जयपुर. जेडीए ने निवेशकों को लुभाने के लिए बीते दिनों नीलामी नीति में कई बदलाव किए. इसमें भूखंड की नीलामी छूटने के बाद बोलीदाता मांग पत्र जारी होने की तिथि से 15 दिन में यदि पूरी राशि जमा कराता है तो, उसे मूल राशि पर 1% तक की छूट देने का प्रावधान भी तय किया गया. वहीं अब जेडीए मार्केट ट्रेंड के हिसाब से बिड की स्टार्टिंग प्राइस को भी बदल सकेगा.
राजस्थान सुधार ट्रस्ट शहरी भूमि के निपटान नियम 1974 के नियमों में स्वायत्त शासन विभाग की ओर से संशोधन किया गया है. जिसके आधार पर जेडीए की ओर से नीलामी नीति में बदलाव करने से नीलामी में हिस्सा लेने वाले बोली दाताओं को फायदा मिलेगा.
बता दें कि इसके अलावा अब जेडीए भी मार्केट ट्रेंड के हिसाब से प्रॉपर्टी की रिजर्व प्राइस को बदल सकेगा. इस संबंध में जेडीसी टी रविकांत ने बताया कि जेडीए पहले रिजर्व प्राइज चेंज नहीं कर सकता था. लेकिन, सितंबर में नीलामी नीति में कई बदलाव किए गए. जिसके बाद अब मार्केट ट्रेंड के हिसाब से रिजर्व प्राइस को बदला जा सकता है.
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उन्होंने बताया कि बिड स्टार्टिंग प्राइज की घोषणा के बाद उसमें एक रुपए ज्यादा पर भी प्रॉपर्टी की नीलामी की जा सकती है और समय-समय पर जेडीए बिड स्टार्टिंग प्राइस को भी चेंज करता रहेगा. संभव है, जेडीए की कार्यशैली में इस बदलाव से लोग इसकी योजनाओं में भी रुचि दिखाएंगे और जेडीए भी मार्केट में प्राइवेट सेक्टर से कंपटीशन कर सकेगा.