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आपणी सरकार: जयपुर उपमहापौर के वार्ड के 5 साल, सफाई से लेकर सीवर लाइन तक सब बदहाल

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Published : Oct 3, 2019, 8:22 PM IST

Updated : Oct 4, 2019, 4:04 PM IST

जयपुर शहर में 91 वार्डों को तोड़कर 150 नये वार्डों का गठन किया गया. जिसके बाद अब जयपुर में वार्डों की संख्या 150 हो गई है. वहीं नवंबर में शहर की सरकार चुनी जाएगी. मतलब निकाय चुनाव होने वाले है. ऐसे में निकाय चुनाव से पहले ईटीवी भारत राजस्थान के हर वार्ड की स्थिति और विकास के दावों से आपको रूबरू कराएंगे. जानिए जयपुर के उपमहापौर मनोज भारद्वाज के वार्ड 74 का हाल. जो वार्ड 74 से अब वार्ड 122 हो गया है.

Local body election 2019, jaipur ward 74, जयपुर वार्ड 47, निकाय चुनाव 2019

जयपुर. नवंबर में शहर की सरकार चुनी जाएगी. इसके लिए रणभेरी बज चुकी की है और चुनावी तैयारियां भी तेज हो रही है. ऐसे में नजर डालेंगे जयपुर के वार्ड 74 पर. जहां वार्ड पार्षद हैं मनोज भारद्वाज. जो शहर के उपमहापौर भी है.

हालांकि राजधानी जयपुर में इस बार परिसिमन के बाद नगर निगम में 91 से बढ़ कर 150 वार्ड हो गए हैं. परिसीमन के बाद किशनपोल विधानसभा क्षेत्र का वार्ड 74 अब वार्ड 122 हो गया है. यहां इस बार 21 हजार 102 जनसंख्या रहेगी. जबकि इसी वार्ड के हिस्से त्रिपोलिया बाजार, नेहरू बाजार, अजमेरी गेट अब वार्ड 123 में शामिल हो गए हैं. वहीं वार्डों की लॉटरी के दौरान वार्ड 122 ओबीसी महिला के लिए आरक्षित हुआ है. जबकि वार्ड 123 सामान्य महिला के लिए आरक्षित हुआ है.

जयपुर उपमहापौर के वार्ड की सच्चाई..देखिए रिपोर्ट

अब नजर पुराने वार्ड 74 पर डालते है. जो अब अब 122 हो गया है. वार्ड की बात करें तो इस वार्ड में तमाम प्रमुख बाजार मौजूद है.. इसी वार्ड में छोटी चौपड़, किशनपोल बाजार, अजमेरी गेट, नेहरू बाजार, बापू बाजार, सांगानेरी गेट, जौहरी बाजार, बड़ी चौपड़, चौड़ा रास्ता और त्रिपोलिया बाजार शामिल है. 2014 में इस वार्ड का पुनर्गठन 30 हजार 555 जनसंख्या के साथ किया गया था.

Local body election 2019,  jaipur ward 74, जयपुर वार्ड 47, निकाय चुनाव 2019
जयपुर उपमहापौर मनोज भारद्वाज

वार्ड पार्षद ने गिनाए विकास के काम
ये वार्ड इसलिए भी खास है. क्योंकि यहां के पार्षद जयपुर उपमहापौर हैं. उनकी मानें तो शहर का मुख्य एरिया है और कमर्शियल होने की वजह से यहां की समस्या अलग तरह की है. यहां अमूमन ट्रैफिक और पार्किंग की समस्या देखने को मिलती है. परकोटे के बाहर से करीब 5 लाख लोग व्यवसाय करने के लिए इसी क्षेत्र में आते हैं. उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत यहां पर अब चौगान स्टेडियम में पार्किंग डवलप हुई है. वहीं किशनपोल की स्मार्ट रोड तैयार हुई है. बाकी वार्ड में छोटी गलियों में कलरफुल टाइल्स लगाकर उन्हें सुंदर बनाने, बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने, अमृत योजना के तहत पानी की लाइनें डालने, पुरानी पाइप लाइंस को बदलने का काम चल रहा है. वहीं पुरोहित जी का कटला, दूल्हा हाउस में फायर एक्सटिंग्विशर लगाने का काम किया गया है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि क्षेत्र में विकास समिति, मोहल्ला समिति और व्यापारियों के संगठन बनाने का भी काम किया.

पढ़ें- निकाय चुनाव पर कांग्रेस कन्फ्यूज, भाजपा तोड़ेगी 'जिस पार्टी की सरकार उसे मिलती है बढ़त' का मिथक: सतीश पूनिया

वहीं ईटीवी भारत ने जह यहां की क्षेत्रीय समस्या और पार्षद की ओर से किए गए कामों को लेकर राय जानी. तो वार्डवासियों ने इस समस्या को सामने रखा.

