जयपुर. राजधानी में दो नगर निगम बनने के बाद 11 जोन भी बनाए गए. इनमें से मुरलीपुरा, झोटवाड़ा, अंबाबाड़ी और जगतपुरा के कार्यालय सामुदायिक केंद्र में खोलने का निर्णय लिया गया, जिसका पहले विरोध भी हुआ और मामला कोर्ट तक भी पहुंचा. बावजूद इसके आज जगतपुरा जोन कार्यालय का उद्घाटन एक सामुदायिक केंद्र में ही हुआ, इसका जमकर विरोध हुआ.
कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचीं विधायक गंगा देवी का स्थानीय लोगों ने रास्ता रोक उनका घेराव भी किया. इस दौरान नारेबाजी करते हुए स्थानीय लोग और गंगा देवी समर्थक आमने-सामने भी हो गए. समाजसेवी अनिल पारीक ने बताया कि खुद विधायक गंगा देवी ने यहां सामुदायिक केंद्र का शिलान्यास किया था. लेकिन 1 साल में ही इसी भवन को जगतपुरा जोन कार्यालय बनाया जा रहा है. हाईकोर्ट ने भी किसी सामुदायिक केंद्र को कार्यालय के रूप में इस्तेमाल करने पर रोक लगाई है. बावजूद इसके इस क्षेत्र में आम जनता के हित में बनाए गए एक मात्र भवन को भी नगर निगम हथिया रहा है.
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वहीं विधायक गंगा देवी ने तर्क दिया कि सामुदायिक केंद्र भी सरकारी काम था और जोन कार्यालय भी सरकारी काम है. क्षेत्रीय जनता के लिए ही उनके नजदीक में निगम का ऑफिस शुरू किया गया है. ताकि छोटे-छोटे कामों के लिए निगम मुख्यालय तक न जाना पड़े. इससे आम जनता के समय की भी बचत होगी, और जिन लोगों के पास वाहन नहीं है. उन्हें भी ऑटो रिक्शा किराया खर्च नहीं करना पड़ेगा. उन्होंने क्षेत्रीय लोगों द्वारा किए जा रहे विरोध को बीजेपी का प्रायोजित कार्यक्रम बताया.
इस दौरान विधायक ने विभिन्न वार्डों में बनाई गई सड़कों की भी लोकार्पण पट्टिकाओं का फीता काटा. बता दें कि राजस्थान हाईकोर्ट ने नवसृजित जयपुर ग्रेटर नगर निगम के जोन कार्यालय खोलने के लिए सामुदायिक केंद्र को अधिग्रहित करने पर राज्य सरकार, निगम आयुक्त, कलेक्टर और जेडीसी से जवाब भी मांगा था.