जयपुर. अशोक गहलोत की सरकार ने बुधवार रात को प्रदेश के निगम और बोर्ड में राजनीतिक नियुक्तियां की है. इन नियुक्तियों में कुछ विधायकों को भी मौका दिया गया है. देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष बनाए गए जोगिंदर सिंह अवाना और राजस्थान क्रीड़ा परिषद के अध्यक्ष बनी कृष्ण पूनिया ने कहा कि नई जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी से निभाएंगे. दूसरी ओर राजनीतिक नियुक्तियों के मामले में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के बयान को लेकर (pratap singh khachariyawas targets rajendra rathore) मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राजेंद्र राठौड़ झूठ बोलते हैं. सोच-समझकर ही मुख्यमंत्री ने विधायकों को राजनीतिक नियुक्तियां दी है.
देवनारायण बोर्ड अध्यक्ष जोगिंदर सिंह अवाना ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया है. विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेने पहुंचे जोगिंदर सिंह अवाना ने कहा कि वे जिले-जिले में जाकर लोगों की समस्याएं सुनेंगे और उनका समाधान करेंगे. उन्होंने कहा कि गुर्जर समाज काफी पिछड़ा हुआ है. गहलोत सरकार ने गुर्जरों को चार प्रतिशत आरक्षण दिया है. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में हमारे 73 साथियों की जान आंदोलन के दौरान गई. सीएम अशोक गहलोत ने एक भी लाठी नहीं चलने दी और गुर्जरों को 4 फीसदी आरक्षण दे दिया.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिल में कहीं न कहीं गुर्जर समाज के लिए जगह है और इसलिए मुझे यह बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. इसी तरह से विधायक कृष्णा पूनिया को राजस्थान क्रीड़ा परिषद की अध्यक्ष बनाया गया है. मीडिया से बातचीत करते हुए विधायक कृष्णा पूनिया ने राजनीतिक नियुक्ति के लिए (joginder singh awana and krishna poonia on new responsibility) मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया. पूनिया ने कहा कि आलाकमान ने जिस जिम्मेदारी के साथ मुझे अध्यक्ष बनाया है, उसे मैं ईमानदारी से पूरा करूंगी. उन्होंने कहा कि देश भर में हरियाणा स्पोर्ट्स में आगे है उसी तरह से हम प्रदेश के खेल को भी आगे बढ़ाने का काम करेंगे.
कृष्णा पूनिया ने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी कि प्रदेश के खिलाड़ी अधिक से अधिक मेडल जीतकर आएं. विधायकों को राजनीतिक नियुक्ति देना लाभ के पद देने के सवाल पर कृष्णा पूनिया ने कहा कि मैं इन सवालों में नहीं जाना चाहती. उन्होंने कहा कि बीजेपी का काम आरोप लगाने का ही है. मुझे सिर्फ यह देखना है कि मुझे किस काम के लिए राजस्थान क्रीड़ा परिषद का अध्यक्ष बनाया गया है और मुझे वही काम करना है. मैं शुरू से ही स्पोर्ट्स पर्सन रही हूं और आगे भी मुझे इस पोस्ट के लिए काम करना है. उन्होंने कहा कि वेतन भत्ते का सारा मामला मानसिकता पर निर्भर करता है. मैं चाहती हूं मुझे जो जिम्मेदारी दी गई है उसे मैं पूरी तरह से निभाऊं.
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सतीश पूनिया, राजेंद्र राठौड़ और कटारिया में नेता बनने की होड़ : राजनीतिक नियुक्तियों के मामले में राजेंद्र राठौड़ के दिए गए बयान पर खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि राजेंद्र राठौड़ की झूठ बोलने की आदत है. उन्हें जरूर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में जाना चाहिए. राठौड़ साहब यहां तो बोल कर चले जाते हैं और फिर दूसरे दिन उनकी खबर छप जाती है. वे हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में जाना चाहें तो जाएं, हम लोगों ने कभी उनको मना नहीं किया.
खाचरियावास ने कहा कि भाजपा वाले तीन साल से कोई आंदोलन नहीं कर रहे सिर्फ नाटक कर रहे हैं. सतीश पूनियां, राजेंद्र राठौड़ और गुलाबचंद कटारिया में आपस में ही होड़ लगी हुई है कि नेता कौन बने?. इसीलिए यह तमाशा हो रहा है. विधायकों को राजनीतिक नियुक्तियां देना लाभ के पद का मामला बनता है या नहीं, हम ज्यादा बेहतर तरीके से समझते हैं. गहलोत तीसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं, इसलिए कानून कायदे की बात उन्हें समझाने की आवश्यकता नहीं है. अगर उनमें दम है तो सभी आरोप टेबल करें और विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को दें. जिन विधायकों को राजनीतिक नियुक्तियां दी गई हैं उन्हें सुविधाएं देने का काम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का है, यह पावर मुख्यमंत्री के पास ही है.
राजनीतिक नियुक्तियां अवैधानिक तो भाजपा पुरजोर तरीके से उठाएगी मामला : कांग्रेस विधायकों को राजनीतिक नियुक्ति देने के सवाल पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि सिर्फ 101 विधायकों को संतुष्ट करना ही इस सरकार की प्राथमिकता है. यह विधायक संतुष्ट रहेंगे तो कांग्रेस की सरकार बची रहेगी. 7.5 करोड़ जनता से उनका कोई वास्ता नहीं है. इन विधायकों को रेवड़ी बांटने का काम सरकार कर रही है.
यह सरकार अवैधानिक और असंवैधानिक कार्य कर रही है. पहली बार किसी सरकार के नवरत्न सलाहकार बनाए गए हैं. यह सलाहकार सरकार को ऐसी सलाह देंगे कि कांग्रेस की सरकार 15-20 साल बाद ही आएगी. शर्मा ने यह नहीं कहा कि यह नियुक्तियां अवैधानिक है या असंवैधानिक हैं. लेकिन इतना जरूर कहा कि यदि कुछ भी अवैधानिक या असंवैधानिक होगा तो भारतीय जनता पार्टी उसका पुरजोर विरोध करेगी. जब सरकार ने मुख्यमंत्री के सलाहकार बनाए तब भी हमने विरोध किया था. यदि विधायकों की राजनीतिक नियुक्तियां गलत है तो यह मुद्दा भी भारतीय जनता पार्टी जरूर उठाएगी.
रामलाल शर्मा ने जोगिंदर अवाना को खिलाई मिठाई : विधानसभा के बाहर एक अलग वाक्या भी देखने को मिला जोगिंदर अवाना और रामलाल शर्मा विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेने आए हुए थे. रामलाल शर्मा मीडिया कर्मियों के लिए मिठाई लेकर आए. रामलाल शर्मा ने अवाना को भी मिठाई खिलाकर उनका मीठा मुंह कराया और देवनारायण बोर्ड का अध्यक्ष बनने पर बधाई दी है.