जयपुर. राजस्थान सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले विभागों में परिवहन विभाग है और इस वित्तीय वर्ष के अंतर्गत परिवहन विभाग को 6 हजार करोड़ रुपए का राजस्व लक्ष्य हासिल करना है. वहीं अभी तक परिवहन विभाग को लगभग 3,500 करोड़ का राजस्व लक्ष्य भी हासिल कर चुका है.
कोविड-19 बाद विभाग को ये लक्ष्य हासिल करने में काफी बड़ी चुनौतियों का सामना भी करना पड़ रहा है. जहां पहले परिवहन विभाग की ओर से प्राइवेट बस ऑपरेटर्स का टैक्स माफ किया गया था तो उससे परिवहन विभाग को करोड़ों रुपए का नुकसान भी हुआ था. लेकिन अब परिवहन आयुक्त रवि जैन और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास की ओर से लगातार परिवहन विभाग के आरटीओ और डीटीओ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर उन्हें राजस्व लक्ष्य हासिल करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए जा रहे हैं.
बता दें कि बीते दिनों भी परिवहन आयुक्त रवि जैन ने प्रदेश के सभी rto और डीटीओ अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की थी. साथ ही सभी अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए थे कि लगातार परिवहन मुख्यालय में बसों के ऊपर अवैध रूप से माल परिवहन की शिकायतें पहुंच रही है. ऐसे में परिवहन आयुक्त रवि जैन ने सभी अधिकारियों को प्राइवेट बस ऑपरेटर्स जो अवैध रूप से माल का परिवहन कर रहे हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश भी जारी किए थे. जिसके बाद जयपुर आरटीओ राकेश शर्मा की ओर से प्राइवेट बस ऑपरेटर्स के खिलाफ एक सख्त रुख अपनाते हुए लगातार अपनी फ़्लाइंग विंग की ओर से कार्रवाई भी करवाई जा रही है.
जयपुर आरटीओ राकेश शर्मा की मानें तो परिवहन प्रताप सिंह खाचरियावास और परिवहन आयुक्त रवि जैन के निर्देशों पर लगातार राजधानी जयपुर में अवैध बस जो अवैध माल का परिवहन कर रही है. उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है.
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आरटीओ राकेश शर्मा ने बताया कि बीते 2 दिन में जयपुर rto के परिवहन निरीक्षकों की ओर से 11 से अधिक बसे जो अवैध रूप से माल का परिवहन कर रही है. उन पर कार्यवाई भी की गई है. जिनसे जयपुर rto को करीब 2 लाख रुपए का राजस्व भी प्राप्त हुआ है. rto शर्मा का कहना है कि अवैध परिवहन कर रही बसों पर लगातार आगे भी कार्यवाई जारी रहेगी.
जयपुर आरटीओ ने करा अभी तक 600 करोड़ का राजस्व अर्जन
जयपुर rto के एक वरिष्ठ अधिकारी की मानें तो इस साल में जयपुर rto को 1,200 करोड़ रुपए का राजस्व लक्ष्य हासिल करना था. जिसमें से अभी तक जयपुर आरटीओ ने 600 करोड़ रुपए का राजस्व लक्ष्य हासिल कर लिया है.