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Exclusive : सदन में गरजे नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, ये सुझाव भी दिए..... - गुलाबचंद कटारिया

जयपुर में शुक्रवार को विभागों के वार्षिक प्रतिवेदन पर चर्चा का दौर शुरू हुआ. जिसकी शुरूआत राजस्थान रोडवेज के वार्षिक प्रतिवेदन से हुई. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया सहित कई विधायकों ने रोडवेज के सुधार के लिए अहम सुझाव भी दिए. इस बीच सभी विधायकों के बीच आरोप-प्रत्यारोप चलते रहे.

राजस्थान विधानसभा, बचंद कटारिया  Gulabchand Kataria
राजस्थान रोडवेज को लेकर गुलाबचंद कटारिया ने दिए सुझाव
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Published : Feb 14, 2020, 11:18 PM IST

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में करीब तीन दशक बाद शुक्रवार को विभागों के वार्षिक प्रतिवेदन पर चर्चा का दौर शुरू हुआ. इसकी शुरुआत राजस्थान रोडवेज के वार्षिक प्रतिवेदन से हुई. चर्चा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया सहित कई विधायकों ने रोडवेज के सुधार के लिए अहम सुझाव भी दिए लेकिन, इन सुझाव के साथ भाजपा विधायकों के निशाने पर प्रदेश की गहलोत सरकार और परिवहन मंत्री भी रहे.

राजस्थान रोडवेज को लेकर गुलाबचंद कटारिया ने दिए सुझाव

पढ़ें- LDC भर्ती 2011 : HC ने पूछा,'' खाली पदों को प्रतीक्षा सूची से क्यों नहीं भरा''

चर्चा पर बोलते हुए नेता गुलाबचंद कटारिया ने रोडवेज की मौजूदा स्थिति में सुधार के लिए के सुझाव भी दिए तो साथ ही उन गलतियों को भी सदन में गिनाया जिसके चलते रोडवेज और घाटे में आ सकती है. खासतौर पर इलेक्ट्रिक बसों की खरीद को लेकर रोडवेज चेयरमैन की ओर से की गई.

कटारिया ने ऑनलाइन टिकट को लेकर दिए गए ठेके के कार्य पर भी सवाल उठाए. कटारिया ने कहा की ठेके पर एक काम तो दे दिया इसके बीच में कमीशन के तौर पर करीब 5 करोड़ का भुगतान नहीं किया जाता है लेकिन, इस ऑनलाइन बुकिंग और टिकट के काम में संबंधित ठेका घूमने प्रतिदिन 1 हजार से अधिक टिकट नहीं काटती जबकि कितना कमीशन दिया जा रहा है उसकी तुलना में प्रतिदिन कटने वाले टिकटों की संख्या में वृद्धि होनी चाहिए.

नई बसों भी bs4 की खरीदने पर उठाए सवाल-

कटारिया ने कहा, कि जो नई बसें रोडवेज खरीद रहा है वह भी bs4 की है. जबकि सुप्रीम कोर्ट ने कहा देश में 31 मार्च के बाद इस प्रकार की वाहनों की खरीद नहीं होगी. कटारिया के अनुसार जल्दबाजी में इस चीज को नहीं भूलना चाहिए वरना आगे यह बसें दिल्ली तक भी नहीं पहुंच पाएंगी. जिससे रोडवेज को परेशानी आ सकती है.

कटारिया ने ये भी कहा कि प्रदेश सरकार ने सभी जिला पंचायतों को रोडवेज से जोड़ने का ऐलान किया था लेकिन ऐसा नहीं हो सका तो कम से कम सभी जिलों को सीधे जयपुर से जो रोडवेज के जरिए जोड़ दो. कटारिया ने रोडवेज बस स्टैंड के आस-पास निजी वाहनों और बसों के जमावड़े पर भी सवाल उठाया और कहा इन्हें भी हटाना चाहिए ताकि रोडवेज की आय में कमी ना हो.

पढ़ें- CAA का विरोध करता हूं, राजस्थान में लागू नहीं होने दूंगा : CM अशोक गहलोत

इस दौरान कटारिया ने सुझाव दिया, कि तीर्थ स्थलों से जुड़े मार्गों पर रोडवेज बसों के संचालन अधिक होना चाहिए. वहीं, जिन प्रमुख रूटों पर रोडवेज का संचालन बंद कर दिया गया उसे भी वापस खुलवाना चाहिए.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में करीब तीन दशक बाद शुक्रवार को विभागों के वार्षिक प्रतिवेदन पर चर्चा का दौर शुरू हुआ. इसकी शुरुआत राजस्थान रोडवेज के वार्षिक प्रतिवेदन से हुई. चर्चा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया सहित कई विधायकों ने रोडवेज के सुधार के लिए अहम सुझाव भी दिए लेकिन, इन सुझाव के साथ भाजपा विधायकों के निशाने पर प्रदेश की गहलोत सरकार और परिवहन मंत्री भी रहे.

राजस्थान रोडवेज को लेकर गुलाबचंद कटारिया ने दिए सुझाव

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चर्चा पर बोलते हुए नेता गुलाबचंद कटारिया ने रोडवेज की मौजूदा स्थिति में सुधार के लिए के सुझाव भी दिए तो साथ ही उन गलतियों को भी सदन में गिनाया जिसके चलते रोडवेज और घाटे में आ सकती है. खासतौर पर इलेक्ट्रिक बसों की खरीद को लेकर रोडवेज चेयरमैन की ओर से की गई.

कटारिया ने ऑनलाइन टिकट को लेकर दिए गए ठेके के कार्य पर भी सवाल उठाए. कटारिया ने कहा की ठेके पर एक काम तो दे दिया इसके बीच में कमीशन के तौर पर करीब 5 करोड़ का भुगतान नहीं किया जाता है लेकिन, इस ऑनलाइन बुकिंग और टिकट के काम में संबंधित ठेका घूमने प्रतिदिन 1 हजार से अधिक टिकट नहीं काटती जबकि कितना कमीशन दिया जा रहा है उसकी तुलना में प्रतिदिन कटने वाले टिकटों की संख्या में वृद्धि होनी चाहिए.

नई बसों भी bs4 की खरीदने पर उठाए सवाल-

कटारिया ने कहा, कि जो नई बसें रोडवेज खरीद रहा है वह भी bs4 की है. जबकि सुप्रीम कोर्ट ने कहा देश में 31 मार्च के बाद इस प्रकार की वाहनों की खरीद नहीं होगी. कटारिया के अनुसार जल्दबाजी में इस चीज को नहीं भूलना चाहिए वरना आगे यह बसें दिल्ली तक भी नहीं पहुंच पाएंगी. जिससे रोडवेज को परेशानी आ सकती है.

कटारिया ने ये भी कहा कि प्रदेश सरकार ने सभी जिला पंचायतों को रोडवेज से जोड़ने का ऐलान किया था लेकिन ऐसा नहीं हो सका तो कम से कम सभी जिलों को सीधे जयपुर से जो रोडवेज के जरिए जोड़ दो. कटारिया ने रोडवेज बस स्टैंड के आस-पास निजी वाहनों और बसों के जमावड़े पर भी सवाल उठाया और कहा इन्हें भी हटाना चाहिए ताकि रोडवेज की आय में कमी ना हो.

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इस दौरान कटारिया ने सुझाव दिया, कि तीर्थ स्थलों से जुड़े मार्गों पर रोडवेज बसों के संचालन अधिक होना चाहिए. वहीं, जिन प्रमुख रूटों पर रोडवेज का संचालन बंद कर दिया गया उसे भी वापस खुलवाना चाहिए.

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