जयपुर. राजधानी में शहरी सरकार के आखिरी दिन मेयर विष्णु लाटा ने एग्जीक्यूटिव कमेटी की मीटिंग बुलाई, लेकिन आखिरी दिन भी मेयर और डिप्टी मेयर के बीच चल रही खींचतान को विराम नहीं मिला.
बता दें कि कर्मचारियों का स्थायीकरण, लैंड एलॉटमेंट और नामकरण जैसे मामलों का निपटारा करने के लिए शहरी सरकार के आखिरी दिन भी मेयर विष्णु लाटा ने एग्जीक्यूटिव कमेटी की मीटिंग बुलाई. मीटिंग में निगम समितियों के चेयरमैन मौजूद रहे. ईसी हॉल में हुई बैठक में कर्मचारियों से जुड़े मसलों पर विचार विमर्श करने के बाद इन्हें पास किया गया. इस संबंध में मेयर विष्णु लाटा ने बताया कि जिन कर्मचारियों के स्थायीकरण के मसले पेंडिंग चल रहे थे, उन्हें सोमवार को निपटाया गया है. इसके अलावा लैंड एलॉटमेंट और नामकरण से जुड़ी कुछ फाइल भी पेंडिंग चल रही थी, जिनका निपटारा किया गया है.
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हालांकि हमेशा की तरह एक बार फिर डिप्टी मेयर इस मीटिंग में नहीं पहुंचे. जिस पर विष्णु लाटा ने कहा कि बीजेपी की मौन स्वीकृति उनके साथ रहती है. हालांकि उन्होंने डिप्टी मेयर को आमंत्रित किया था, लेकिन वो नहीं पहुंचे. वहीं उन्होंने निगम कमिश्नर के मीटिंग में उपस्थित नहीं रहने का कारण उनका दूसरी व्यवस्थाओं में लगे होना बताया. हालांकि शिष्टाचार बैठक में मेयर और डिप्टी मेयर एक साथ नजर आए, यहां मेयर ने खुद अपना साफा भी डिप्टी मेयर को पहनाया हो, लेकिन इस बोर्ड के आखिरी साल में बुलाई गई किसी भी एग्जीक्यूटिव कमेटी की मीटिंग में डिप्टी मेयर मौजूद नहीं रहे. जिससे जाहिर है कि शहरी सरकार के आखिरी दिन तक भी मेयर और डिप्टी मेयर के बीच खींचतान जारी रही.