जयपुर. राजस्थान एसओजी ने तकनीकी सहायक भर्ती परीक्षा में ऑनलाइन सिस्टम को हैक कर (trying to hack the online system) नकल करवाने का प्रयास करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने रविवार को 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से 8 लैपटॉप, 10 मोबाइल और तीन वाहन बरामद किए गए हैं.
लैपटॉप और मोबाइल के जरिए ऑनलाइन सिस्टम हैक करके नकल करवाने का प्रयास किया जा रहा था. आरोपी दोसा, अजमेर, अलवर और जयपुर के रहने वाले हैं. परीक्षा केंद्र पर स्टाफ की मिलीभगत से नकल का पूरा खेल चल रहा था. एग्जाम सेंटर पर लगे कंप्यूटर सर्वर समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के माध्यम से नकल करवाने की पूरी तैयारी कर ली गई थी. लेकिन स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (Action of Rajasthan SOG) ने भंडाफोड़ कर दिया. एटीएस एवं एसओजी एडीजी अशोक राठौड़ के निर्देशन में कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. एडीजी एटीएस एवं एसओजी अशोक राठौड़ के मुताबिक 27 अगस्त को आरएसईबी की ओर से आयोजित की गई तकनीकी सहायक भर्ती परीक्षा में ऑनलाइन सिस्टम को हैक करके नकल करवाने का प्रयास करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. पुलिस ने मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार करके ऑनलाइन परीक्षा को हैक करने के लिए उपयोग में लिए गए 8 लैपटॉप, 10 मोबाइल और तीन वाहनों को जब्त किया है.
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पुलिस ने इस मामले में जयपुर निवासी रावल मीणा उर्फ राहुल मीणा, अलवर निवासी अजीत सिंह, अजमेर निवासी जस्साराम, जयपुर निवासी भाग्यशाली चंद, जयपुर निवासी गिर्राज शर्मा और दौसा निवासी महेश मीणा को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने परीक्षा केंद्रों में मौजूद स्टाफ से मिलीभगत की थी. इस परीक्षा में प्रत्येक सेंटर में मौजूद सर्वर और सर्वर से जुड़े हुए कंप्यूटर सिस्टम को हैक करने का प्रयास किया गया. लेकिन एक्सेस नहीं हो पाने के कारण सफलता प्राप्त नहीं हुई. आरोपियों की ओर से इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के माध्यम से परीक्षा में भारी राशि लेकर नकल कराने का प्रयास किया गया है. प्रकरण का अग्रिम अनुसंधान एंटी चीटिंग सेल एसओजी को सुपुर्द किया गया है.
रावल मीणा मुख्य षडयंत्रकर्ताः आरोपी रावल मीणा उर्फ राहुल मीणा जामडोली जयपुर का रहने वाला है. आरोपी आरजे स्टडी प्वाइंट कोचिंग संस्थान पालड़ी मीणा आगरा रोड का संचालक है और मुख्य षडयंत्रकर्ता भी है. इसके कोचिंग संस्थान पर ही ऑनलाइन परीक्षा का पेपर हैक करने के लिए सिस्टम सेटअप किए गए थे.
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आरोपी अजीत सिंह और जस्साराम ने रावल उर्फ राहुल मीणा के कोचिंग संस्थान पर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के माध्यम से वीपीएन और रिमोट कंट्रोल एप्लीकेशन के माध्यम से परीक्षार्थियों के कंप्यूटर सिस्टम को हैक कर प्रश्न पत्र प्राप्त करने का प्रयास करने का प्रयास किया. अजीत सिंह ने अलवर स्थित नेशनल अकेडमी परीक्षा केंद्र पर चिह्नित अभ्यर्थियों की अपने सहयोगियों के माध्यम से मदद करने का प्रयास किया. जबकि जस्साराम ने अजमेर स्थित भगवान महावीर ऑनलाइन परीक्षा केंद्र के परीक्षार्थियों की मदद करने के लिए अजमेर से आकर कॉलेज के सीसीटीवी कैमरे को एक्सेस कर वहां की गतिविधिया देखने का प्रयास किया. साथ ही परीक्षा केंद्र पर चिह्नित अभ्यर्थियों की अपने सहयोगियों के माध्यम से मदद करने का प्रयास किया. इसी प्रकार आरोपी भाग्यशाली चंद ने भी रावल उर्फ राहुल मीणा की कोचिंग संस्थान पर परीक्षार्थियों के कंप्यूटर सिस्टम को हैक करके प्रश्न पत्र प्राप्त करने का प्रयास किया.
विनोद ने स्टाफ को दी थी पेपर सॉल्व करने की जिम्मेदारीः आरोपी विनोद कुमार मीणा ने राजकीय आईटीआई बनीपार्क जयपुर में कार्यरत स्टाफ को रावल मीणा उर्फ राहुल मीणा के कोचिंग संस्थान में बुलाकर प्रश्नपत्र को सॉल्व करने की जिम्मेदारी दी थी. आरोपी गिर्राज शर्मा ने आरोपी राहुल मीणा के आरजे स्टडी प्वाइंट कोचिंग संस्थान में कार्यरत स्टाफ को प्रश्नपत्र को सॉल्व करने की जिम्मेदारी दी थी. आरोपी महेश मीणा ने एजेंट के रूप में राहुल मीणा और उसके सहयोगियों के साथ मिलकर अभ्यर्थियों की व्यवस्था की थी.