपथ तक पहुंचेगी. मीणा ने कहा कि वह जल्द ही ईडी के दफ्तर के बाहर फिर से धरने पर बैठेंगे. उन्होंने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि स्ट्रांग रूम की एक तीसरी चाबी बहिनथी वह किसके पास थी, इसकी भी एसओजी जांच करे.
साजिश के तहत जारोली को किया भूमिगत
किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि जारोली पूरी तरह से रीट पेपर लीक प्रकरण में शामिल है और ऐसा लगता है कि एसओजी ने सरकार को कह दिया है कि जारोली को बचाओ नहीं तो हम सब भी मारे जाएंगे. इसीलिए जारोली को साजिश के तहत भूमिगत कर दिया गया है. मुख्यमंत्री के शामिल होने के सवाल पर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि मैंने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री का नाम नहीं लिया. उन्होंने कहा कि यदि आज मेरा कोई स्टाफ किसी प्रकरण में शामिल होता है तो वह मेरी सहमति के बगैर नहीं हो सकता.
यदि सीबीआई की जांच होगी मेरा फंसना भी तय है. मुख्यमंत्री को इस पूरे मामले की जानकारी थी. मुख्यमंत्री की छत्रछाया में खुलेआम भ्रष्टाचार हो रहा है. जब हर गलती की सजा होती है तो वे क्यों बचने की कोशिश कर रहे हैं. जो भी अपराधी होगा वह जेल जाएगा. मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद को पाक साफ साबित करना चाहते हैं तो रीट पेपर लीक प्रकरण की जांच सीबीआई को दे देनी चाहिए.