जयपुर. कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पॉजिटिव मरीजों की संख्या में भी लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. इसको लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 21 दिन का लॉक डाउन लगाया गया है. साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश भर में धारा 144 लगा रखी है.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष का गठन भी किया गया है, जिसमें आमजन और भामाशाह बढ़-चढ़कर अपना दान भी कर रहे हैं. सामाजिक संगठन और सरकारी यूनियंस भी अब आगे आ रहे हैं. बता दें कि कोरोना वायरस दुग्ध उत्पादक और डेयरी कर्मियों के द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष में 1 करोड़ 11 लाख की मदद देने की घोषणा भी की है.
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जयपुर जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के अध्यक्ष ओमप्रकाश पूनिया ने कहा कि एक लाख दुग्ध उत्पादक परिवारों की तरफ से मुख्यमंत्री सहायता कोष में इस मदद की घोषणा की है. पूनिया ने बताया कि संकट की इस घड़ी में पूरा डेयरी परिवार सरकार के साथ खड़ा है. कोरोना संक्रमण के इस दौर में एक और जहां डॉक्टर, नर्स और पुलिस आम लोगों को कोरोना के संक्रमण के बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रहा है. वहीं दूसरी ओर छोटे-छोटे गांव और ढाणियों के एक लाख से अधिक दुग्ध उत्पादक दूध को प्रोसेस कर और उन्हें पैक भी कर रहे हैं.
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बता दें कि कोरोना वायरस के डर से जहां लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. वहीं जयपुर डेयरी के कर्मचारी डेयरी के बूथ और एजेंसियों के माध्यम से डेयरी कर्मचारी रोजाना 7 लाख लीटर दूध की सप्लाई भी कर रहे हैं. यह सप्लाई को मेंटेन करने के लिए जयपुर डेयरी परिसर में सैकड़ों कर्मचारी कार्य भी कर रहे हैं.
साथ ही जयपुर डेयरी के कर्मचारी सड़कों पर असहाय लोगों को खाने के पैकेट भी वितरित कर रहे हैं, जिससे कोई भी व्यक्ति रात को भूखा न सोए. इसके साथ ही जयपुर डेयरी से जुड़े दूध उत्पादक रोजाना 10 लाख लीटर दूध रोजाना जयपुर डेयरी को भी सप्लाई कर रहे हैं.