जयपुर. सोशल मीडिया पर वायरल 'सतीश पूनिया समर्थक मंच' पोस्ट को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने अपना बयान दिया है. उन्होंने वायरल पोस्ट पर गहरा एतराज जताते हुए इसे किसी की शरारत बताया है. हालांकि, उन्होंने शरारत करने वालों को पहचानने से इंकार कर दिया. उपचुनाव को लेकर भाजपा प्रदेश मुख्यालय में रविवार को आयोजित बैठक में प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया पहुंचे, जहां उन्होंने यह बयान दिया.
मीडिया से रूबरू होते हुए सतीश पूनिया ने कहा, ''सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर मैंने सतीश पूनिया समर्थक मंच का पेज देखा. मेरे नाम से गलत तरीके से सोशल मीडिया पर संस्था बनाकर एक लेटर पैड वायरल किया गया है. किसी ने मेरे नाम से सोशल मीडिया पर शरारत की है, जो नाम सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं उन्हें मैं पहचानता भी नहीं हूं.'' उन्होंने कहा कि हम लोग भारतीय जनता पार्टी के एक बड़े बैनर के नीचे काम कर रहे हैं. चेहरे के नाम पर मोदी जी का व्यक्तित्व, चुनाव चिन्ह के नाम पर कमल का फूल और झंडे के नाम पर बीजेपी का झंडा है और उसी पर हमारा विश्वास और भरोसा है.
इसके अलावा ना तो किसी टीम की आवश्यकता है और ना ही किसी मंच की. यदि किसी ने इस तरह की कोशिश भी की है, तो इसे तुरंत बंद किया जाए. पूनिया ने कहा, ''मैं खुद इस मामले की छानबीन कर रहा हूं और जिन्होंने यह शरारत की है उसे अपील करना चाहूंगा कि वह इस तरह की शरारत ना करें.'' बता दें कि राजस्थान की सियासत में भाजपा में गुटबाजी सामने आ रही है.
राजस्थान में सोशल मीडिया पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नाम से एक टीम सक्रिय हो रही है. जिस पर सियासत गरमा गई है. दूसरी ओर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के नाम से भी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है. जिसमें सतीश पूनिया समर्थक मंच के नाम से एक लेटर हेड पर लिखा हुआ कुछ लोगों के नाम है, जिसमें कुछ पदाधिकारियों की घोषणा की गई है.