जयपुर. प्रदेश में चल रहे सियासी संग्राम के बीच भाजपा वेट एंड वॉच की स्थिति में है. प्रदेश भाजपा नेता फिलहाल इस आकलन में जुटे हैं कि प्रदेश कांग्रेस के किस धड़े के पास कितने विधायकों का समर्थन है. ये कहना है नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया का. प्रदेश के मौजूदा सियासी हालातों पर कटारिया ने ईटीवी भारत से खास बात की.
पहले करेंगे विधायकों की संख्या का आकलन...
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि अभी तो कांग्रेस के बीच अंतर्विरोध खुलकर सामने आया है. अब तो यह साफ होना है कि किस गुट के पास कितने विधायक हैं. यह तमाम स्थितियां जब साफ हो जाएंगी उसके बाद ही बीजेपी अपना अगला कदम उठाएगी. कटारिया के अनुसार अभी फिलहाल फ्लोर टेस्ट जैसी कोई मांग नहीं है, लेकिन आगामी दिनों में यदि ऐसी कोई स्थिति देखी गई तो बीजेपी फिर मांग करेगी.
इसलिए है वेट एंड वॉच की स्थिति...
मौजूदा स्थिति में भाजपा फ्लोर टेस्ट की मांग इसलिए नहीं कर रही, क्योंकि विधायकों का पर्याप्त संख्या बल अब तक क्लियर नहीं हो पाया है. बीजेपी के पास खुद के 72 और सहयोगी दल आरएलपी के 3 विधायक हैं. इस तरह कुल 75 विधायक भाजपा के पास हैं, लेकिन सचिन पायलट के पास कितने विधायकों का समर्थन है और क्या वो भाजपा से जुड़ पाएंगे, इस पर अभी संशय के बादल हैं. यह तमाम चीजें क्लियर होने के बाद ही बीजेपी अगला कदम उठाएगी.
साथ ही अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मौजूदा नियमों को देखते हुए भी बीजेपी कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहती, क्योंकि यदि आज अविश्वास प्रस्ताव आता है और प्रदेश सरकार अपना बहुमत साबित कर देती है तो अगले 6 महीने तक अविश्वास प्रस्ताव नहीं आ सकता. यही कारण है कि बीजेपी किसी प्रकार की कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहती.
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यदि गहलोत के पास है पर्याप्त संख्या बल तो दे दें फ्लोर टेस्ट...
गुलाबचंद कटारिया का कहना है कि यदि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास पर्याप्त संख्या बल है तो वह खुद फ्लोर टेस्ट की मांग नहीं करते. कटारिया के अनुसार फ्लोर टेस्ट की मांग खुद सरकार भी कर सकती है और विपक्षी दल भी. कटारिया ने कहा कि गहलोत साहब के पास अपने कांग्रेस विधायकों का भी पूरा समर्थन नहीं है. यही कारण है कि उन्हें होटल में अपने विधायकों को कैद करके रखना पड़ रहा है.