जयपुर. राजस्थान विधानसभा में आज का दिन हंगामेदार रहा. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने जहां बिजली बिलों पर सरकार के विज्ञापन और फोटो को लेकर कटाक्ष किया तो वहीं रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर ने बी.डी. कल्ला और अन्य मंत्री-विधायकों पर आपत्तिजनक आरोप लगा दिये, इन बयानों को कार्यवाही से हटाने की नौबत आ गई.
स्थगन प्रस्ताव को लेकर कटारिया का बयान
राजस्थान विधानसभा में आज बिजली की कीमतों को लेकर लगाए गए स्थगन प्रस्ताव पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि देश की सबसे महंगी बिजली राजस्थान की जनता को मिल रही है. बिजली बिलों में 800 रुपये तो सिर्फ स्थाई शुल्क है. यानी केवल कनेक्शन रखने पर ही 800 रुपये का बिल तो आएगा ही. कटारिया ने बिजली के बिलों में मुख्यमंत्री का फोटो लगाने पर भी सवाल खड़े कर दिए. कहा कि सरकार ने एक काम नया शुरू किया है, मुख्यमंत्री का फोटो बिजली के बिल के पीछे छप कर आ रहा है.
आम लोग क्यों देखें सीएम की फोटो...
उन्होंने कहा कि किसान को तो सरकार इस सोच के साथ फोटो भेज रही है कि उन्होंने किसान को साल के 12 हज़ार की छूट दी है, लेकिन आम लोगों के बिलों में यह फोटो क्यों आ रही है. कटारिया ने कहा कि अगर फोटो को सरकार ने प्रचार का माध्यम है तो ये बताएं कि क्या फोटो छपाने से सरकार मजबूत बनती है. क्या ऐसे काम का कोई नतीजा होगा.
राजस्थान में फ्यूल चार्ज की मार...
कटारिया ने कहा कि बिजली आपके पास है नहीं, सूरतगढ़ के 6 के 6 प्लांट बंद हैं, फ्यूल चार्ज के नाम पर जो अतिरिक्त भार लगाया है वो बाकी राज्यों से कहीं ज्यादा है. उन्होंने कहा कि बाकि राज्यों ने 37 पैसा फ्यूल चार्ज लगाया था, कोरोना काल में उसे कम किया है. जबकि हम प्रति यूनिट 40 पैसे के हिसाब से जोड़ कर भेज रहे हैं. कटारिया ने आरोप लगाया कि आपको जब सस्ती बिजली मिल सकती थी, और आप 3-3.50 रुपये में खरीद सकते थे तो आपने अभी 20 रुपये प्रति यूनिट खरीद कर कम्पनियों को लखपति बनाने का प्रयास क्यों किया.
तो बिजली कनेक्शन कटाने लगेंगे लोग...
कटारिया ने कहा कि 60-70 यूनिट बिजली इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति का भी बिजली का बिल 1000 से 1500 रुपये तक का आ रहा है. जबकि कोरोना के कारण उसकी कमाई घटकर 5 हजार रुपये से भी कम रह गई है. कटारिया ने कहा कि अगर ऐसा ही चला तो लोग अपने बिजली के कनेक्शन कटवाने लग जाएंगे. नेता प्रतिपक्ष ने यह भी आरोप लगाया की मुकदमा हार जाने के चलते अधिकारी की गलती से 47 सौ करोड़ रुपए का हर्जाना निजी कंपनी को देना पड़ा, जबकि यह गलती एक अधिकारी की थी.
मदन दिलावर की आपत्तिजनक टिप्पणी
उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने बिजली के मामले पर बोलते हुए विभाग और सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए तो उधर इसी मामले पर बोलते हुए भाजपा विधायक मदन दिलावर ने मंत्री बी.डी कल्ला समेत मंत्री और विधायकों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा दिये. दिलावर इस दौरान आपत्तिजनक टिप्पणी कर गए. साथ ही उन्होंने एसीबी से इसकी जांच करवाने की मांग तक कर डाली. दिलावर की टिप्पणी को आपत्तिजनक मानते हुए सभापति राजेंद्र पारीक ने इसे सदन की कार्यवाही से हटा दिया.