  • गंदी गलियां कचरे से अटी हुई है जो साफ नहीं होती
  • नालियां मलबे से भरी रहती हैं सफाई नहीं होती
  • ट्रैफिक और पार्किंग की परेशानी रहती है
  • सीवर लाइन जाम रहती है
  • थोड़ी सी बारिश में सड़कों पर जलजमाव हो जाता है
  • सीवर चैंबर टूटे पड़े हैं

विपक्ष के आरोप
2014 में मनोज भारद्वाज से हार का सामना करने वाले कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश सेठी ने बताया कि मनोज भारद्वाज की ओर से एक भी वादा पूरा नहीं किया गया. यहां गलियां साफ नहीं होती. सीवर लाइन को लेकर कोई काम नहीं हुआ. कचरा डिपो नहीं हटे और अवैध निर्माण लगातार बढ़ रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने केवल वही काम किए जो उनके जान-पहचान वालों के हैं. आम पब्लिक के लिए कोई काम नहीं किया गया.

वार्ड पुनर्गठन के बाद स्थिति
वार्डों के परिसीमन के बाद किशनपोल विधानसभा क्षेत्र का वार्ड 74 अब वार्ड 122 हो गया है. यहां इस बार 21 हजार 102 जनसंख्या रहेगी. जबकि इसी वार्ड के हिस्से त्रिपोलिया बाजार, नेहरू बाजार, अजमेरी गेट अब वार्ड 123 में शामिल हो गए हैं. वार्डों की लॉटरी के दौरान वार्ड 122 ओबीसी महिला के लिए आरक्षित हुआ है. जबकि वार्ड 123 सामान्य महिला के लिए आरक्षित हुआ है. ऐसे में वर्तमान वार्ड पार्षद मनोज भारद्वाज यदि इस बार चुनावी मैदान में उतरते हैं, तो उन्हें अपना क्षेत्र बदलना होगा.

पढ़ें- 'सिलिकोसिस पॉलिसी' लागू करने वाला पहला प्रदेश बनेगा राजस्थान

वहीं आपको बता दें कि जयपुर नगर निगम चुनाव में वार्डों की आरक्षण लॉटरी में कुल वार्ड 150 वार्ड में अनुसूचित जाति के 19, अनुसूचित जनजाति के 6, अन्य पिछड़ा वर्ग के 32 और सामान्य के लिए 93 दिए है. अगर महिलाओं के लिए वार्ड की बात करें को महिलाओं के लिए वार्डां की संख्या 50 है. जिनमें से अनुसूचित जाति के 6, अनुसूचित जनजाति के 2, अन्य पिछड़ा वर्ग के 11 और सामान्य के 31 दिए गए है.

जयपुर. नवंबर में शहर की सरकार चुनी जाएगी. इसके लिए रणभेरी बज चुकी की है और चुनावी तैयारियां भी तेज हो रही है. ऐसे में नजर डालेंगे जयपुर के वार्ड 74 पर. जहां वार्ड पार्षद हैं मनोज भारद्वाज. जो शहर के उपमहापौर भी है.

हालांकि राजधानी जयपुर में इस बार परिसिमन के बाद नगर निगम में 91 से बढ़ कर 150 वार्ड हो गए हैं. परिसीमन के बाद किशनपोल विधानसभा क्षेत्र का वार्ड 74 अब वार्ड 122 हो गया है. यहां इस बार 21 हजार 102 जनसंख्या रहेगी. जबकि इसी वार्ड के हिस्से त्रिपोलिया बाजार, नेहरू बाजार, अजमेरी गेट अब वार्ड 123 में शामिल हो गए हैं. वहीं वार्डों की लॉटरी के दौरान वार्ड 122 ओबीसी महिला के लिए आरक्षित हुआ है. जबकि वार्ड 123 सामान्य महिला के लिए आरक्षित हुआ है.

जयपुर उपमहापौर के वार्ड की सच्चाई..देखिए रिपोर्ट

अब नजर पुराने वार्ड 74 पर डालते है. जो अब अब 122 हो गया है. वार्ड की बात करें तो इस वार्ड में तमाम प्रमुख बाजार मौजूद है.. इसी वार्ड में छोटी चौपड़, किशनपोल बाजार, अजमेरी गेट, नेहरू बाजार, बापू बाजार, सांगानेरी गेट, जौहरी बाजार, बड़ी चौपड़, चौड़ा रास्ता और त्रिपोलिया बाजार शामिल है. 2014 में इस वार्ड का पुनर्गठन 30 हजार 555 जनसंख्या के साथ किया गया था.

