ETV Bharat / city

विधानसभा में उठा फसली ऋण वितरण का मुद्दा, कटारिया ने सरकार से पूछा- तय लक्ष्य से कम क्यों हुआ वितरण

कोटा जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत के सवाल पर विधानसभा में हंगामा हो गया. जिसके बाद भाजपा विधायकों ने वेल में आकर सरकार और मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. वहीं उसके बाद राजस्थान विधानसभा में फसली ऋण वितरण का मामला भी उठा. जिस पर विपक्ष ने सरकार से पूछा कि तय लक्ष्य से कम वितरण क्यों हुआ.

rajasthan assembly,  राजस्थान विधानसभा
विधानसभा में उठा फसली ऋण वितरण का मामला
author img

By

Published : Feb 12, 2020, 3:34 PM IST

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में बुधवार को फसली ऋण वितरण का मामला गूंजा. जिस पर सरकार से पूछा गया कि तय लक्ष्य से कम वितरण क्यों हुआ. बता दें कि सहकारिता विभाग मौजूदा वित्त वर्ष में अपने तय लक्ष्य से कम फसली ऋण का वितरण कर पाया. जिसके चलते इस पर सियासत भी गर्म है. बुधवार को राजस्थान विधानसभा के प्रश्नकाल में भी इसकी गूंज सुनाई दी.

विधानसभा में उठा फसली ऋण वितरण का मुद्दा

विधायक ने गिनाए किसानों के नाम

विधायक गोविंद प्रसाद ने प्रश्न लगाते हुए सहकारिता विभाग और सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाया और कहा कि तमाम दावों के बावजूद कई किसान अब तक ब्याज मुक्त फसली ऋण मिलने से महरूम है. विधायक ने इस दौरान सदन में ही अपने क्षेत्र के उन किसानों के नाम के गिनाना शुरू कर दिया, जो रबी की फसल ऋण राशि मिलने से महरूम रह गए.

पढ़ें- सदन में हंगामाः स्पीकर सीपी जोशी ने कहा- 'मैं खुद को प्रताड़ित महसूस कर रहा हूं...'

किसी प्रकार की शिकायत नहीं मिली: आंजना

हालांकि सवाल के जवाब में सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में रबी की फसल के लिए करीब 4000 करोड़ का फसली ऋण विभाग ने बांट दिया है और कहीं पर भी किसी प्रकार की शिकायत नहीं मिली. मंत्री आंजना ने कहा कि झालावाड़ में ही 86 हजार 400 किसानों को अक्टूबर 2018 से 15 जनवरी 2020 तक 3 करोड़ 10 लाख 17 हजार का अल्पकालीन फसली ऋण माफ किया गया है. अंजना ने विधायक गोविंद प्रसाद को कहा कि यदि आप कहते हैं कि किसानों को फसली ऋण नहीं मिला तो ऐसे लोगों की मुझे सूची उपलब्ध करा दें, मैं जांच करवा कर लूंगा कि किन कारणों से इन किसानों को फसली ऋण नहीं मिल पाया.

पढ़ें- JK लोन अस्पताल में शिशुओं की मौत के मामले में विधानसभा में हंगामा, BJP विधायकों ने वेल में पहुंच की नारेबाजी

नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने लगाया आरोप

इस दौरान पूरक प्रश्न के जरिए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने सहकारिता मंत्री और सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष में किसानों का फसली ऋण समय पर माफ नहीं किया. जिसके चलते अधिकतर किसानों को अगला लोन नहीं मिल पाया. जिसके चलते निश्चित अवधि पर किसानों को मिलने वाला बीमे का फायदा नहीं मिल पाया. कटारिया ने कहा इसका जवाब भी मंत्री को सदन में देना चाहिए.

पढ़ें- विधानसभा में गूंजा सांभर झील में पक्षियों की मौत का मामला, भाजपा ने लगाया यह आरोप तो वन मंत्री ने इस तरह दी सफाई

मंत्री आंजना ने दिया जबाव

जिस पर सहकारिता मंत्री ने कहा कि यह सवाल पिछले सत्र के दौरान भी कटारिया जी ने पूछा था, मैं आपको बता दूं कि आप कि भारत सरकार का पोर्टल खराब रहने के चलते जोड़ने यह समस्या आई है.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में बुधवार को फसली ऋण वितरण का मामला गूंजा. जिस पर सरकार से पूछा गया कि तय लक्ष्य से कम वितरण क्यों हुआ. बता दें कि सहकारिता विभाग मौजूदा वित्त वर्ष में अपने तय लक्ष्य से कम फसली ऋण का वितरण कर पाया. जिसके चलते इस पर सियासत भी गर्म है. बुधवार को राजस्थान विधानसभा के प्रश्नकाल में भी इसकी गूंज सुनाई दी.

विधानसभा में उठा फसली ऋण वितरण का मुद्दा

विधायक ने गिनाए किसानों के नाम

विधायक गोविंद प्रसाद ने प्रश्न लगाते हुए सहकारिता विभाग और सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाया और कहा कि तमाम दावों के बावजूद कई किसान अब तक ब्याज मुक्त फसली ऋण मिलने से महरूम है. विधायक ने इस दौरान सदन में ही अपने क्षेत्र के उन किसानों के नाम के गिनाना शुरू कर दिया, जो रबी की फसल ऋण राशि मिलने से महरूम रह गए.

पढ़ें- सदन में हंगामाः स्पीकर सीपी जोशी ने कहा- 'मैं खुद को प्रताड़ित महसूस कर रहा हूं...'

किसी प्रकार की शिकायत नहीं मिली: आंजना

हालांकि सवाल के जवाब में सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में रबी की फसल के लिए करीब 4000 करोड़ का फसली ऋण विभाग ने बांट दिया है और कहीं पर भी किसी प्रकार की शिकायत नहीं मिली. मंत्री आंजना ने कहा कि झालावाड़ में ही 86 हजार 400 किसानों को अक्टूबर 2018 से 15 जनवरी 2020 तक 3 करोड़ 10 लाख 17 हजार का अल्पकालीन फसली ऋण माफ किया गया है. अंजना ने विधायक गोविंद प्रसाद को कहा कि यदि आप कहते हैं कि किसानों को फसली ऋण नहीं मिला तो ऐसे लोगों की मुझे सूची उपलब्ध करा दें, मैं जांच करवा कर लूंगा कि किन कारणों से इन किसानों को फसली ऋण नहीं मिल पाया.

पढ़ें- JK लोन अस्पताल में शिशुओं की मौत के मामले में विधानसभा में हंगामा, BJP विधायकों ने वेल में पहुंच की नारेबाजी

नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने लगाया आरोप

इस दौरान पूरक प्रश्न के जरिए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने सहकारिता मंत्री और सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष में किसानों का फसली ऋण समय पर माफ नहीं किया. जिसके चलते अधिकतर किसानों को अगला लोन नहीं मिल पाया. जिसके चलते निश्चित अवधि पर किसानों को मिलने वाला बीमे का फायदा नहीं मिल पाया. कटारिया ने कहा इसका जवाब भी मंत्री को सदन में देना चाहिए.

पढ़ें- विधानसभा में गूंजा सांभर झील में पक्षियों की मौत का मामला, भाजपा ने लगाया यह आरोप तो वन मंत्री ने इस तरह दी सफाई

मंत्री आंजना ने दिया जबाव

जिस पर सहकारिता मंत्री ने कहा कि यह सवाल पिछले सत्र के दौरान भी कटारिया जी ने पूछा था, मैं आपको बता दूं कि आप कि भारत सरकार का पोर्टल खराब रहने के चलते जोड़ने यह समस्या आई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.