जयपुर. राजधानी के चौमूं थाना इलाके में स्थित एक निजी अस्पताल में मरीज के परिजनों के साथ अस्पताल प्रशासन द्वारा दुर्व्यवहार करने का मामला सामने आया है. यही नहीं घटनाक्रम के बाद अस्पताल प्रशासन ने बच्ची का इलाज नही किया, जिसके बाद मरीज को परिजन इलाज के लिए दूसरे अस्पताल ले गए.
अस्पताल प्रशासन द्वारा मरीज के परिजनों के साथ दुर्व्यवहार करने का यह बड़ा प्रकरण है, जयपुर रोड स्थित टोकस अस्पताल का है. जहां पर जयप्रकाश अपनी बच्ची की तबीयत खराब होने पर इलाज के लिए उसे लेकर पहुंचे थे. वहां एक कंपाउंडर ने बच्ची के कैनुला और नली लगाई, जिसके बाद बच्चे की तबीयत और भी ज्यादा बिगड़ गई.
जिस पर परिजनों ने बच्ची की तबीयत बिगड़ने की बात वहां मौजूद अस्पताल कर्मचारियों से की. जिसपर कर्मचारी मरीज के परिजनों पर ही चढ़ गए. देखते ही देखते झड़प चालू हो गई और मामला हाथापाई तक जा पहुंचा. जिसकी सूचना परिजनों ने पुलिस को दी लेकिन पुलिस ने मौके पर आने की बजाय परिजनों को ही थाने आकर रिपोर्ट दर्ज कराने को कहा.
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वहीं इस पूरे घटनाक्रम के बाद अस्पताल प्रशासन ने बच्ची का इलाज ना करते हुए बच्ची को भी बाहर बैठा दिया. जिसे बाद में परिजन इलाज के लिए दूसरे अस्पताल लेकर पहुंचे. इलाज के दौरान बच्ची की तबीयत बिगड़ने पर जब परिजनों ने अस्पताल प्रशासन को अवगत करवाया और सही तरीके से इलाज करने के लिए कहा तो अस्पताल के कर्मचारियों ने परिजनों के साथ दुर्व्यवहार करते हुए झड़प करनी शुरू कर दी.