जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना के दौर में पुलिस का मानवीय चेहरा देखने को मिला. लोगों के प्रति सहयोग की भावना और सहानुभूति पुलिस ने खूब दिखाई. कोरोना संक्रमण से लड़ने वाले वॉरियर्स में पुलिसकर्मी कहीं भी पीछे नहीं रही. इसके साथ ही राजस्थान पुलिस ने कई ऐसे अभियान चलाए जिससे अपराध की कमर टूट गई.
लगातार अभियान, लगातार एक्शन
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर राजस्थान पुलिस ने सभी जिलों में मादक पदार्थों के खिलाफ युद्ध स्तर पर अभियान चलाया. जिसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिले. यही कारण है कि वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2020 में एनडीपीएस एक्ट के तहत राजस्थान पुलिस द्वारा अधिक कार्रवाई की गई. इसके साथ ही अवैध हथियारों के खिलाफ भी राजस्थान पुलिस द्वारा विशेष ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
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जिसके तहत अवैध हथियार बरामद कर हथियार तस्करों पर नकेल कसी जा रही है. अपराध के मामले में राजस्थान पुलिस की जयपुर रेंज काफी हाईलाइट रहती है. सर्वाधिक अपराध अलवर जिले में घटित होते हैं. हालांकि कोरोना काल के चलते वर्ष 2020 में जयपुर रेंज में भी हत्या की वारदातों को छोड़कर अन्य तमाम गंभीर अपराधों में कमी दर्ज की गई है.
गुर्जर और किसान आंदोलन में पुलिस की भूमिका
आईजी जयपुर रेंज एस सेंगाथिर का कहना है कि वर्ष 2020 में पुलिस ने कोरोना नियंत्रण को लेकर और तमाम व्यवस्थाओं को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण काम किया. कोरोना काल में घटित होने वाले संगीन अपराधों को सुलझाते हुए पुलिस ने कोरोना की तमाम व्यवस्थाओं को बनाए रखने के साथ ही अपराधियों को गिरफ्तार भी किया. वहीं इस दौरान गुर्जर आंदोलन के चलते तमाम व्यवस्थाएं बनाए रखने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.
हालांकि पुलिस ने बेहतर तरीके से काम करते हुए गुर्जर आंदोलन की तमाम परिस्थितियों को हैंडल किया. जिसके चलते किसी भी तरह की कोई जान माल की हानि नहीं हुई. वहीं वर्तमान में चल रहे किसान आंदोलन के दौरान भी पुलिस द्वारा बेहतर तरीके से परस्पर तालमेल बैठाकर काम किया जा रहा है.
पुलिस ने किया बेहतर अपराध नियंत्रण
आईजी जयपुर रेंज एस सेंगाथिर का कहना है कि कोरोना काल में लोगों का आवागमन और गतिविधियां काफी कम रहीं. इस दौरान हर इलाके में पुलिस की मौजूदगी भी रही. जिसके चलते पुलिस बेहतर अपराध नियंत्रण कर सकी और इस दौरान जो भी अपराध घटित हुए, उसमें त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया. वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2020 में आईपीसी के अपराधों में जयपुर रेंज में 25 से 30% की कमी दर्ज की गई है. जयपुर रेंज में हत्या, लूट, डकैती, नकबजनी, महिला अत्याचार और दुष्कर्म के प्रकरणों में काफी कमी दर्ज की गई.
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इसके साथ ही जयपुर रेंज द्वारा अवैध मादक पदार्थ और अवैध हथियार के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट और आर्म्स एक्ट में वर्ष 2019 की तुलना में अधिक कार्रवाई की गई. इसके साथ ही एक्साइज एक्ट में भी जयपुर रेंज पुलिस द्वारा ताबड़तोड़ कार्रवाई को अंजाम दिया गया. इस दौरान पुलिस ने ऑपरेशन हाईवे व अन्य अभियान चलाकर खाद्य पदार्थ में मिलावट करने वाले गिरोह, नकली डीजल बनाने वाले गिरोह, नकली दवाइयां बनाने वाले गिरोह और नकली मावा और अन्य खाद्य पदार्थ बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया.
आमजन से जुड़ने के लिए शुरू की गई ई-सुनवाई
आईजी जयपुर रेंज एस सेंगाथिर का कहना है कि कोरोना काल में आमजन से जुड़ने के लिए और आमजन की समस्याओं का समाधान करने के लिए जयपुर रेंज पुलिस द्वारा ई-सुनवाई की शुरुआत की गई. जिसके काफी सकारात्मक परिणाम देखने को मिले और गांव में किसी ढाणी में बैठा युवक या फिर राजस्थान का वह युवक जो विदेश में है, वह ई-सुनवाई के माध्यम से अपनी पीड़ा पुलिस के सामने रख पाया. जिसपर उसकी समस्या का समाधान करने का पूरा प्रयास पुलिस द्वारा किया गया.
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इसके साथ ही पुलिस के जो अन्य प्रोजेक्ट चल रहे हैं उन पर भी पुलिस द्वारा काम किया गया. पुलिस के ग्राम रक्षक प्रोजेक्ट, सीएलजी और पुलिस मित्र प्रोजेक्ट के तहत चयनित किए गए लोगों से इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से जुड़कर बातचीत की गई. इसके साथ ही पुलिस मुख्यालय द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन आवाज के तहत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ऑनलाइन माध्यम से महिलाओं के साथ जुड़कर महिला अत्याचार के संबंध में बातचीत की.
प्रदेश में घटित अपराधों का वर्ष वार तुलनात्मक अध्ययन
विभिन्न एक्ट में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई का वर्ष वार तुलनात्मक अध्ययन
कुल मिलाकर पुलिस ने इस साल एक तरफ कोरोना से जंग में अहम भूमिका निभाई तो दूसरी तरफ कई तरह के अभियान चलाकर अपराधियों में भी खलबली मचाए रखी. पुलिस की यही परफोर्मेंस साल-दर-साल जारी रहे, आने वाले साल से यही उम्मीद है.