जयपुर. मानसरोवर कॉलोनी के एक पार्क में करंट लगने से बालक गौरव केसवानी की मौत का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले में पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत जयपुर भी कूद पड़ी है. पंचायत ने चेतावनी दी है कि अगर गौरव केसवानी को न्याय नहीं मिला तो पंचायत बड़ा आंदोलन करेगी.
इस मामले में भाजपा के पूर्व विधायक और पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत के मुख्य संरक्षक जानदेव आहुजा ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी के कार्यकाल में साधुओं और गायों की गोली मारकर हत्या गई की गई थी. जिसका नतीजा ये रहा कि इंदिरा गांधी, संजय गांधी और राजीव गांधी की मौत गोपाष्टमी के दिन ही हुई.
मृतक बालक गौरव केसवानी की मां ने भी गुहार लगाई कि उनके बेटे को जल्द से जल्द न्याय मिले. गौरव की मां ने कहा कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सजा दी जाए. पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत की ओर से गौरव की मां को 51 हजार रुपये की सहायता दी गई. साथ ही ज्ञानदेव आहूजा ने मांग की कि गौरव केसवानी के परिजनों को 5 लाख रुपये राज्य सरकार और 5 लाख रुपये निगम प्रशासन की ओर से दिए जाएं.
आहूजा ने यह भी कहा कि अगर सरकार की ओर से गौरव के परिजनों की मदद नहीं की गई तो वे खुद समाज की ओर से 5 लाख रुपये एकत्र कर 3 महीने में गौरव की मां को देंगे. ज्ञानदेव आहूजा ने कहा कि जब आमेर में बिजली गिरी थी तो सरकार की ओर से सभी मृतकों को पांच पांच -पांच लाख रुपये दिए गए. लेकिन यहां तो सरकार की लापरवाही से ही बच्चे की मौत हुई है.
आहूजा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भी निशाना साधा और कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत डेढ़ साल से घर में कैद हैं और ट्वीट कर रहे हैं. उन्होंने चिकित्सा मंत्री को भी खुद के साथ गोवा ले जाने की बात कही. आहूजा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा. आहूजा ने कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदारों को ही जांच कमेटी का प्रमुख बनाकर भेज दिया. जांच रिपोर्ट भी अब तक नहीं आई है.
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उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार आर्थिक सहायता नहीं देती है तो हम उनमें से हैं जो कहते है, सिंहासन खाली करो जनता आती है. उन्होंने कहा कि कोर्ट को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए. गौरव के मामले में जल्द ही एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. हम किसी को छोड़ने वाले नहीं हैं.
प्रेस वार्ता में आहूजा ने करंट से गायों की मौत का मुद्दा उठाते हुए कहा कि जब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं तो उनके कार्यकाल में गोरक्षा के लिए साधुओं का एक आंदोलन हुआ. जिसमें गोलियां चलाई गई. इस गोलीकांड में साधुओं के साथ-साथ गायों को भी मौत हुई.
उन्होंने कहा कि एक महाराज ने तब कहा था कि साधु उन्हें माफ कर देंगे, लेकिन गायें माफ नहीं करेंगी. आहूजा ने कहा कि गोपाष्टमी के दिन ही इंदिरा गांधी को गोलियों से छलनी कर दिया गया, गोपाष्टमी के दिन ही संजय गांधी की प्लेन क्रैश में मौत हुई और गोपाष्टमी के दिन ही राजीव गांधी को बम से उड़ा दिया गया. उन्होंने कांग्रेस सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि करंट से गायों और इस बच्चे की मौत आपको ले बैठेगी.