जयपुर. अभिनेता अजय देवगन की फिल्म 'तानाजी' को राजस्थान में कर मुक्त करने को लेकर गुरुवार को एक बार फिर विधानसभा में सवाल उठा. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष और विधायक सतीश पूनिया ने प्रश्नकाल शुरू होने के साथ ही सवाल किया कि क्या सरकार की मंशा देशभक्ति से ओतप्रोत फिल्म 'तानाजी' को मनोरंजन कर से मुक्त करने की है. इस पर मंत्री धारीवाल ने जवाब देते हुए कहा कि फिल्म को कर मुक्त करने को लेकर कोई भी ज्ञापन प्राप्त नहीं हुआ है, जबकि फिल्म रिलीज हो चुकी है.
पढ़ें: बिजली का आर्टिफिशियल खंभा लेकर विधानसभा पहुंचे BJP विधायक, कहा- बिल मार रहे करंट
दरअसल, विधानसभा के प्रश्नकाल शुरू होने के साथ ही बीजेपी विधायक सतीश पूनिया ने वित्त मंत्री से सवाल करते हुए पूछा कि क्या यह सही है कि हाल ही में सरकार द्वारा फिल्म छपाक को मनोरंजन कर से मुक्त करने का निर्णय लिया गया था ? , क्या सरकार देशभक्ति से ओतप्रोत फिल्म तानाजी को भी मनोरंजन कर से मुक्त करने का विचार रखती है, यदि हां तो कब तक और अगर नहीं तो क्यों ?. विवरण सदन के समक्ष रखें.
इस पर जवाब देते हुए मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि यह सही है कि फिल्म छपाक को सरकार ने स्टेट जीएसटी से मुक्त किया था. लेकिन तानाजी को कर मुक्त करने को लेकर को ज्ञापन नहीं मिला है. अगर सरकार को तानाजी को कर मुक्त करने को लेकर को ज्ञापन मिलता तो सरकार निश्चित रूप से उस पर विचार करती. उन्होंने कहा फिल्म तानाजी दो महीने पहले रिलीज हो चुकी है और ऐसी कोई भी कर मुक्त करने मांग सरकार के समक्ष नहीं आई. धारीवाल ने कहा कि छपाक फिल्म से राजस्व को हुए नुकसान को लेकर जो सवाल किया गया है उसकी गणना की जा रही है. सरकार के स्तर पर जब गणना कर ली जाएगी तब इस बात का जवाब भी सदन के सदस्य को दे दिया जाएगा.
पढ़ें: विधायक के बयान से राजस्थान कांग्रेस में टेंशन!, भाजपा बोलीं- जहाज में हो गया 'सुराख'
हालांकि इस दौरान विधायक सतीश पूनिया और मंत्री शांति धारीवाल में मनोरंजन कर मुक्त को लेकर तीखी नोकझोंक भी हुई. मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि विधायक सतीश पूनिया को इस बात का ज्ञान नहीं है कि 1 जुलाई 2017 से जीएसटी लागू हुई है, उसके बाद से राज्य सरकार किसी भी तरीके के मनोरंजन कर नहीं ले सकती, सभी तरह के कर जीएसटी में मर्ज हो चुके हैं. ऐसे में सदन के सदस्य को अगर सवाल करना था तो मनोरंजन कर के नाम पर नहीं बल्कि जीएसटी कर के नाम पर करना चाहिए था.