जयपुर. राजभवन में राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलने आने के लिए जल्द ही स्वागत ऑनलाइन अपॉइंटमेंट सॉफ्टवेयर लागू किया (Online appointment system in Governor house) जाएगा. वहीं, जनजाति क्षेत्र के 49 गांवों को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करने की भी प्लानिंग है. बतौर राज्यपाल 3 वर्ष के कार्यकाल पूर्ण होने पर कलराज मिश्र ने इसका एलान किया. इस दौरान उन्होंने दिल्ली सरकार से अपने तालमेल को लेकर भी सवालों के जवाब दिए.
शुक्रवार को राजभवन में मीडिया से रू-ब-रू हुए राज्यपाल कलराज मिश्र ने अपने 3 साल के कार्यकाल की उपलब्धियों की भी जानकारी दी और आने वाले दिनों में राजभवन और उनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में विकास का रोडमैप और अपनी प्राथमिकताएं भी साझा की. मिश्र ने बताया कि प्रदेश में विश्वविद्यालयों के सुनिश्चित प्रबंधन के लिए राज्य सरकार के सहयोग से स्टेट यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट सिस्टम (एसयूएमएस) लागू किया जाएगा. वहीं, प्रदेश में e-samiksha के जरिए शिक्षा का तंत्र मजबूत करने और मॉनिटरिंग पर जोर दिया.
पढ़ें: राज्यपाल मिश्र ने लौटाया राजस्थान अधिवक्ता कल्याण निधि (संशोधन) विधेयक 2020, जानिए क्यों...
सरकार से बना रहे सामंजस्य और तालमेल : एक सवाल के जवाब में राज्यपाल ने कहा (Governor on relation with CM) कि मेरा हमेशा से यही प्रयास रहता है कि प्रदेश सरकार और हमारा सामंजस्य व तालमेल बना रहे. यदि कोई कठिनाई की अनुभूति होती भी गए, तो परस्पर वार्ता के जरिए उसका समाधान होता है. इसलिए मेरा मुख्यमंत्री से लगातार मिलना होता है. राज्यपाल ने कहा कि हम आपस में वार्ता कर लेते हैं, क्योंकि हमारा दायित्व है कि प्रशासन ठीक से चले. अच्छी सोच और आपस का सामंजस्य बना रहे.
राजस्थान में कुलाधिपति विजिटर की भूमिका में नहीं : राज्यपाल से जब देश के कुछ राज्यों में कुलाधिपति यानी राज्यपाल की विश्वविद्यालय में महज विजिटर की भूमिका में रहने से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राजस्थान में ऐसा कुछ नहीं है, मैं यहां कुलाधिपति के रूप में अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहा हूं. भविष्य में ऐसा कुछ होता है या नहीं, लेकिन आज ऐसी कोई स्थिति राजस्थान में तो नहीं है.
पढ़ें: कांग्रेस का कलराज पर हमला, राज्यपाल की किताब खरीदने के लिए कुलपतियों पर दबाव बनाने का आरोप
राजभवन में जल्द पूरा होगा संविधान पार्क : उन्होंने कहा कि राजभवन प्रदेश के संवैधानिक प्रमुख का आवास होता है. इस नाते यहां संविधान समिति के गठन से लेकर संविधान के निर्माण और इसे लागू किए जाने तक की सम्पूर्ण यात्रा के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाक्रमों को राजभवन में बन रहे संविधान पार्क में प्रदर्शित किया जा रहा है. जो 26 नवम्बर तक बनकर तैयार हो जाएगा.
पढ़ें: Corona Vaccination पर राज्यपाल और गहलोत सरकार आमने-सामने, महेश जोशी बोले- राज्यपाल भले आदमी लेकिन...
'संकल्प से सिद्धि' और 'अप्प दीपो भव' पुस्तकों का लोकार्पण : राज्यपाल कलराज मिश्र के तीन वर्ष के कार्यकाल पर आधारित 'संकल्प से सिद्धि-प्रतिबद्धता के तीन वर्ष' पुस्तक, उनके भाषणों एवं व्याख्यानों के संकलन 'अप्प दीपो भव' और अंग्रेजी पुस्तक 'कंस्टीट्यूशन, कल्चर एण्ड नेशन' का लोकार्पण भी हुआ. 'संकल्प से सिद्धि' पुस्तक में राज्यपाल मिश्र द्वारा संवैधानिक प्रतिबद्धता के लिए किये गये नवाचारों, जनजातीय क्षेत्र के लोगों के कल्याण, उच्च शिक्षा के उन्नयन' स्काउट गाइड संस्था, राज्यपाल राहत कोष को पुनः सक्रिय करने के लिए किये गए कार्यों तथा राजभवन के सामाजिक सरोकारों सहित विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी गई है. 'अप्प दीपो भव' पुस्तक में राज्यपाल द्वारा समय-समय पर दिए गए व्याख्यानों और भाषणों का संकलन है.