जयपुर. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जारी जंग में साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन के काम के साथ-साथ, निगम प्रशासन हर दिन शहर में सैकड़ों परिवारों को सूखा राशन बांट रहा है. इसकी जिम्मेदारी जोन कार्यालयों को सौंपी गई है. साथ ही जोन उपायुक्तों को निर्देश दिए गए हैं कि उनके क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहे.
जिला प्रशासन के सहयोग से जरूरतमंदों तक ये सूखा राशन भी पहुंचाया जा रहा है. हालांकि इस व्यवस्था पर लगातार धांधली के आरोप लग रहे हैं. इस बीच जयपुर के हवामहल वेस्ट जोन क्षेत्र में स्थानीय लोगों के बीच एक गलत सूचना प्रसारित हुई कि उनके राशन कार्ड पर मोहर और क्रमांक लगाए जा रहे हैं. इसी से उन्हें राशन उपलब्ध होगा. जिसके चलते सैकड़ों लोग निगम जोन कार्यालय जा पहुंचे. ऐसे में लोगों ने ना तो लॉकडाउन का ख्याल रखा और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का.
वहीं कार्यालय पर मौजूद निगम सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने बताया कि उन जरूरतमंद लोगों के नाम अंकित किए जा रहे हैं. जिन्हें इस लॉकडाउन पीरियड में राशन नहीं मिला. इनकी जानकारी सुनिश्चित करने के बाद राशन उपलब्ध कराया जाएगा.
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उन्होंने बताया कि इनमें कई लोग दूसरे जोन क्षेत्र के हैं. वहीं अधिकतर लोग ऐसे हैं जो गलत सूचना पर राशन कार्ड में मोहर लगवाने यहां आए हैं. उन्होंने कहा कि यहां पहुंचे लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के लिए समझाइश भी की जा रही है, लेकिन लोग समझने को तैयार नहीं हैं.
लाइनों में लगे लोगों ने बताया कि यहां राशन कार्ड को शुरू कराने आए हैं. यहां मोहर लगने के बाद ही उन्हें राशन मिलेगा. बहरहाल, अधूरी जानकारी के चलते लोग लॉकडाउन में घर में रहने के बजाय नगर निगम जोन कार्यालय पहुंचे और यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई.