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देश का पहला अस्पताल, जहां बच्चों के लिए लेप्रोस्कोपी सर्जरी, यूरोडायनेमिक स्टडी और पोर्टेबल इको की सुविधा जल्द

वैसे तो आप ने देश के कई नामी गिरामी अस्पतालों के नाम सुने होंगे. लेकिन आज हम आपको देश के पहले ऐसे अस्पताल से रूबरू करवाएंगे, जो बच्चों के बेहतर इलाज को लेकर देश का पहला अस्पताल बनने जा रहा है...

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जे के लोन हॉस्पिटल में लेप्रोस्कोपी सर्जरी, यूरो डायनामिक की मिलेगी सुविधा
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Published : Feb 6, 2020, 1:45 PM IST

Updated : Feb 6, 2020, 1:56 PM IST

जयपुर. गुलाबी नगरी में स्थित के जेके लोन अस्पताल में जल्द ही लेप्रोस्कोपी सर्जरी, यूरोडायनेमिक स्टडी, पोर्टेबल इको और आधुनिक सोनोग्राफी की सुविधा मिल सकेगी. इतना ही नहीं इस तरह का इलाज देने वाला यह देश का पहला बच्चों का अस्पताल बनेगा.

जे के लोन हॉस्पिटल में लेप्रोस्कोपी सर्जरी, यूरो डायनामिक की मिलेगी सुविधा

बता दें कि देश के किसी भी बच्चों के अस्पताल में लेप्रोस्कोपी, डायनामिक स्टडी, इको और सोनोग्राफी की सुविधा उपलब्ध नहीं है. ऐसे में बच्चों के इलाज को लेकर शुरू होने वाली यह सभी सुविधा देने वाला जयपुर का जेके लोन अस्पताल देश का पहला अस्पताल होगा.

यह भी पढ़ेंः भगवान भरोसे! इस अस्पताल में डॉक्टर ही नहीं आते, इलाज करे तो कौन...

जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अशोक गुप्ता ने बताया कि इसके लिए 2 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है. यह राशि एसबीआई बैंक अपने सीएसआर फंड से जेकेलोन को जारी करेगा. आंकड़ों की बात करें तो अस्पताल में हर साल 4 लाख से अधिक बच्चे इलाज के लिए पहुंचते हैं और राजस्थान ही नहीं हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से भी लोग अपने बच्चों का इलाज कराने पहुंचते हैं.

जहां पहले लेप्रोस्कोपी के लिए बच्चों को सवाई मानसिंह अस्पताल भेजना पड़ता था. वहीं लेप्रोस्कोपी की सुविधा होने के बाद अस्पताल में ही इलाज हो सकेगा. इसके अलावा आधुनिक पोर्टेबल इको और सोनोग्राफी मशीन से किसी भी वार्ड और ऑपरेशन थिएटर में बच्चे की सोनोग्राफी बेड पर ही हो सकेगी. इसके लिए बच्चे को इको और सोनोग्राफी कक्ष तक ले जाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी.

जयपुर. गुलाबी नगरी में स्थित के जेके लोन अस्पताल में जल्द ही लेप्रोस्कोपी सर्जरी, यूरोडायनेमिक स्टडी, पोर्टेबल इको और आधुनिक सोनोग्राफी की सुविधा मिल सकेगी. इतना ही नहीं इस तरह का इलाज देने वाला यह देश का पहला बच्चों का अस्पताल बनेगा.

जे के लोन हॉस्पिटल में लेप्रोस्कोपी सर्जरी, यूरो डायनामिक की मिलेगी सुविधा

बता दें कि देश के किसी भी बच्चों के अस्पताल में लेप्रोस्कोपी, डायनामिक स्टडी, इको और सोनोग्राफी की सुविधा उपलब्ध नहीं है. ऐसे में बच्चों के इलाज को लेकर शुरू होने वाली यह सभी सुविधा देने वाला जयपुर का जेके लोन अस्पताल देश का पहला अस्पताल होगा.

यह भी पढ़ेंः भगवान भरोसे! इस अस्पताल में डॉक्टर ही नहीं आते, इलाज करे तो कौन...

जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अशोक गुप्ता ने बताया कि इसके लिए 2 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है. यह राशि एसबीआई बैंक अपने सीएसआर फंड से जेकेलोन को जारी करेगा. आंकड़ों की बात करें तो अस्पताल में हर साल 4 लाख से अधिक बच्चे इलाज के लिए पहुंचते हैं और राजस्थान ही नहीं हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से भी लोग अपने बच्चों का इलाज कराने पहुंचते हैं.

जहां पहले लेप्रोस्कोपी के लिए बच्चों को सवाई मानसिंह अस्पताल भेजना पड़ता था. वहीं लेप्रोस्कोपी की सुविधा होने के बाद अस्पताल में ही इलाज हो सकेगा. इसके अलावा आधुनिक पोर्टेबल इको और सोनोग्राफी मशीन से किसी भी वार्ड और ऑपरेशन थिएटर में बच्चे की सोनोग्राफी बेड पर ही हो सकेगी. इसके लिए बच्चे को इको और सोनोग्राफी कक्ष तक ले जाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी.

Intro:स्पेशल
जयपुर- जयपुर के जेके लोन अस्पताल में जल्द ही लेप्रोस्कोपी सर्जरी, यूरोडायनेमिक स्टडी, पोर्टेबल इको और आधुनिक सोनोग्राफी की सुविधा मिल सकेगी और इस तरह का इलाज देने वाला यह देश का पहला बच्चों का अस्पताल बनेगा


Body:देश के किसी भी बच्चों के अस्पताल में लेप्रोस्कोपी, डायनामिक स्टडी , इको और सोनोग्राफी की सुविधा नहीं है. ऐसे में बच्चों के इलाज को लेकर शुरू होने वाली यह सभी सुविधा देने वाला जयपुर का जेके लोन अस्पताल देश का पहला अस्पताल होगा. जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ अशोक गुप्ता ने बताया कि इसके लिए 2 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है और यह राशि एसबीआई बैंक अपने सीएसआर फंड से जेकेलोन को जारी करेगा. आंकड़ों की बात करें तो अस्पताल में हर साल 4 लाख से अधिक बच्चे इलाज के लिए पहुंचते हैं और राजस्थान ही नहीं हरियाणा उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश से भी लोग अपने बच्चों का इलाज कराने पहुंचते हैं. जहां पहले लेप्रोस्कोपी के लिए बच्चों को सवाई मानसिंह अस्पताल भेजना पड़ता था तो वहीं लेप्रोस्कोपी की सुविधा होने के बाद अस्पताल में ही इलाज हो सकेगा इसके अलावा आधुनिक पोर्टेबल इको और सोनोग्राफी मशीन से किसी भी वार्ड और ऑपरेशन थिएटर में बच्चे की सोनोग्राफी बेड पर ही हो सकेगी इसके लिए बच्चे को इको और सोनोग्राफी कक्ष तक ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी
बाईट- डॉक्टर अशोक गुप्ता अधीक्षक जेके लोन अस्पताल


Conclusion:
Last Updated : Feb 6, 2020, 1:56 PM IST
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