हैदराबाद: आज 23 नवंबर, 2024 शनिवार, के दिन मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की अष्ठमी तिथि है. इस तिथि पर भगवान शिव के एक स्वरूप कालभैरव का अधिकार है, जिन्हें समय का देवता भी कहा जाता है. यह तिथि किसी भी तरह के शुभ कार्यों, नई बातचीत और मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए अच्छी नहीं है.
- 23 नवंबर का पंचांग :
- विक्रम संवत : 2080
- मास : मार्गशीर्ष
- पक्ष : कृष्ण पक्ष अष्ठमी
- दिन : शनिवार
- तिथि : कृष्ण पक्ष अष्ठमी
- योग : एन्द्र
- नक्षत्र : मघा
- करण : बलव
- चंद्र राशि : सिंह
- सूर्य राशि : वृश्चिक
- सूर्योदय : 06:58:00 AM
- सूर्यास्त : 05:53:00 PM
- चंद्रोदय : 12:36:00 AM, नवंबर 24
- चंद्रास्त : 01:06:00 PM
- राहुकाल : 09:42 से 11:04
- यमगंड : 13:47 से 15:09
इस नक्षत्र पर उधार लेनदेन से बचें
आज के दिन चंद्रमा सिंह राशि और मघा नक्षत्र में रहेगा. इस नक्षत्र का विस्तार 0 से 13:20 डिग्री तक सिंह राशि में फैला है. इसके देवता पितृगण है और नक्षत्र स्वामी केतु है. यह उग्र और क्रूर प्रकृति का नक्षत्र है. किसी भी तरह का शुभ कार्य, यात्रा या उधार धन के लेनदेन का काम इस नक्षत्र में नहीं करना चाहिए. शत्रुओं के विनाश की योजना बनाने का काम इस नक्षत्र में किया जा सकता है.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 09:42 से 11:04 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम से भी परहेज करना चाहिए.