Local body election 2019,  jaipur ward 74, जयपुर वार्ड 47, निकाय चुनाव 2019
जयपुर उपमहापौर मनोज भारद्वाज

वार्ड पार्षद ने गिनाए विकास के काम
ये वार्ड इसलिए भी खास है. क्योंकि यहां के पार्षद जयपुर उपमहापौर हैं. उनकी मानें तो शहर का मुख्य एरिया है और कमर्शियल होने की वजह से यहां की समस्या अलग तरह की है. यहां अमूमन ट्रैफिक और पार्किंग की समस्या देखने को मिलती है. परकोटे के बाहर से करीब 5 लाख लोग व्यवसाय करने के लिए इसी क्षेत्र में आते हैं. उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत यहां पर अब चौगान स्टेडियम में पार्किंग डवलप हुई है. वहीं किशनपोल की स्मार्ट रोड तैयार हुई है. बाकी वार्ड में छोटी गलियों में कलरफुल टाइल्स लगाकर उन्हें सुंदर बनाने, बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने, अमृत योजना के तहत पानी की लाइनें डालने, पुरानी पाइप लाइंस को बदलने का काम चल रहा है. वहीं पुरोहित जी का कटला, दूल्हा हाउस में फायर एक्सटिंग्विशर लगाने का काम किया गया है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि क्षेत्र में विकास समिति, मोहल्ला समिति और व्यापारियों के संगठन बनाने का भी काम किया.

पढ़ें- निकाय चुनाव पर कांग्रेस कन्फ्यूज, भाजपा तोड़ेगी 'जिस पार्टी की सरकार उसे मिलती है बढ़त' का मिथक: सतीश पूनिया

वहीं ईटीवी भारत ने जह यहां की क्षेत्रीय समस्या और पार्षद की ओर से किए गए कामों को लेकर राय जानी. तो वार्डवासियों ने इस समस्या को सामने रखा.

  • गंदी गलियां कचरे से अटी हुई है जो साफ नहीं होती
  • नालियां मलबे से भरी रहती हैं सफाई नहीं होती
  • ट्रैफिक और पार्किंग की परेशानी रहती है
  • सीवर लाइन जाम रहती है
  • थोड़ी सी बारिश में सड़कों पर जलजमाव हो जाता है
  • सीवर चैंबर टूटे पड़े हैं

विपक्ष के आरोप
2014 में मनोज भारद्वाज से हार का सामना करने वाले कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश सेठी ने बताया कि मनोज भारद्वाज की ओर से एक भी वादा पूरा नहीं किया गया. यहां गलियां साफ नहीं होती. सीवर लाइन को लेकर कोई काम नहीं हुआ. कचरा डिपो नहीं हटे और अवैध निर्माण लगातार बढ़ रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने केवल वही काम किए जो उनके जान-पहचान वालों के हैं. आम पब्लिक के लिए कोई काम नहीं किया गया.

वार्ड पुनर्गठन के बाद स्थिति
वार्डों के परिसीमन के बाद किशनपोल विधानसभा क्षेत्र का वार्ड 74 अब वार्ड 122 हो गया है. यहां इस बार 21 हजार 102 जनसंख्या रहेगी. जबकि इसी वार्ड के हिस्से त्रिपोलिया बाजार, नेहरू बाजार, अजमेरी गेट अब वार्ड 123 में शामिल हो गए हैं. वार्डों की लॉटरी के दौरान वार्ड 122 ओबीसी महिला के लिए आरक्षित हुआ है. जबकि वार्ड 123 सामान्य महिला के लिए आरक्षित हुआ है. ऐसे में वर्तमान वार्ड पार्षद मनोज भारद्वाज यदि इस बार चुनावी मैदान में उतरते हैं, तो उन्हें अपना क्षेत्र बदलना होगा.

पढ़ें- 'सिलिकोसिस पॉलिसी' लागू करने वाला पहला प्रदेश बनेगा राजस्थान

वहीं आपको बता दें कि जयपुर नगर निगम चुनाव में वार्डों की आरक्षण लॉटरी में कुल वार्ड 150 वार्ड में अनुसूचित जाति के 19, अनुसूचित जनजाति के 6, अन्य पिछड़ा वर्ग के 32 और सामान्य के लिए 93 दिए है. अगर महिलाओं के लिए वार्ड की बात करें को महिलाओं के लिए वार्डां की संख्या 50 है. जिनमें से अनुसूचित जाति के 6, अनुसूचित जनजाति के 2, अन्य पिछड़ा वर्ग के 11 और सामान्य के 31 दिए गए है.

