जयपुर. केंद्रीय हज कमेटी की ओर से साल 2020 में मुकद्दस सफर हज पर जाने वाले हज यात्रियों के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया की अंतिम तिथि बढ़ाकर 5 दिसंबर कर दी गई है. तिथि में बढ़ोतरी के बाद अब मुस्लिम संस्था इस चीज का विरोध करती हुए भी नजर आ रही है.
बता दें कि राजस्थान हज वेलफेयर सोसायटी के महासचिव हाजी निजामुद्दीन का कहना है कि आज मुसलमानों को लूटने का काम केंद्रीय हज कमेटी की ओर से किया जा रहा है. जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है, कि जब तक कमेटी के पास 300 से 3 करोड़ रुपए नहीं हो जाते तब तक केंद्रीय हज कमेटी स्थिति में बढ़ोतरी करती रहती है और आखिरकार जब 3 करोड़ रुपए हो जाते हैं तो तिथि बंद कर दी जाती है. ऐसे में निजामुद्दीन का कहना है, कि हज कमेटी काफी ज्यादा लालची हो चुकी है.
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क्योंकि पूर्व में भी इसी तरह से बढ़ोतरी की गई और पैसे कमाए गए हैं साथ उन्होंने कहा कि अब तक राजस्थान से 5300 से ज्यादा फार्म आ चुके हैं, जो कि राजस्थान से जाने वाले हज यात्रियों के लिए काफी है, लेकिन फिर भी अब बढ़ोतरी की गई. इससे अब लोग वेटिंग के अंदर रुकेंगे और हो सकता है उनका नंबर इस बार हज के मुकद्दस सफर के लिए नहीं आए.
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ऐसे में अगर केंद्रीय हज कमेटी को तिथि में बढ़ोतरी ही करनी थी, तो 5 या 10 दिन की कर देती. बता दें की पूर्व में केंद्रीय हज कमेटी की तरफ से ऑनलाइन आवेदन करने की आखिरी तिथि 10 नवंबर घोषित की गई थी. जिसको बढ़ाकर 5 दिसंबर कर दिया गया है. ऐसे में राजस्थान हज वेलफेयर सोसायटी ने केंद्रीय हज कमेटी पर ठगने का आरोप जड़ा है.