जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बीच प्रदेश में ग्रामीण इलाकों के छोटे धार्मिक स्थलों को खोले जाने के बाद अब भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने तिरुपति बालाजी और साईं बाबा मंदिर की तर्ज पर प्रदेश के अन्य मंदिरों को भी खोले जाने की मांग की हैं. उन्होंने कहा कि जब शहर के सारे बड़े मॉल खोल दिए गए हैं तो फिर मंदिरों को खोले जाने में क्या समस्या हैं.
कालीचरण सराफ ने एक बयान जारी करके कहा कि जयपुर में 90 फीसदी मंदिर बहुत छोटे हैं, जहां ज्यादा श्रद्धालुओं की आवाजाही नहीं रहती. लेकिन 10 फीसदी मंदिर ऐसे हैं जहां पर सरकार यदि खुद व्यवस्था करें तो इन्हें श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए खोला जा सकता हैं.
'कांग्रेस धरने में उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां'
पेट्रोल-डीजल की दरों में बढ़ोतरी को लेकर दिए गए कांग्रेस के धरने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना को लेकर भी सराफ ने कांग्रेस को घेरा है. उन्होंने कहा कि जब खुद सचिन पायलट ने ये मान लिया कि धरने में सोशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना हुई है और आगे वर्चुअल तरीके से प्रदर्शन किया जाएगा तो प्रशासन को कार्रवाई करने में दिक्कत हो रही है.
कालीचरण सराफ ने कहा, जब भीलवाड़ा में एक शादी में सीमा से अधिक लोग एकत्रित हो जाते हैं तो प्रशासन कार्रवाई करता है, लेकिन जयपुर में जब सत्तारूढ़ कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हैं तो प्रशासन मौन रहता है.
सचिन पायलट ने भी जताया था खेद
गौरतलब है कि सोमवार को राजस्थान कांग्रेस की ओर से जयपुर के बनीपार्क में पेट्रोल-डीजल की कीमतों के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया गया था. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती दिखी थी. इस बात पर खेद जताते हुए डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने भी सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पूरी तरीके से पालन नहीं होने की बात स्वीकारी. साथ ही कहा कि उन्हें खेद है कि आज उनके इस धरने में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हुआ.
पायलट ने कहा कि वर्चुअल के माध्यम से ही आगे से होने वाली पार्टी के प्रदर्शन और धरने होंगे. इस महामारी के दौर में वह नहीं चाहते कि इस तरीके से कोई कार्यक्रम हो जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन पूरी तरीके से नहीं किया जाए.