जयपुर. सरकार आपके द्वार के तर्ज पर सोमवार से राजधानी में महापौर आपके द्वार कार्यक्रम की शुरुआत की गई. जिसके तहत मेयर विष्णु लाटा विद्याधर नगर जोन पहुंचे और यहां निगम अधिकारियों के साथ जनसुनवाई की. इस दौरान 215 प्रकरण सामने आए. जिनमें से 10 का मौके पर निस्तारण किया गया. वहीं बचे हुए प्रकरणों का 7 दिन में समाधान करने के निर्देश दिए गए. हालांकि इस दौरान कुछ क्षेत्रीय लोगों ने निगम की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए विरोध भी जताया.
पट्टे, सीवरेज, लाइट, नाले, सड़क और नगर निगम के दूसरे मुख्य कार्यों को लेकर सोमवार को विद्याधर नगर जोन में जनता का दरबार सजा. यहां महापौर विष्णु लाटा ने समितियों के चेयरमैन और निगम के अधिकारियों के साथ जनता की समस्याएं सुनी. इस दौरान मेयर के सामने 215 प्रकरण आए. जिनकी स्क्रुटनी करवाकर निस्तारण योग्य प्रकरणों का समाधान अगले 7 दिन में करने के निर्देश दिए गए.
मेयर विष्णु लाटा ने कहा कि यदि कोई मामला निगम मुख्यालय स्तर का है, तो उसे फॉरवर्ड किया जाए. अन्यथा जोन उपायुक्त उसका निस्तारण करें या युक्ति परिवादी को बताए. जनसुनवाई के दौरान करीब 7 खाद्य सुरक्षा से जुड़े प्रकरण भी मेयर के समक्ष आए, जिनका मौके से ही निस्तारण किया गया. इसके अलावा तीन ईडब्ल्यूएस के प्रार्थना पत्रों पर भी साइन किए गए. हालांकि निगम की कार्यशैली को लेकर कुछ क्षेत्रीय लोगों ने सवाल भी खड़े किए. और अपनी शिकायत दर्ज कराने के साथ-साथ विरोध भी प्रकट किया.
बता दें यह जनसुनवाई कार्यक्रम जोन वार चलेगा. इस क्रम में मंगलवार को मोती डूंगरी जोन में जन सुनवाई होगी. बहरहाल जनसुनवाई के पहले दिन 215 में से महज 10 प्रकरणों का निस्तारण हुआ. ऐसे में परिवादियों को अपने प्रकरण के निस्तारण का कितना इंतजार करना होगा, ये देखने वाली बात होगी.