जयपुर. प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसकी चपेट में राजस्थान के नेता भी आ रहे हैं. चाहे वो भाजपा के विधायक हो या फिर कांग्रेस सरकार के मंत्री और विधायक. लेकिन फिर भी नेताओं की लापरवाही बरकरार है, जिसमें सबसे ज्यादा सरकार के हुक्मरान लापरवाही बरत रहे हैं.
राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक महेश जोशी रविवार को 27वें मथुरादास माथुर पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए. जबकि उनके साथी विधायक और नेता कोरोना की जद में आ चुके हैं, और वो खुद सीधे होम क्वॉरेंटाइन से होकर समारोह में पहुंचे.
हालांकि, उन्होंने मास्क लगा रखा था, लेकिन वो भी सिर्फ गले में लटका हुआ था. साथ ही होटल में आयोजित समारोह में पूरा हॉल पैक था, जिससे संक्रमण फैलने की ज्यादा संभावना रहती है.
ऐसे में जब इस लापरवाही को लेकर मीडिया ने उनसे सवाल किए, तो जवाब में उनका कहना था कि, ये हम पर है हम अपने आपको कितना संक्रमण से बचा सकते हैं. राज्य सरकार तो हमें मोटिवेट कर सकती है, और सुविधा मुहैया करवा सकती है. लेकिन कोई ऐसी सरकार नहीं जो 100 फीसदी गारंटी के साथ कोविड से बचा सके. इसलिए संक्रमण से बचने का सबसे बड़ी जिम्मेदारी हमारी खुद की है.
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इसी के साथ उन्होंने कहा कि, मैं खुद क्वॉरेंटाइन होकर आया हूं, लेकिन अगर मुझे ऐसा लगेगा की मुझे वापस दुबारा क्वॉरेंटाइन होना चाहिए, तो में हो जाऊंगा. उन्होंने कहा कि, मैं हमेशा सुबह उठते ही गले में मास्क डाल लेता हूं.