जयपुर. राजधानी जयपुर सहित प्रदेश भर के कई जिलों में गुरुवार देर रात से ही हल्की बारिश का दौर जारी था. इसके बाद शुक्रवार सुबह से राजधानी जयपुर में तेज बारिश का दौर भी शुरू हो गया, जिसके बाद जयपुर में बाढ़ जैसे हालात बन गए.
बता दें कि कई स्थान पर गाड़ी बह गई, तो कई स्थान पर आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ा. जयपुर के कई सरकारी कार्यालयों के अंदर भी बरसात का पानी घुस गया. आरटीओ ऑफिस, रोडवेज मुख्यालय, रेलवे डीआरएम ऑफिस, खासा कोठी, सर्किट हाउस, हाथी गांव और जल महल के सामने का क्षेत्र जलमग्न हो गया. होटल तीज और आबकारी थाना सहित विभिन्न कार्यालयों में बरसात का पानी भर गया, जिसकी वजह से काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ा.
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वहीं, भारी बारिश की वजह से अंडरपास के वाहनों के निकलने पर भी रोक लगा दी गई. महेश नगर, लालकोठी और दुर्गापुरा अंडरपास में पानी की आवक तेज हो गई. जिला आपदा प्रबंधन की टीम ने अंडर पास में जाने से वाहनों पर रोक भी लगा दी. वहीं, भारी बारिश के मद्देनजर सीएस के द्वारा कलेक्टर को निर्देश भी दिए गए हैं. साथ ही 2 दिन तक अलर्ट कर तमाम इंतजाम रखने के निर्देश दिए गए हैं.
राजधानी जयपुर में अब तक की बात की जाए तो करीब 7.30 इंच बारिश रिकॉर्ड दर्ज की जा चुकी है. शुक्रवार को हुई बारिश ने कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम का कहना है कि 14 अगस्त को अक्ष रेखा बीकानेर-जयपुर से होकर गुजर रही है और पूर्वी राजस्थान के ऊपर एक सरकुलेशन चक्र भी बना हुआ है.
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निदेशक राधेश्याम ने बताया कि मौसम विभाग की ओर से पहले ही जयपुर सहित प्रदेश के कई इलाकों में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया था. राजधानी जयपुर में पिछले 10 घंटे से बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग के अनुसार दोपहर 2:30 बजे तक करीब 106 एमएम बारिश राजधानी जयपुर में दर्ज की जा चुकी है.
वहीं, शुक्रवार तक के रिकॉर्ड की बात की जाए तो सर्वाधिक अगस्त में बारिश 188.4 एमएम 16 अगस्त 1959 को दर्ज की गई थी. इसके बाद 17 अगस्त 2012 में एक दिन में 170.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है.