Intro:जयपुर - नवंबर में शहर की सरकार चुनी जाएगी। इसके लिए रणभेरी बज चुकी की है। और चुनावी बिसात बिछ चुकी है। जहां चुनावी मोहरे अपनी चाल चलने को बेताब हैं। यहां राजा भी है और वजीर भी। और वो प्यादे भी जो खेल बनाने और बिगाड़ने का काम करते हैं। आज शहर की सरकार वार्ड वार में बात करेंगे शहर के उपमहापौर मनोज भारद्वाज की वार्ड 74 की।


Body:नोट - स्टिंग लूप के साथ शुरुआत करें।
ओपनिंग पीटीसी - अंकुर जाकड़

जयपुर का हेरिटेज क्षेत्र जहां जयपुर की पहचान बसती है। वार्ड 74 क्षेत्र की अगर बात की जाए तो यहां शहर के तमाम प्रमुख बाजार मौजूद है। इसी वार्ड में छोटी चौपड़, किशनपोल बाजार, अजमेरी गेट, नेहरू बाजार, बापू बाजार, सांगानेरी गेट, जौहरी बाजार, बड़ी चौपड़, चौड़ा रास्ता और त्रिपोलिया बाजार शामिल है। 2014 में इस वार्ड का पुनर्गठन 30 हज़ार 555 जनसंख्या के साथ किया गया था।

ग्राफिक्स प्लेट -
वार्ड पार्षद - मनोज भारद्वाज
राजनीतिक दल - बीजेपी
अन्य दायित्व - उपमहापौर

ये वार्ड इसलिए भी खास है, क्योंकि यहां के पार्षद शहर के उपमहापौर हैं। उनकी माने तो शहर का मुख्य एरिया है, और कमर्शियल होने की वजह से यहां की समस्या अलग तरह की है। यहां अमूमन ट्रैफिक और पार्किंग की समस्या देखने को मिलती है। परकोटे के बाहर से करीब 5 लाख लोग व्यवसाय करने के लिए इसी क्षेत्र में आते हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत यहां पर अब चौगान स्टेडियम में पार्किंग डवलप हुई है। वहीं किशनपोल की स्मार्ट रोड तैयार हुई है। बाकी वार्ड में छोटी गलियों में कलरफुल टाइल्स लगाकर उन्हें सुंदर बनाने, बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने, अमृत योजना के तहत पानी की लाइनें डालने, पुरानी पाइप लाइंस को बदलने का काम चल रहा है। वहीं पुरोहित जी का कटला, दूल्हा हाउस में फायर एक्सटिंग्विशर लगाने का काम किया गया है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि क्षेत्र में विकास समिति, मोहल्ला समिति और व्यापारियों के संगठन बनाने का भी काम किया।

ग्राफिक प्लेट - जनता की आवाज
ईटीवी भारत ने यहां लोगों से क्षेत्रीय समस्या और पार्षद की ओर से किए गए कामों को लेकर राय जानी। उन्होंने बताया कि...
- गंदी गलियां कचरे से अटी हुई है जो साफ नहीं होती
- नालियां मलबे से भरी रहती हैं सफाई नहीं होती
- ट्रैफिक और पार्किंग की परेशानी रहती है
- सीवर लाइन जाम रहती है
- थोड़ी सी बारिश में सड़कों पर जलजमाव हो जाता है
- सीवर चैंबर टूटे पड़े हैं

ग्राफिक प्लेट - विपक्ष के आरोप
2014 में मनोज भारद्वाज से हार का सामना करने वाले कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश सेठी ने बताया कि मनोज भारद्वाज की ओर से एक भी वादा पूरा नहीं किया गया। यहां गलियां साफ नहीं होती। सीवर लाइन को लेकर कोई काम नहीं हुआ। कचरा डिपो नहीं हटे और अवैध निर्माण लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने केवल वही काम किए जो उनके जान-पहचान वालों के हैं। आम पब्लिक के लिए कोई काम नहीं किया गया।

ग्राफिक्स - वार्ड पुनर्गठन के बाद स्थिति
वार्डों के परिसीमन के बाद किशनपोल विधानसभा क्षेत्र का वार्ड 74 अब वार्ड 122 हो गया है। यहां इस बार 21 हज़ार 102 जनसंख्या रहेगी। जबकि इसी वार्ड के हिस्से त्रिपोलिया बाजार, नेहरू बाजार, अजमेरी गेट अब वार्ड 123 में शामिल हो गए हैं।


Conclusion:वार्डों की लॉटरी के दौरान वार्ड 122 ओबीसी महिला के लिए आरक्षित हुआ है। जबकि वार्ड 123 सामान्य महिला के लिए आरक्षित हुआ है। ऐसे में वर्तमान वार्ड पार्षद मनोज भारद्वाज यदि इस बार चुनावी मैदान में उतरते हैं, तो उन्हें अपना क्षेत्र बदलना होगा।
क्लोजिंग विथ - स्टिंग लूप
Last Updated : Oct 4, 2019, 4:04 PM IST
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