ग्वालियर। भारतीय जनता पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक रहीं राजमाता विजयाराजे सिंधिया की 102वीं जयंती है. इस मौके पर हर किसी ने उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी. राजमाता विजयाराजे सिंधिया की दोनों बेटी राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया और प्रदेश की कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के साथ सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, सांसद संध्या राय, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, राज्यमंत्री भारत सिंह कुशवाह, पूर्व मंत्री माया सिंह, पूर्व मंत्री जयभान पवैया सहित अन्य गणमान्य लोग भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे. इस मौके पर एक भजन कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ. जिसमें लोक कलाकारों ने राजमाता सिंधिया की याद में कई भजन प्रस्तुत किए.
राजमाता की याद में कई कार्यक्रम आयोजित
सिंधिया परिवार पर कटाक्ष करने वाले प्रदेश के पूर्व मंत्री जयभान पवैया ने भी इस मौके पर छत्री पहुंचकर राजमाता को याद किया, और उन्हें त्याग परोपकार एवं सेवा की प्रतिमूर्ति बताया. गौरतलब है कि राजमाता सिंधिया की जयंती 12 अक्टूबर को अंग्रेजी तिथि के अनुसार आती है, लेकिन उनका जन्म ठीक करवा चौथ के दिन हुआ था. इसलिए रविवार को भी राजमाता सिंधिया को याद किया गया. थीम रोड स्थित अम्मा महाराज की छत्री पर आयोजित इस कार्यक्रम में कई धर्मगुरू भी शामिल हुए.
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने 'राजमाता' को किया याद
प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने राजमाता सिंधिया को याद करते हुए कहा कि उनमें परमात्मा वास करता था, इसीलिए वे राजपथ से लोकपथ की ओर अग्रसर हुईं, और सबसे बड़ा कर्तव्य उन्होंने जनसेवा को समझा. वहीं राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने अपनी मां और राजमाता को याद करते हुए कहा कि उन्होंने राजनीति को जनसेवा का माध्यम समझा और परिवार उन्हीं का अनुसरण कर रहा है. उन्होंने इस मौके पर महिलाओं को करवा चौथ की बधाइयां भी दी.