जयपुर. नवंबर में शहर की सरकार चुनी जाएगी. इसके लिए रणभेरी बज चुकी की है और चुनावी तैयारियां भी तेज हो रही है. ऐसे में नजर डालेंगे जयपुर के वार्ड 74 पर. जहां वार्ड पार्षद हैं मनोज भारद्वाज. जो शहर के उपमहापौर भी है.
हालांकि राजधानी जयपुर में इस बार परिसिमन के बाद नगर निगम में 91 से बढ़ कर 150 वार्ड हो गए हैं. परिसीमन के बाद किशनपोल विधानसभा क्षेत्र का वार्ड 74 अब वार्ड 122 हो गया है. यहां इस बार 21 हजार 102 जनसंख्या रहेगी. जबकि इसी वार्ड के हिस्से त्रिपोलिया बाजार, नेहरू बाजार, अजमेरी गेट अब वार्ड 123 में शामिल हो गए हैं. वहीं वार्डों की लॉटरी के दौरान वार्ड 122 ओबीसी महिला के लिए आरक्षित हुआ है. जबकि वार्ड 123 सामान्य महिला के लिए आरक्षित हुआ है.
अब नजर पुराने वार्ड 74 पर डालते है. जो अब अब 122 हो गया है. वार्ड की बात करें तो इस वार्ड में तमाम प्रमुख बाजार मौजूद है.. इसी वार्ड में छोटी चौपड़, किशनपोल बाजार, अजमेरी गेट, नेहरू बाजार, बापू बाजार, सांगानेरी गेट, जौहरी बाजार, बड़ी चौपड़, चौड़ा रास्ता और त्रिपोलिया बाजार शामिल है. 2014 में इस वार्ड का पुनर्गठन 30 हजार 555 जनसंख्या के साथ किया गया था.
वार्ड पार्षद ने गिनाए विकास के काम
ये वार्ड इसलिए भी खास है. क्योंकि यहां के पार्षद जयपुर उपमहापौर हैं. उनकी मानें तो शहर का मुख्य एरिया है और कमर्शियल होने की वजह से यहां की समस्या अलग तरह की है. यहां अमूमन ट्रैफिक और पार्किंग की समस्या देखने को मिलती है. परकोटे के बाहर से करीब 5 लाख लोग व्यवसाय करने के लिए इसी क्षेत्र में आते हैं. उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत यहां पर अब चौगान स्टेडियम में पार्किंग डवलप हुई है. वहीं किशनपोल की स्मार्ट रोड तैयार हुई है. बाकी वार्ड में छोटी गलियों में कलरफुल टाइल्स लगाकर उन्हें सुंदर बनाने, बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने, अमृत योजना के तहत पानी की लाइनें डालने, पुरानी पाइप लाइंस को बदलने का काम चल रहा है. वहीं पुरोहित जी का कटला, दूल्हा हाउस में फायर एक्सटिंग्विशर लगाने का काम किया गया है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि क्षेत्र में विकास समिति, मोहल्ला समिति और व्यापारियों के संगठन बनाने का भी काम किया.
वहीं ईटीवी भारत ने जह यहां की क्षेत्रीय समस्या और पार्षद की ओर से किए गए कामों को लेकर राय जानी. तो वार्डवासियों ने इस समस्या को सामने रखा.
- गंदी गलियां कचरे से अटी हुई है जो साफ नहीं होती
- नालियां मलबे से भरी रहती हैं सफाई नहीं होती
- ट्रैफिक और पार्किंग की परेशानी रहती है
- सीवर लाइन जाम रहती है
- थोड़ी सी बारिश में सड़कों पर जलजमाव हो जाता है
- सीवर चैंबर टूटे पड़े हैं
विपक्ष के आरोप
2014 में मनोज भारद्वाज से हार का सामना करने वाले कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश सेठी ने बताया कि मनोज भारद्वाज की ओर से एक भी वादा पूरा नहीं किया गया. यहां गलियां साफ नहीं होती. सीवर लाइन को लेकर कोई काम नहीं हुआ. कचरा डिपो नहीं हटे और अवैध निर्माण लगातार बढ़ रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने केवल वही काम किए जो उनके जान-पहचान वालों के हैं. आम पब्लिक के लिए कोई काम नहीं किया गया.
वार्ड पुनर्गठन के बाद स्थिति
वार्डों के परिसीमन के बाद किशनपोल विधानसभा क्षेत्र का वार्ड 74 अब वार्ड 122 हो गया है. यहां इस बार 21 हजार 102 जनसंख्या रहेगी. जबकि इसी वार्ड के हिस्से त्रिपोलिया बाजार, नेहरू बाजार, अजमेरी गेट अब वार्ड 123 में शामिल हो गए हैं. वार्डों की लॉटरी के दौरान वार्ड 122 ओबीसी महिला के लिए आरक्षित हुआ है. जबकि वार्ड 123 सामान्य महिला के लिए आरक्षित हुआ है. ऐसे में वर्तमान वार्ड पार्षद मनोज भारद्वाज यदि इस बार चुनावी मैदान में उतरते हैं, तो उन्हें अपना क्षेत्र बदलना होगा.
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वहीं आपको बता दें कि जयपुर नगर निगम चुनाव में वार्डों की आरक्षण लॉटरी में कुल वार्ड 150 वार्ड में अनुसूचित जाति के 19, अनुसूचित जनजाति के 6, अन्य पिछड़ा वर्ग के 32 और सामान्य के लिए 93 दिए है. अगर महिलाओं के लिए वार्ड की बात करें को महिलाओं के लिए वार्डां की संख्या 50 है. जिनमें से अनुसूचित जाति के 6, अनुसूचित जनजाति के 2, अन्य पिछड़ा वर्ग के 11 और सामान्य के 31 दिए गए है.